हिन्दुस्तान जिंक सीआईआई राष्ट्रीय एच आर उत्कृष्टता अवार्ड में ‘लीडरशिप इन...

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उदयपुर, 8 फरवरी। देश की एकमात्र और विश्व की अग्रणी एकीकृत सीसा-जस्ता और चांदी उत्पादक हिन्दुस्तान जिंक को प्रतिष्ठित 12 वें सीआईआई राष्ट्रीय मानव संसाधन उत्कृष्टता अवार्ड में 'लीडरशिप इन एचआर एक्सीलेंस' से सम्मानित किया गया है। कंपनी को कठोर सीआईआई आंकलन में 600$ बैंड बेरियर में स्कोरिंग मानव संसाधन उत्कृष्टता में नेतृत्व के लिए सराहना मिली। यह पुरस्कार भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा प्रदान किया गया जिसका उद्देश्य सलाहकार और परामर्श प्रक्रियाओं के माध्यम से उद्योग, सरकार और नागरिक समाज के साथ साझेदारी करके भारत में विकास के अनुकूल वातावरण को स्थापित करना और बनाए रखना है। सीआईआई एचआर एक्सीलेंस अवार्ड मानव संसाधन उद्योग में प्रमुख सम्मानों में से एक है। एचआर एक्सीलेंस मॉडल वैश्विक उत्कृष्टता आकलन के साथ साथ दुनिया भर के समकालीन मॉडल में उपयोग किए जाने वाले ढांचे पर आधारित है। विशेष रूप से हिन्दुस्तान जिंक के स्कोर और तीन मापदंडों में बैंचमार्क स्कोर नेतृत्व, शिक्षा और विकास तथा संगठनात्मक प्रदर्शन संकेतक एक ही श्रेणी में थे जो एक व्यापक मूल्यांकन पर आधारित था। यह उपलब्धि अपने कर्मचारियों, सहयोगियों और भागीदारों के लिए एक आदर्श कार्य वातावरण विकसित करने और बनाए रखने के लिए कंपनी के समर्पण को दर्शाती है। यह कंपनी की बेहतर एचआर नीतियों का प्रमाण है और अपने कर्मचारियों एवं स्टेक होल्डर्स की भलाई के लिए समग्र विकास को पूरा करने का उच्च प्रबंधन का अभियान है। हिन्दुस्तान जिंक के संचालनों में लोग महत्वपूर्ण है। कोविड-19 के संक्रामक प्रसार के दौरान कंपनी ने कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए समूह कोरोना कवच नीति सहित विभिन्न पहलों को लागू किया। पूरे कार्यबल के साथ कर्मचारियों के परिवारों पर पड़ने वाले प्रभाव की निगरानी के लिए कोविड टास्क फोर्स को भी तैनात किया गया। कंपनी ने कोविड-19 के दौरान अपने एचआर प्रयासों को बढ़ाया ताकि कर्मचारियों और परिचालन स्थानों में रहने वालों के जीवन को प्रभावित न होना सुनिश्चित किया जा सके।

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित

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  हिन्दुस्तान जिंक महिलाओं की प्र्रगति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें साथ लेकर विविध और समान अवसर प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, कंपनी द्वारा महिला कर्मचारियों, उनके रिश्तेदारों, महिला अनुबंध कर्मियों के साथ-साथ हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर परियोजना से जुडी स्थानीय सखी महिलाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किये गये। महिला दिवस कार्यक्रमों के तहत् हिंदुस्तान जिंक की चेयरमैन श्रीमती किरण अग्रवाल वर्चुअल माध्यम से लाईव सत्र में सखी महिलाओं से रूबरू हुई। उन्होंने कहा, “महिला सशक्तिकरण न केवल परिवारों बल्कि समुदायों का समग्र विकास सुनिश्चित करने की कुंजी है। इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सखियों द्वारा दिये गये अपार योगदान और कड़ी मेहनत के लिए उन्होंने सभी को बधाई दी। उन्होंने सभी महिलाओं की प्रेरणा दायक मेहनत से सखी कार्यक्रम की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। सत्र के दौरान, स्वयं सहायता समूह की सखी सदस्यों ने हिंदुस्तान जिंक की उपलब्धियों और विचारों द्वारा सखी कार्यक्रम के माध्यम से सशक्तिकरण अपने अनुभवो को साझा कर उनके उन्नयन मंे कंपनी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अवगत कराया। श्रीमती अग्रवाल ने उनके प्रयासों की सराहना की और उन्हें अपने समाज और खुद को उसी जुनून और जोश के साथ विकसित करने के लिए प्रेरित किया। हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी तभी देश  आत्मनिर्भर होगा। महिलाओं को सशक्त बनाने से न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है बल्कि पूरे देश की प्रगति और समृद्धि में वृद्धि होती है। हिंदुस्तान जिंक में हम हमेशा महिलाओं को रोजगार अवसर प्रदान करने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं। महिलाएं पुरूषों को इस बात के लिए शिक्षित करें कि वे महिलाओं को बराबरी का दर्जा दे और बडे सामाजिक  बदलाव की महत्वपूर्ण कड़ी बने। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी महिलाओं बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कंपनी की सफलता में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। इसके साथ ही कंपनी की परिचालन इकाइयों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। हिंदुस्तान जिंक की सभी महिला कर्मचारियों के लिए सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर हेमंत पारीक द्वारा महिला कल्याण पर जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। महिला नेतृत्व के जीवन आधारित फिल्म का प्रदर्शन, चंदेरिया लेड जिं़क स्मेल्टर द्वारा महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन के साथ ही कायड, आगुचा और पंतनगर में सखी उत्सव आयोजित किए गए। उल्लेखनीय है कि हिन्दुस्तान जिं़क अपने परिचालन क्षेत्र के आसपास के गांवो के सर्वागिण विकास के लिए विगत एक दशक से अधिक समय से ग्रामीण विकास हेतु विभिन्न परियोजनाएं संचालित कर रहा है। ग्रामीण विकास को और गति प्रदान करने एवं आसपास की ग्रामीण महिलाओ को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सखी परियोजना संचालित की जा रही है। ग्रामीण समाज में निर्णय लेने की प्रकिया में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने और उन्हें स्थायी आजीविका से जोडने के लिए सखी स्वयं सहायता समूह गठित किये गये। ग्रामीण महिलाओं ने अपने प्रमुख मुद्दो के समाधान के लिए गांव और पंचायत में सम्मिलित हो कर अलग पहचान बनायी है। वर्षो के सतत् प्रयास से आज सखी फेडरेशन से 27000 से अधिक ग्रामीण सखियां लाभान्वित हो रही है। 2 हजार से अधिक सखियां व्यापार, कृषि और पशुपालन के रूप में अपनी उद्यमिता का सफल प्रदर्शन कर रही है एवं संपूर्ण अर्थव्यवस्था को डिजिटेल टेब से संचालित कर रही है।

हिन्दुस्तान जिंक ने मनाया 50वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस

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उदयपुर, 4 मार्च 2021। कर्मचारियों और स्थानीय समुदायों की सुरक्षा और भलाई हिंदुस्तान जिंक का मुख्य उदृदेश्य है। कंपनी स्मार्ट, सुरक्षित और सस्टेनेबल खनन...

हिंदुस्तान जिंक के शिक्षा संबंल कार्यक्रम में इस वर्ष लाभान्वित हो...

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गर्मी की छुट्टियों में घूमने फिरने या फिर सिर्फ खेलकूद के बजाय पहली बार घर से दूर रहने और वह भी एक माह के लिए, 24 घण्टें अनुशासन, अध्ययन, खेलकूद, व्यक्तित्व निखार जैसे विषयों के लिए जाना हो तो स्वाभाविक तौर पर 200 से अधिक बच्चें एकमत नही हो सकते। लेकिन  जावर, पंतनगर, चित्तौडगढ़, आगुचा, दरीबा, देबारी और कायड से इस शिविर में बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास इस बात को साबित करने के लिए अनुकुल थे कि उन्हें पढ़ाई मे रूचि के साथ साथ अपने गुरूजनों से अभिभावकों जैसा व्यवहार और मार्गदर्शन उन्हें घर से दूर घर सा ही वातावरण दे रहे है जो कि उनके भविष्य की नींव के लिए अमूल्य है।   हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा चलायें जा रहे शिक्षा संबंल कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविरों में पंतनगर, उत्तराखण्ड सहित राज्य के 5 जिलों उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा, अजमेर के राजकीय विद्यालयों के 1000 से अधिक बच्चें उत्साह से भाग ले रहे है। इन प्रशिक्षण शिविरों में बच्चों को विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषयों के साथ ही शारीरिक, खेलकूद, बौद्धिक और सांस्कृतिक गतिविधियांे से जोडकर उनके सर्वागिंण विकास की और अग्रसर किया जा रहा है।   हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा विद्या भवन सोसायटी उदयपुर के सहयोग सेे सिनियर सैकण्डरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर की औपचारिक शुरूआत की गयी। 23 मई से 22 जून तक आयोजित होने वाले इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में 200 से अधिक बच्चें 10 वीं कक्षा एवं 49 बच्चें 12वीं कक्षा के भाग ले रहे है। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा जावर, दरिबा, देबारी चित्तौडगढ़, आगूचा, और कायड में इसी प्रकार के आयोजित 14 शिविरों में 800 से अधिक बच्चें लाभान्वित हो रहे है। 6 वर्ष पूर्व प्रायोगिक तौर पर शुरू किये गये इस आवासीय शिविर की सफलता उनकी बढ़ती हुई संख्या से सिद्ध होती है। परिणामों को बेहतर बनाने और शिक्षा की पद्धति इस कार्यक्रम और शिविरों की अद्वितीय खासीयत है। ये शिविर हिन्दुस्तान जिं़क के साथ मिलकर ऐसा शैक्षणिक प्रयोग है जिससे संस्था और बच्चों का नाम रोशन हो। आवासीय शिविरों  में यह प्रयास किया जा रहा है कि किस प्रकार शिक्षा को प्रासंगिक किया जा सके जिससे बच्चों को अधिकाधिक लाभ मिलें।   हिन्दुस्तान जिंक सदैव आगे बढ़कर ग्रामीण बच्चों के संपूर्ण विकास के लिये आगे आता रहा है शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् अध्यापन में अभाव महसूस कर रहे बच्चों के लिये 13 वर्षो से लाभान्वित किया जा रहा है। ग्रीष्मकलीन प्रशिक्षण शिविरों में शिक्षण के साथ ही कौशल विकास, व्यवहार तथा अन्य गतिविधियों जैसे खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमो से बच्चों में व्यक्तिगत और शिक्षात्मक सुधार  का प्रयास किया जा रहा है।   शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा 9वीं से 12वीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सरकारी विद्यालयों में जहा पद रिक्त है विज्ञान, गणित  एवं अंगे्रजी के विषयध्यापकों द्वारा शिक्षा दी जा रही हैं।  इस आवासीय प्रषिक्षण शिविर में 10वीं एवं 12 वीं कक्षा में इस वर्ष प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को विशेषज्ञ अध्यापकों द्वारा अध्यापन कराया जा रहा है जिससे वे इन विषयों के बारें में सामान्य जानकारी को रूचिकर तरिकों से सीख सकें। इस प्रकार के शिविर का आयोजन उदयपुर कोरोना काल के अलावा लगातार चार वर्षो से किया जा रहा है।   ज्ञातव्य रहे कि शिक्षा संबल आवासीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के लिए पंतनगर से 26 विद्यार्भी राजस्थान आये है।

हिंदुस्तान जिंक छठे सीएसआर हैल्थ इम्पेक्ट अवार्ड 2022 से सम्मानित

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देश के एकमात्र और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक को  नई दिल्ली में  आयोजित पुरस्कार समारोह के दौरान छठे सीएसआर हैल्थ इम्पेक्ट पुरस्कार से सम्मानित किया। सीएसआर स्वास्थ्य अभियान श्रेणी में असाधारण प्रदर्शन के लिए कंपनी को अपनी प्रमुख सीएसआर परियोजना, खुशी आंगनवाड़ी नंदघर के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया, जिससे राजस्थान के 5 जिलों उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और अजमेर के 2,500 गांवों में 1,90,000 बच्चे लाभान्वित हुए। इस पुरस्कार हेतु जूरी सदस्य राम बंद्योपाध्याय - आईएएस, कॉरपोरेट मामलों के पूर्व सचिव, आलोक रंजन - आईएएस, पूर्व मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार, डॉ चंद्रकांत पांडव - पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट, एस श्रीधर, मैनेजिंग डायरेक्टर फाइजर इंडिया और प्रेसिडेंट ओपीपीआई, डॉ फरहत मंटू - जनरल डायरेक्टर, एमएसएफ दक्षिण एशिया, डॉ रंजना कुमारी - निदेशक, सामाजिक अनुसंधान केंद्रय मैथ्यू चेरियन - बोर्ड अध्यक्ष, केयर इंडिया, सौमिल मोदी - कंट्री हेड, जनरल मैनेजर, नोवार्टिस ऑन्कोलॉजी, इंडियाय और विजय सेठी - डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, सस्टेनेबिलिटी इंजीलवादी थे। समारोह के मुख्य अतिथि भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया और े सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री  रामदास अठावले थे। हिन्दुस्तान जिं़क की ओर से यह पुरस्कार सीएसआर विभाग के अधिकारी योगेश वर्मा एवं अंजली असीजा ने ग्रहण किया। सीएसआर हेल्थ इम्पैक्ट अवार्ड इंटीग्रेटेड हेल्थ एंड वेलबीइंग काउंसिल की एक पहल है, जिसका उद्देश्य व्यवसायों को राष्ट्रव्यापी सीएसआर आधारित स्वास्थ्य अभियाना का नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करना और अन्य कॉर्पोरेट को बड़े पैमाने पर शामिल होने की अपील करना है, जिससे यह अभियान और मजबूत हसे। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा  खुशी अभियान के अंतर्गत  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और पूरे समुदाय पर कोविड-19 के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए डिप स्टिक मूल्यांकन किया। कोविड 19 और उसके उपरान्त प्री-स्कूल शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, व्हाट्सएप के माध्यम से प्रीस्कूल शिक्षा सामग्री और शिक्षण शिक्षण सामग्री वाले वीडियो साझा किए। सामुदायिक जुड़ाव को मजबूत करने के लिए घर घर जाकर जागरूक किया। इसके अलावा कार्यक्रम का मुख्य फोकस ग्रामीण बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार लाने और समुदाय के स्वास्थ्य और स्वच्छता पहलुओं को मजबूत करने पर है। हिंदुस्तान जिंक का मानना है कि सभी का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है और सभी व्यवसायों को देश के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए। अपने संचालन और आम जनता के आसपास रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के  लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को समय समय पर सम्मानित किया गया है।

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा हाइपरटेंशन से बचाव हेतु किया जागरूक

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवा परियोजना के तहत् विश्व हाइपरटेंशन दिवस के अवसर पर हाइपरटेंशन से बचाव के बारें में अपने संचालन क्षेत्र के आस पास के गावों में जागरूकता सत्र आयोजित कर गा्रमीणों को इस बारें में जानकारी प्रदान की। बच्चे, वयस्क और बुजुर्ग सभी एनसीडी में योगदान करने वाले जोखिम कारकों की चपेट में हैं, जिसकें कारण अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता, तंबाकू के धुएं के संपर्क में आने या शराब के हानिकारक उपयोग हैं। हाइपरटेंशन की गंभीरता के बारे में समुदाय में जागरूकता लाने के लिए उन्हें लक्षणों, लक्षणों, कारणों और उपचारों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी।  उदयपुर के जावर चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया और भीलवाड़ा में रामपुरा आगुचा माइंस के आस-पास के गांवों में हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा दीपक फाउंडेशन के सहयोग से संचालित मोबाइल हेल्थ यूनिट से इन सत्रों का आयोजन किया गया। इससे अमरपुरा, बोरिकुवा, नगरी, गुसाई खेड़ा, इंद्र का खेड़ा और परशुरामपुरा गांवों 200 से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हुए।

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जनहित के साथ ही रक्तदान जैसे पुनीत कार्य...

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जनहित के कार्यो में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहा है एवं रक्तदान जैसे पुनीत कार्य में...

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा सीएसआर के अंतर्गत संचालित स्वास्थ्य सेवा परियोजना के तहत् विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये।...

हिन्दुस्तान जिंक मास्टर्स ऑफ रिस्क अवार्ड से सम्मानित

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भारत की एकमात्र और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत सीसा-जस्ता और चांदी की उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने मास्टर्स ऑफ रिस्क का अवार्ड जीता। मुबई में हुए द इंडिया रिस्क मैनेजमेंट अवार्ड के आठवें संस्करण समारोह में यह पुरस्कार हिन्दुस्तान जिंक की एमएएस (मैनेजमेंट अश्योरेंस सर्विस) टीम को फ्रॉड प्रिवेंशन और ऐथिक्स मैनेजमेंट के लिए प्रदान किया गया। अतिथियों के रूप में समारोह में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के एमडी एंड सीईओ भार्गव दासगुप्ता, सीएनबीसी-टीवी 18 की कार्यकारी संपादक लता वेंकटेश एवं प्रसिद्ध बिजनेस स्टेªटेजिस्ट निर्मल्या कुमार शामिल हुए। हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक में रिस्क मैनेजमेंट प्रोफाइल अत्यधिक पारदर्शी प्रणाली पर आधारित है जिसमें सभी स्तरों पर टीमों को विभिन्न ऑनलाइन रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसी भी प्रकार के जोखिम की श्रेणी की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह पुरस्कार हमारे सिस्टम और प्रक्रियाओं के लिए एक लीगेसी है जो जोखिम को कम करने, सुचारू संचालन, लोगों के प्रबंधन और कंम्प्लायंस फ्रेमवर्क को उपर से नीचे तक प्रबंधन तक पहुंच को सुनिश्चित करता है। इंडिया रिस्क मैनेजमेंट अवार्ड्स उन संगठनों और टीमों को मान्यता देते हैं जिन्होंने जोखिम प्रबंधन की समझ और अभ्यास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हिंदुस्तान जिंक एक जिम्मेदार कॉर्पाेरेट के रूप में प्रभावी जोखिम प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध है, जो कंपनी के व्यवसाय की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। हिंदुस्तान जिंक लगातार उन सभी जोखिमों की नियमित मैपिंग और शमन सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो उनके व्यवसाय को संभावित रूप से प्रभावित कर सकते हैं। कंपनी ने एक अच्छी तरह से परिभाषित रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क को लागू किया है जो उन्हें प्रत्येक चरण में परिभाषित भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के साथ एक अच्छी प्रक्रिया के माध्यम से सभी स्तरों पर प्रासंगिक जोखिमों की पहचान, मूल्यांकन, वर्गीकरण करने की अनुमति देता है। हिंदुस्तान जिंक सख्त आचार संहिता का पालन करता है और व्हिसलब्लोअर तंत्र के माध्यम से अनियमितताओं की रिपोर्टिंग को प्रोत्साहित करता है। फ्रॉड को रोकने के लिए, कंपनी ने कई नियंत्रण उपाय किए हैं। इन उपायों को करने के लिए विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) और नैतिकता प्रशिक्षण, अद्यतन एसओपी, आईटी/प्राधिकरण नियंत्रण और परिणाम प्रबंधन का उपयोग किया जाता है।

राजस्थान दिवस पर हिन्दुस्तान जिं़क की सीएसआर पहल के तहत् ‘सखी‘...

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हिन्दुस्तान ज़िंक की सीएसआर पहल के तहत् ‘सखी‘ परियोजना से जुडी ग्रामीण सखियों की कडी मेहनत और हुनर को पहचान देने के साथ ही...