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हिंदुस्तान जिंक की रामपुरा आगुचा माइंस को 2022 ग्रीन मैपल पिनेकल अवार्ड

रामपुरा अगुचा माइंस को धातु और खनन क्षेत्र के लिए ग्रीन मैपल पिनेकल अवार्ड के तहत् एनर्जी कंजर्वेशन डायमंड और वाटर कंजर्वेशन में प्लैटिनम कैटेगरी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार जम्मू में आयोजित समारोह में दिया गया। संगठन का उद्देश्य पुरस्कार समारोहों का आयोजन और संचालन करना है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा और जल संरक्षण, नवीकरणीय पहल, पर्यावरण पहल, आर्थिक और सामाजिक...

हिंदुस्तान जिंक द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि एवं तकनीक की पहल अनुकरणीय-जिला कलक्टर

हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि एवं तकनीक के साथ ही कृषि प्रसंस्करण की योजना से उन्हें लाभ मिलेगा एवं उनकी आय में वृद्धि होने से विकास होगा। हिन्दुस्तान जिं़क की किसानों को आगे बढ़ने के लिये की गयी पहल अनुकरणीय है। यह बात जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने जावर माइंस क्षेत्र में जावर माता कृषि विकास केन्द्र के शुभारंभ के अवसर पर कही। उन्होंने किसानों को अपने उत्पादों की अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिये प्रसंस्करण युनिट से जुड़ने और छोटी इकाईयों को शुरू करने हेतु सरकारी योजनाओं और ऋण की बारे में विस्तार से जानकारी दी। मीणा ने जावर क्षेत्र में शहद के प्रोसेसिंग युनिट की संभावानाओं के प्रति जागरूक किया। उन्होनें हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा ग्रामीण विकास हेतु संचालित परियोजनाओं, स्वयं सहायता समुहों के माध्यम से महिला सशक्तिरण एवं किसानों के लिये किये जा रहे कार्यो की सराहना की। हिन्दुस्तान जिं़क की समाधान परियोजना के अंतर्गत जावर में इस कृषि विकास केन्द्र से जुडे़ 740 किसान जिनमें से 40 प्रतिशत महिलाएं और जावर माता कृषि विकास केन्द्र के जरिये 37 एफआईजी जुड़े हैं। यह अनूठा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से 5 कृषि विकास केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इससे किसान लाभार्थियों को कृषि सेवा केन्द्र का लाभ मिलेगा। इस केन्द्र से जुडे किसान हिस्सेदारों को उनकी मांग के अनुरूप एफपीओ के माध्यम से फसल के बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि उचित दर पर उपलब्ध होगें। इसी तरह एफपीओ जावर के अतिरिक्त देबारी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही गत दिनों जवार में  किये गए निर्माण कार्य नेवातलाई, सिंघटवाड़ा, अमरपुरा में स्कूलों, जावर माता में रिटेनिंग वाल और टीडी में सीसी रोड के निर्माण कार्य का भी उद्घाटन किया।‘समाधान‘ का उद्देश्य मजबूत समुदाय आधारित संगठनों के माध्यम से समाज की आजीविउका में सुधार के लिए एकीकृत कृषि प्रणालियो ंको बढ़ावा देना है। जावर में ‘समाधान‘ परियोजना 12 गांवों में संचालित है। इस अवसर पर जावर सरपंच प्रकाश मीणा, कृषि उपनिदेशक सुधीर कुमार वर्मा, बागवानी उपनिदेशक डॉ. केएन सिंह, पशुधन उपनिदेशक डॉ. भारद्वाज, बायफ मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक सुरेन्द्र वेडिया, आईबीयू जावर के सीईओ विनोद कुमार, हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर प्रमुख अनुपम निधि, जावर माइंस मजदूर संघ के महामंत्री लालूराम, कार्यकारी अध्यक्ष नागाराम एवं किसान मौजूद थे।

हिंदुस्तान जिंक के दरीबा स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स और जिंक स्मेल्टर देबारी को ग्रीनको गोल्ड और सिल्वर रेटिंग

देश के एकमात्र और विश्व के दूसरे सबसे बड़े एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक, हिंदुस्तान जिंक ने ग्रीनको गोल्ड और ग्रीनको सिल्वर रेटिंग हासिल की है। दरीबा स्मेल्टर कॉम्प्लेक्स को गोल्ड रेटिंग एवं  जिं़क स्मेल्टर देबारी को सिल्वर ग्रीनको अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार जयपुर में सीआईआई सम्मेलन के 5वें संस्करण में राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष सुधांशु पंत द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा को वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। उन्होंने पर्यावरण जागरूकता पर अपना गहन दृष्टिकोण विचार रखे। मिश्रा ने कहा, कि “कोविड -19 महामारी के दौरान तात्कालिकता ने व्यवसायों को निरंतर विकास में उनकी जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया है। हिंदुस्तान जिंक में, उत्पादन से पहले पर्यावरणीय अनुपालन और स्थिरता सूचकांक महत्वपूण थे। राजस्थान में अग्रणी कंपनी के रूप में, हिंदुस्तान जिंक ने 200 मेगावाट अक्षय ऊर्जा की पहल की हैं और लक्ष्य 2050 तक ऊर्जा उत्पादन के लिए कोयले की खपत को खत्म करना है। राजस्थान में देश के लिए भविष्य का ऊर्जा घर बनने की क्षमता है। राज्य सरकार को विश्व स्तर पर जस्ता खनन क्षमता को बढ़ाकर, अक्षय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने और जस्ता बैटरी के रूप में ऊर्जा भंडारण समाधान प्रदान करने के इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने बल देते हुए कहा कि सस्टेनेबिलिटी अब विकल्प नहीं है, पर्यावरण जागरूकता हमें अन्य से अलग पहचान दिलाती है। ” ग्रीनको रेटिंग समग्र दृष्टिकोण का उपयोग कर व्यवसायों की उनकी गतिविधियों की पर्यावरण हेतु किये गये कार्या एवं महत्वपूर्ण पहलुओं पर मूल्यांकन करता है। ग्रीनको रेटिंग प्रणाली का कार्यान्वयन कंपनियों को नेतृत्व और दिशा देता है कि वे किस प्रकार अपने उत्पादों, सेवाओं और प्रक्रियाओं को पारिस्थितिक रूप से अधिक सस्टेनेबल बनाए। कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार और उद्योग को चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है, कैसे 7आर उपकरणों को लागू करके और अत्याधुनिक तकनीकों को लागू करके भविष्य के लिए तैयार हरित पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है। साथ ही साथ शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए ग्रीनको रेटिंग और अन्य सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देना है। ग्रीनको रेटिंग प्रणाली का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, हरित आपूर्ति श्रृंखला जैसे मापदंडों पर उद्योग के प्रदर्शन का आकलन करना है, ताकि आगे सुधार के अवसरों के साथ  हाउ द ग्रीन कंपनी इज़ का आंकलन किया जा सके। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राजस्थान में उद्योगों के लिए एक प्रोत्साहन कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें सहमति शुल्क में 5 से 50 प्रतिशत की कमी, आरएसपीसीबी वेबसाइटों पर कंपनी का उल्लेख, सर्वश्रेष्ठ तीन इकाइयों के लिए वार्षिक मान्यता और एक वर्ष की सहमति लाभ का विस्तार शामिल है।

स्वयं के दैनिक व्यवहार में बदलाव कर लें पर्यावरण सरंक्षण का संकल्प- अरूण मिश्रा

अपनी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में बदलाव कर पर्यावरण का सरंक्षण सुनिश्चित करें। यदि हम स्वयं प्लास्टिक के उपयोग से बचनें, उपयोग में न होने...

हिंदुस्तान जिंक की चंदेरिया लेड-जिंक स्मेल्टर आरआईएनए द्वारा एसए 8000: 2014 स्टेण्डर्ड प्रमाणन

देश के एकमात्र और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक, हिंदुस्तान जिंक ने अपनी चंदेरिया लेड-जिंक स्मेल्टर इकाई के लिए आरआईएनए द्वारा...

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