उदयपुर ऐश्वर्या शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में एक प्रसारवार्ता का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वार्ताकार प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. जी.एल.मेनारिया थे। डॉ. जी.एल.मेनारिया ने ‘‘इतिहास क्यों पढ़े‘‘ विषय पर अपनी प्रसार वार्ता के माध्यम से भावी शिक्षकों के ज्ञान में विस्तार किया।

 

यह जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. कय्यूम अली बोहरा ने बताया कि प्रसारवार्ता में डॉ. मेनारिया ने कहा कि इतिहास एक अमूर्त प्रत्यय है जो चक्रीय एवं गत्यात्मक है। इतिहास मानव समाज की यात्रा है, जहाँ प्रत्येक व्यक्ति अपनी भूमिका का निर्वहन करता है। समाज नैतिक मूल्यों पर चल रहा है, मूल्यों से हटते ही दुर्घटना (ब्तपेपे) घटित होती है। इतिहास सभ्यता की कहानी एवं सत्य की खोज है। जो गतिशील है वहीं प्रगतिशील है और इतिहास ये बताता है कि सदैव प्रगतिशील रहना चाहिए। इतिहास कर्मों का फल एवं निर्णय देने वाला है।

 

प्राचार्य डॉ. कय्यूम अली बोहरा ने कार्यक्रम के दौरान इतिहास शिक्षण को महत्वपूर्ण बताया क्योंकि इससे हम विषयगत ज्ञान एवं सभ्यताओं के परिष्करण को समझ सकते हैं। स्वयं को पहचानने के लिए, अपने देश के मूल्यों, सभ्यता, संस्कृति एवं संस्कारों को जानने हेतु इतिहास शिक्षण आवश्यक है। श्री ओमप्रकाश जोशी ने इतिहास को इति का अर्थ बताया एवं कहा कि जो घटित हुआ वहीं इतिहास है। इतिहास से ही मानव को अपने सुखद भविष्य हेतु दिशा-निर्देश प्राप्त होते हैं।

 

वार्ता के अन्त में डॉ. मेनारिया ने छात्राध्यापकों की जिज्ञासाओं के प्रश्नों के उत्तर देते हुए इतिहास के दार्शनिक पक्ष को भी उजागर किया।

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