चित्तौडगढ, 12 दिसम्बर (नि.सं.)। राशमी थाना क्षैत्र् में सोमवार को पेशी पर ले जाय् गये एक अभियुक्त को दो व्यक्ति पुलिस जाप्ते पर फायर कर भगा ले गए। घायल पुलिसकर्मी चिकित्सालय में उपचाररत है।

जानकारी के अनुसार, राशमी थाने में पुलिस जीप को टक्कर मारने के मामले में गिरतार राधेश्याम पिता लेहरू जाट निवासी भीमगढ को सोमवार को पेशी होने से चालानी गार्ड शिवलाल जाट व इन्द्रमल मेनारिया मोटरसाइकिल पर लेकर राशमी न्यायलय पहुंचे। जहां न्यायाधीश के छृट्टी पर होने से अगली तारीख पेशी मिलने पर वापस कपासन जेल के लिए रवाना हुए। इस दौरान चालानी गार्ड शिवलाल जाट मोटरसाइकिल चला रहा था। व अभियुक्त राधेश्याम में बिच मे बिठा रखा था। राशमी से रवाना होने के बाद डिण्डोली गांव के पास पिछे से एक बिना नम्बर की मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आए जिसमे से एक ने लठ से शिवलाल के सिर पर वार किया। जिससे शिवलाल, इन्द्रमल व अभियुक्त राधेश्याम नीचे गिर गए। चालानी गार्ड इन्द्रमल ने राधेश्याम को पकडे रखा, लेकिन मोटरसाइकिल पर आए अभियुक्तों मे से एक ने देशी कट्टे से इन्द्रमल पर फायर किया, जिससे इन्द्रमल घायल हो गया और मोटरसाइकिल पर आये अज्ञात व्यक्ति राधेश्याम को मोटरसाइकिल पर बिठा कर फरार हो गए।

इधर सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, वृताधिकारी कपासन व थानाधिकारी राशमी मौके पर पहुंचे। कांस्टेबल इन्द्रमल व शिवलाल को चिकित्सालय पहुंचाय गया। इस दौरान पुछताछ में मोटरसाइकिल पर आए दो अभियुक्तों मे से एक की पहचान उदयलाल पिता लेहरू जाट के रूप मे की गई। पुलिस ने इस संबंध में राशमी थाने में 307, 341, 323, 353, 224, 225 व 120बी भादस तथा 3/25 आर्म्स एक्ट में प्रकरण पंजीबद्व किया है। पुलिस पर हमला करने वाले उदयलाल व उसके साथी की तलाशी के लिए पुलिस ने जिले में नाकाबन्दी कर रखी है व संदिग्ध स्थानो पर दबिश भी दी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि अभियुक्त राधेयाम जाट को नारकोटिक्स विभाग ने 2008 में सैनिक स्कूल के पास नौ किलो 800 ग्राम अफीम के साथ पकडा था, जो पन्द्रह दिन के पेरोल पर आया था। लेकिन वापस नही गया इस दौरान उसने उदयपुर में अपने ईनामी योजना के नाम से चिटफण्ड कम्पनी खोलकर कई लोगो के साथ धोखाधडी की थी। इस संबंध में उदयपुर में राधेश्याम के विरूद्व 2010 में अम्बामाता थाने में धारा 406,420,468,471 व 120 बी में प्रकरण दर्ज है। मुखबिर की सूचना पर अप्रैल माह में राधेश्याम को गिरतार करने के लिए नाकाबन्दी की गइ थी दौरान उसने पुलिस की गाडी को टक्कर मारकर भागने का प्रयास किया था। उस समय इसे गिरतार कर लिया गया था और उसी मामले में पेशी पर सोमवार को उसे राशमी न्यायालय गया था जहां राधेश्याम के साथियों ने पुलिस पर फायर कर उसे भगा ले जाने में सफलता हासिल की। जिले में पिछले एक वर्ष में पुलिस पर हो रहे इस तरह के हमले जिले के पुलिस गृह विभाग पर सवालिया निशान खडे करते है, कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही अभियुक्तो को पूरी सूचना मिल जाती है। अब देखना यह है कि जिला पुलिस अधीक्षक इस व्यवस्था को सुधारने के लिए क्या कदम उठाते है।

 

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