vote an noteउदयपुर। एक तरफ भाजपा व कांग्रेस पार्टी बड़े-बड़े पूंजीपतियों एवं कॉपोरेट घरानों से नोट लेकर जनता को गुमराह कर उनसे वोट लेती है और जीतने के बाद पूंजीपतियों के पक्ष में नीतियां बनाती है तथा इनके सांसद विधायक जनता के मालिक बन जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ माकपा आम आदमी से वोट मांगने के साथ नोट देने की भी मांग करती है, जिससे इनके नेता, सांसद, विधायक जनता के सेवक बने रहे। यह विचार माकपा जिला सचिव बीएल सिंघवी ने लोकतांत्रिक मोर्चे के उम्मीदवार राजेश सिंघवी के समर्थन में शुरू किए गए चुनाव अभियान के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज गांधी जयंती है और गांधी की हत्या करने वाले और गांधी के विचारों की हत्या करने वाली पार्टियां गांधी जयंती मनाकर अपना दोहरा चरित्र बता रही है।
चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए प्रगतिशील विचारक चंद्रा भंडारी ने कहा कि एक तरफ तानाशाही ताकते हैं जो जनता के अधिकारों का दमन कर लोकतंत्र की हत्या कर रही है, वहीं लोकतांत्रिक मोर्चे के उम्मीदवार राजेश सिंघवी लोकतंत्र के बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाना है और तानाशाही ताकतों से शहर को बचाना है, तो नीतिगत आधार पर राजेश सिंघवी को तन, मन, धन से समर्थन देकर जिताना होगा। इस अवसर पर जनता दल (धर्मनिरपेक्ष) के प्रदेश महासचिव नरेन्द्र जोशी ने कहा कि लोकतांत्रिक मोर्चे का चुनाव अभियान जनता के सामने मजबूत विकल्प पेश करने के लिए चलाया जाएगा मोर्चे के मोहनलाल खोखावत ने बताया कि लोकतांत्रिक मोर्चे के उम्मीदवार राजेश सिंघवी के समर्थन में चुनाव अभियान टाउन हॉल स्थित शहीद स्मारक पर महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्घांजलि देने के साथ शुरू किया गया। इस अवसर पर राजेश सिंघवी ने कहा कि वे उदयपुर की जनता से एक ही वादा करते हैं कि यदि जनता उन्हें समर्थन देगी तो वो जनहित के मुद्दों पर हमेशा जनता के साथ खड़े होंगे और आमजन के सम्मान की रक्षा करेंगे। अभियान में मोर्चे के कार्यकर्ता पेम्पलेट वितरित कर चुनाव फंड के लिए पेटियां लेकर आम जनता एवं व्यापारियों से आर्थिक सहयोग मांग रहे थे और उन्होंने भी पूरे उत्साह के साथ समर्थन देते हुए आर्थिक सहयोग भी दिया। इस अभियान में आरएमएसआरयू के प्रदेश सचिव सौरभ गौतम, सीटू के जिलाध्यक्ष पीएल श्रीमाली, सचिव हीरालाल सालवी, महिला समिति की रूकमणि वैष्णव, पूर्व पार्षद गणपति देवी सालवी, मंजू सिंघवी, वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण व्यास, रोडवेज वर्कर्स यूनियन के वीजेंद्र चौधरी, बिल्डिंग वर्कर्स मजदूर यूनियन के मुनव्वर खां, लिबर्टी फास्फेट यूनियन के शांतिलाल जोशी, बार एसोसिएशन उदयपुर की वित्त सचिव स्वाति रॉबर्ट, नौजवान सभा युवा कार्यकर्ता मुुकेश महात्मा, जावेद खान, प्रेम कुमावत, भरत सेन, शैलेंद्रसिंह, रामचंद्र राव, मांगीलाल डांगी, तुलसीराम सेन आदि सैंकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।

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