कौन है शहर के 13 रसूखदार नामचीन जिन्होंने अवैध हथियार और फर्जी लाइसेंस रखे हुए थे ?

Date:

उदयपुर। अवैध हथियार और फर्जी लाइसेंस रखने वाले शहर के १३ नामचीन रसूखदार कोन है ? आखिर क्यों एटीएस इन रसूखदारों के नामों का खुलासा नहीं कर रही ?  लाखों रुपया देकर जम्मू एन्ड कश्मीर से फर्जी लाइसेंस बनवा खतरनाक हथियार अपने पास रखना क्या इन रसूखदारों की नादानी मान कर बख्शा जाएगा ? क्या स्टेटस सिंम्बल का हवाला देकर अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त के अपराध से बचा जा सकता है ? या इन रसूखदारों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है जिसकी वजह से एटीएस ने इन्हे इनोसेंट मान लिया है ?  
 
शहर के इन नामचीन लोगों से एटीस ने कारवाई कर १३ लाइसेंस और २० हथियार तो जब्त कर लिए थे लेकिन उनके नामों का खुलासा करने में जांच का हवाला दिया जारहा है। शहर में मोजूद एटीस के जिम्मेदार अधिकारियों को हाई अथोरिटी ने नाम नहीं बताने के निर्देश दिए है और हाई अथोरिटी लाइसेंस की जांच कर रही है। 
आखिर शहर के इन रसूखदार लोगों को ऐसे आधुनिक और खतरनाक हथियार रखने की कोनसी जरूरत आपडी कि उन्होंने अजमेर के वली मोहम्मद एंड संस को लाखों रूपये देकर जम्मू एंड कश्मीर से फर्जी लाइसेंस बनवाये। सवाल यह उठता है कि जब उदयपुर के मूल निवासी होने के बावजूद भी इस १३ रसूखदारों ने जम्मू एंड कश्मीर से लाइसेंस बनवा लिए तो पहली नज़र में ही अवैध हो गए, इसके बावजूद एटीस इन रसूखदारों को गिरफ्तार करने या कारवाई करना तो दूर इनके नाम भी बताने से कतरा रही है। सूत्रों की माने तो यह रसूखदार बड़े बड़े व्यवसाई भू माफिया, मार्बल व्यवसायी सफ़ेद पोश है। यह भी माना जासकता है कि इन्हें राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है और इसी वजह से इन लोगों के नाम आज तीन दिन बाद भी सामने नहीं आये है। यही नहीं एक बड़े मुख्य समाचार पत्र में तो अवैध हथियारों की यह खबर मामूली बना कर अन्दर के पेज की बन कर रह गयी। 
पुलिस जब भी किसी असामाजिक तत्व के पास से देसी कट्टा या एक बड़ा चाक़ू भी बरामद करती है तो प्रेस वार्ता कर 10 – 10 पुलिस कर्मियों के बिच उस अपराधी की फोटो खिचवा कर प्रकाशित किया जाता है, फिर यहाँ तो अवैध लाइसेंस और अवैध विदेशी और आधुनिक खतरनाक हथियारों की बात है। एटीस आखिर क्यूँ नाम छुपा रही है ? या क्यूँ इनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही ? जबकि इस मामले में तीन हथियार तस्करों अजमेर निवासी जुबेर खां, पंजाब के अबोहर निवासी विशाल आहूजा और नसीराबाद निवासी गणपत सिंह को गिरफ्तार किया है। एटीएस यह भी बता रही है कि यह लोग अवैध हथियार और जम्मू एन्ड कश्मीर से फर्जी लाइसेंस बनवाने के कामों में लिप्त थे। 
जिन रसूखदारों ने अपने शोक के लिए लिए हो चाहे अपना स्टेटस सिंम्बल दिखाने के लिए लिए हों लेकिन आता तो अपराध की श्रेणी में है फिर इन रसूखदार अपराधियों से मेहमानों जैसा व्यवहार और आवभगत क्यों की जारही है ? 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Chicken Road slot w kasynie online RTP i zmienno.2018 (2)

Chicken Road slot w kasynie online - RTP i...

Krypto-Casino-Bewertungen in Deutschland.3384

Krypto-Casino-Bewertungen in Deutschland ...

Fast payout crypto casinos.386

Fast payout crypto casinos ...

1win зеркало сайта букмекерской конторы 1вин.382 (3)

1win — зеркало сайта букмекерской конторы 1вин ...