ग्रामीणों ने आई.जी. को दिया ज्ञापन

उदयपुर, सरकार बाल विवाह रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है और उसी सरकार का एक नुमाइंदा बाल विवाह अधिनियम में कानूनी कार्यवाही करने की धमकी देकर ग्रामीणों को लूट रहा है।

कैलाशपुरी पुलिस चौकी के कांस्टेबल मालीराम व उसके अन्य साथियों द्वारा आसपास के गांव चिरवा, रामा, कैलाशपुरी आदि के आदिवासियों के अक्षय तृतीयां पर होने वाले विवाह समारोह में जाकर बाल विवाह अधिनियम के तहत जेल में डालने की धमकी और कानूनी कार्यवाही का डर बताकर प्रत्येक परिवार से १५-२० हजार रूपये की उगाही (रिश्वत) की और कुछ ग्रामीणों के बाल विवाह तो खुद वहां ख$डे होकर सम्पन्न करवाए और जिन परिवारों में शादी हो रही थी और वे लोग कांस्टेबल के जाने पर परिवार वाले नहीं मिले तो उन्हें पुलिस चौकी पर बुलाकर भी उनसे रूपये लिये।

शनिवार को कैलाशपुरी के व अन्य गांव के पी$िडत परिवारों ने पुलिस महानिरीक्षक को सिपाही मालीराम के विरूद्घ लिखित में शिकायत की है। ग्रामीणों ने सिपाही मालीराम पर आरोप लगाते हुए बताया कि जबसे इसकी नियुत्ति* कैलाशपुरी चौकी में हुई है त्बसे यह भूमि दलालों से मिलकर ग्रामीणों को जमीन डरा धमका व झूठे केस में पं*सा कर जेल में डालने की धमकी देकर भूमि दलालों को बेच दी। इससे पूर्व में भी एक आदिवासी की जमीन धोखे से अन्य व्यत्ति* के रजिस्ट्री कराने की शिकायत हो चुकी है जिसकी जांच अभी की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि मालीराम पुलिस वर्दी का रोब दिखाकर कैलाशपुरी सर्कल में आतंक मचा रखा है। ग्रामीणों ने सिपाही मालीराम के विरूद्घ कार्यवाही की मांग की है।

इनका कहना है:

इस संबंध में पुलिस महानिरीक्षक टी.सी. डामोर ने कहा कि मैं अभी जिले के दौरे पर हूं। कार्यालय में आये प्रकरण को देखकर कार्यवाही की जायेगी।

 

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