IMG_1123गढी। प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी वागड क्षेत्र जहां से चार विधायक चुने जाते हैं, में सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे।

ना केवल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा की जनसभाओं में बल्कि नुक्कड सभाओं में भी मोदी के पोस्टर एवं तख्तियाँ नजर आ रही हे और भाषण में उनके उल्लेख मात्र से ही खूब तालियां बजती हैं।

जहां राजे मोदी का जिक्र करने में काफी सावधानी बरतती हैं और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ ही उनका उल्लेख करती हैं वही अन्य वक्ता जैसे मुख्य सेचतक राजेन्द्र सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं।

IMG_1118राजे हर सभा में कहती है कि रमण सिंह व शिवराज सिंह ने गत दस सालों में जो काम किया है उससे छत्तीसगढ व मध्यप्रदेश विकास के रोल मॉडल बन गए हैं। नरेन्द्र मोदी गुजरात को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले गए हैं क्योंकि उन्हें विश्व भर से काफी प्रशंसा मिल रही है, इस पर भीड जोरदार नारे लगाती है तालियाँ बजाती है पर अन्य मुद्दों व नामों पर भीड को तालियाँ बजाने व नारे लगाने को प्रेरित करना पडता है।

1 (1)यात्रा अभी वागड क्षेत्र से गुजर रही है जो कि गुजरात के समीप है गत दो दिनों से राजे मोदी की लोकप्रियता को भुनाने की कोशिश कर रही हैं और कह रही हैं कि अगर क्षेत्र की जनता उन्हें मौका देगी तो गुजरात की तर्ज पर नए राजस्थान का विकास किया जाएगा।

चूंकि इस क्षेत्र में मुसलमान भी अच्छी खासी संख्या में हे इसलिए राजे मंदिरों, दरगाहों सभी जगह जा रही है। कल सागवाडा जाते समय उन्होंने पीर फखरूद्दीन की गलियाकोट दरगाह में जियारत की और माता शीतला देवी के मंदिर में पूजा की। वे अपनी धर्म निरपेक्ष छवि बनाने की कोशिश कर रही हे लेकिन उनके साथ वाले व स्थानीय नेता कई बार बांग्लादेश के अवैध शरणार्थियों, अफजल गुरु की फांसी व आतंकवाद की जडों का मुद्दा उठाकर सांप्रदायिक कार्ड खेलने का प्रयास भी करते हैं।

राजे ने बांसवाडा जिले के परतापुर और अरथुना गांव में विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये जनता का ही पैसा है। जिसे जनता को अधिकारपूर्वक ले लेना चाहिए। पर ऐसे लोगों को माफ मत करो, जो साढे चार साल तक सरकार का तो खजाना खाली बताते रहे और उसकी आड में खुदका खजाना भरते रहे।

राजे ने कहा कि ईश्वर ऐसा मुख्यमंत्री किसी भी प्रदेश को न दे, जिसने प्रदेश को आज विकास की दृष्टि से बहुत पीछे धकेल दिया। पूरे कार्यकाल में खजाना खाली है, खजाना खाली है कि रट लगाते रहे और कहते रहे कि मैं जादूगर हूं। तो क्यों नहीं दिखाई खजाना भरने की जादूगरी। जादू तो जनता ने किया है, वो भी आप पर नहीं हम पर। जिसके प्यार के जादू में आज हम यहां खिंचे चले आते हैं।

राजे ने कहा अब चुनाव आ गये हैं इसलिये ये डरायेंगे, धमकायेंगे और पैसा फेंकेंगे। अब ये भी हमारे पीछे-पीछे यात्रा लेकर आ रहे हैं। लेकिन इनकी यात्रा सरकार के पैसों की यात्रा है और हमारी जनता की यात्रा। सरकारी हैलीकॉप्टर, सरकारी गा$िडयां, सरकारी पैसा यानि सब कुछ सरकारी। इनकी पूरी यात्रा सरकार के पैसों पर और हमारी यात्रा कार्यकर्ताओं और जनता के आशीर्वाद पर निर्भर।

वसुन्धरा राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री जहां भी जाते हैं वहां रिफाइनरी की उपलब्धि बताते हैं। लेकिन मैं पूछना चाहती हूं पंजाब के भटिण्डा में तो रिफाइनरी केन्द्र के पैसों से और हमारे यहां रिफाइनरी जनता के पैसों सें, आखिर राजस्थान के साथ ये सौतेला व्यवहार क्यों? अगर लगाना ही था तो केन्द्र में आपकी सरकार है, रिफाइनरी केन्द्र से लगवाते।

 

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Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

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