हिन्दुस्तान जिंक पीपल फर्स्ट एचआर एक्सीलेंस अवार्ड 2022 से सम्मानित

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कंपनी को विविधता और समावेशन पहल और प्रतिभा प्रबंधन के लिए चैंपियन अवार्ड कंपनी का उद्देश्य प्रतिभाओं को ओर सशक्त करना और लिंग भेद से दूर प्रगतिशील संगठन की उत्कृष्ट प्रदर्शन संस्कृति के लिए तैयार करना है देश की एकमात्र और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत सीसा-जस्ता और चांदी की उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड को ’पीपल फस्र्ट...

ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बना उज्जवल भविष्य का सपना साकार कर...

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा हमेशा से अपने परिचालन इकाईयों के आस पास के क्षेत्र के समुदाय का सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण प्राथमिकता में रहा है।...

हिंदुस्तान जिंक की कायड़ माइन राजस्थान की एकमात्र 5-स्टार रेटिंग विजेता...

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खान मंत्रालय द्वारा 12 जुलाई को नई दिल्ली में आजादी के अमृत महोत्सव के  आयोजन के रूप में खान और खनिजों पर छठे राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस अवसर पर, हिंदुस्तान जिंक की कायड माइन को 5 स्टार रेटिंग प्रणाली के लिये किये गए मूल्यांकन के तहत् 2020-21 के लिये राजस्थान की एकमात्र माइन से पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार माइन को सतत विकास हेतु कार्यान्वयन में अपने अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए प्रदान किया गया। हिन्दुस्तान जिं़क कायड माइन के एसबीयू निदेशक  के.सी. मीणा एवं विजेंद्र कश्यप, प्रमुख भूविज्ञान कायड माइन द्वारा यह पुरस्कार, माननीय केंद्रीय गृह मंत्री, अमित शाह,  केंद्रीय खान, कोयला और संसदीय मामलों के मंत्री, प्रहलाद जोशी, खान, कोयला और रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे और मंत्रालय के अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में ग्रहण किया। खान पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम कार्यप्रणाली  को अपनाकर वैज्ञानिक और व्यवस्थित खनन करने के लिए खान मंत्रालय के तत्वावधान में खान मंत्रालय के तत्वावधान में भारतीय खान ब्यूरो द्वारा यह फाइव स्टार रेटिंग पुरस्कार दिया जाता है।

हिन्दुस्तान जिंक के ऊंची उड़ान कार्यक्रम में अध्ययनरत विद्यार्थियों का उत्कृष्ठ...

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा छात्रों के लिए चलाये जा रहे आवासीय कार्यक्रम ऊंची उड़ान के विद्यार्थियों का  राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित दसवीं कक्षा का परिणाम उत्कृष्ठ रहा। परिणामों में ऊंची उड़ान के छठे बैच का शत प्रतिशत परिणाम उत्साह जनक है। परिणामों में दसवीं गणित में 4 छात्रों को 99, छह को 98 ओर 32 छात्रों ने डिस्टिंक्शन अंक प्राप्त किये है। इसी प्रकार विज्ञान में सर्वाधिक अंक 97 हैं वहीं 25 छात्रों को डिस्टिंक्शन मिला। सामाजिक विज्ञान में उच्चतम अंक 95 मिले वहीं 30 छात्रों को डिस्टिंक्शन मिला और अंग्रेजी में उच्चतम 96 अंक प्राप्त किये  एवं 36 विद्यार्थियों को डिस्टिंक्शन अंक मिले। 12वीं बोर्ड के नतीजों में 12 छात्रों को गणित में, 7 छात्रों को भौतिकी में, 4 छात्रों को रसायन विज्ञान में, 2 छात्रों को अंग्रेजी में डिस्टिंक्शन अंक प्राप्त किये वहीं  29 छात्रों ने हिन्दी विषय में सबसे अधिक डिस्टिंक्शन अंक प्राप्त किये। ऊंची उड़ान की शुरुआत 2017 में हिन्दुस्तान जिंक द्वारा  तकनीकी पार्टनर रेसोनेन्स एंव हॉस्ट पार्टनर विद्या भवन के साथ शिक्षा के नवाचार के रुप में हुई । इसका उद्धेश्य राजकीय विद्यालयो मे पढ़ने वाले उन मेधावी छात्रो को आगे लाना है जो उचित मार्गदर्शन और संसाधनो के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। इसके तहत कंपनी के कार्यक्षेत्र के 6 जिलो से उदयपुर ,राजसमंद, चितौड़, भीलवाड़ा, अजमेर ,उतराखण्ड के पंतनगर से मेधावी छात्र जिनके न्युन्तम प्राप्तांक प्रतिशतता के मापदण्ड के आधार पर छात्रो का चयन कर प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है ,उसके पश्चात उनमें से चयनित छात्रो को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठीत इंजीनियरिंग संस्थानो में प्रवेश के लिए जेइइ की तैयारी रेसोनेन्स संस्थान के अनुभवी अध्यापको द्वारा करवायी जाती हैं। ऊंची उड़ान में  कक्षा 9 से 12 तक 184 छात्र वर्तमान में विद्या भवन सीनीयर सेकण्डरी विद्यालय में अध्ययन कर रहै हैं यह कार्यक्रम पूर्णत आवासीय है। कक्षा 9 से छात्रो को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाती है। इस वर्ष सभी छात्रों को सरकार द्वारा संचालित प्रतिष्ठित काॅलेजों में प्रवेश मिला है। एक विद्यार्थी को एनआईटी जयपुर और 12 को एमबीएम जोधपुर में प्रवेश मिला है। इस वर्ष कोविड के बावजूद कड़ी प्रवेश प्रक्रिया के आधार पर ऊंची उड़ान के छठे बैच का चयन किया। हिन्दुस्तान जिंक के शैक्षिक सहयोग से कंपनी 1.8 लाख से अधिक बच्चें लाभान्वित हो रहे है।

एक माह में 1500 से अधिक विद्यार्थी शैक्षणिक, कौशल विकास, खेलकूद...

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा ग्रामीण प्रतिभाओं के लिये आयोजित शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत् एक माह के समर कैम्प में 1500 से अधिक विद्यार्थी शैक्षणिक,...

देश विदेश की कला और संगीत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण...

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उदयपुर, 21 जून 2022। देश के एकमात्र और विश्व के दूसरा सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क ने विश्व संगीत दिवस पर संगीत प्रेमियों को वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल की सौगात दी। देश के सबसे बडे वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के छठे संस्करण का आयोजन झीलों के शहर उदयपुर में आयोजित होगा। इस महोत्सव में पराग्वे, कोलंबिया, चिली, पनामा, इटली, भारत और कई अन्य देशों सहित विश्व के 100 से अधिक प्रसिद्ध संगीतकार अपनी प्रस्तुति से देश और विदेश के संगीत प्रेमियों का दिल जितेगें। इस आयोजन के हर संस्करण में देश विदेश से बडी संख्या में संगीत प्रेमी आकर भाग लेते है। प्रति वर्ष की तरह ही इस बार इस फेस्टिवल के छठे संस्करण में हिन्दुस्तान जिं़क सीएसआर पहल कर  मुख्य सहयोगी होगा। हिंदुस्तान जिंक के उदयपुर स्थित प्रधान कार्यालय में इस फेस्टिवल के छठे संस्करण की औपचारिक घोषणा की गयी साथ ही विश्व एवं भारतीय संगीत की पारंपरिक विरासत और संस्कृति संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए इस उत्सव के अयोजक सहर इंडिया के साथ तीन वर्षिय एमओयू पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर पूर्णकालिक निदेशक, हिंदुस्तान जिंक और सीईओ जिंक बिजनेस - वेदांता अरुण मिश्रा एवं संस्थापक निदेशक - सेहर इंडिया संजीव भार्गव उपस्थिति थे। एमओयू हस्ताक्षर पर अरुण मिश्रा ने कहा,कि “कला और संगीत एक ऐसी भाषा है जो हमें सहिष्णु रहना, दूसरों का सम्मान करना, दयालु और विनम्र रहना और सौहार्दपूर्वक रहना सिखाती है। हिंदुस्तान जिंक और वेदांता ने हमेशा कला और संस्कृति को प्रोत्साहित और सहयोग किया है और इस मंच के माध्यम से हम युवा नवोदित प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने, सीखने और आगे बढ़ने के लिये अवसर प्रदान कर प्रोत्साहित करना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य उदयपुर को भारत की संगीत राजधानी बनाना है और यह इसी ओर एक कदम है। वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल में सांस्कृतिक विविधता लिये अद्वितीय लाइव प्रस्तुतियां होती है। छठे संस्करण में राजस्थाान के लुप्त हुए संगीत वाद्ययंत्रों और परंपराओं का संरक्षण और प्रचार मुख्य थीम है, जिसमें भूले हुए संगीत वाद्ययंत्रों और उनके कलाकारों को प्रोत्साहित करना और उन्हें एक मंच देकर पुनर्जीवित करना मुख्य ध्येय है। वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2022 युवा पीढ़ी को अपनी विरासत के अनुसरण के साथ ही सारंगी जैसे वाद्ययंत्रों के प्रति अपना रूझान बढ़ाने हेतु केंद्रित होगा।  सारंगी यूनेस्को द्वारा संरक्षित संगीत परंपरा है। इस संस्करण चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर और उदयपुर जिलों में स्थानीय प्रतिभाओं की खोज हेतु वेदांता टैलेंट हंट का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें गायन और वाद्ययंत्र प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इस वर्ष फेस्टिवल में भारत से पेपोन कामाक्षी खन्ना, इटली से आईडीआर, पुर्तगाल, फेडो सिंगर कटिया गुएरेरियो,  कोलंबिया, चिली, पनामा, पराग्वे अबाकोराओ एवं पुर्तगाल से सेंजा जैसे कलाकार प्रस्तुति देगें।

हिंदुस्तान जिंक में मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हिन्दुस्तान जिं़क के प्रधान कार्यालय सहित संचालन की सभी इकाईयों में योगाभ्यास किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जिं़क अधिकारी, कर्मचारियों एवं जिं़क परिवार के सदस्यों ने भाग लिया। साथ ही आगुचा, कायड़, देबारी, चंदेरिया, पंत नगर और जावर स्थ्ति जिं़क कौशल कंेद्रों पर भी योगाभ्यास कराया गया। हिन्दुस्तान जिं़क के प्रधान कार्यालय में हिंदुस्तान जिंक और सीईओ जिंक बिजनेस - वेदांता अरुण मिश्रा ने जिं़क परिवार के साथ योगाभ्यास कर सभी से इसे दैनिक जीवन में अपनाने का आव्हान किया।  उदय योग केंद्र उदयपुर की योग गुरु बीना भाटी ने को योग के महत्व को प्रोत्साहित करने और साझा किया। हिंदुस्तान जिंक ने प्रतिभागियों के लिए योग के लाभों और दैनिक जीवन में इसके महत्व पर चर्चा हेतु सत्र आयोजित किए। सत्रों के दौरान, प्रतिभागियों ने विभिन्न आसनों या मुद्राओं के साथ-साथ प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करना सीखा, जो विभिन्न प्रकार के मनोवैज्ञानिक विकारों को कम करने, तनाव को कम करने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में सहायक है। प्रोत्साहन हेतु  पोस्टर और नारा लेखन जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।

हिंदुस्तान जिंक की रामपुरा आगुचा माइंस को 2022 ग्रीन मैपल पिनेकल...

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रामपुरा अगुचा माइंस को धातु और खनन क्षेत्र के लिए ग्रीन मैपल पिनेकल अवार्ड के तहत् एनर्जी कंजर्वेशन डायमंड और वाटर कंजर्वेशन में प्लैटिनम कैटेगरी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार जम्मू में आयोजित समारोह में दिया गया। संगठन का उद्देश्य पुरस्कार समारोहों का आयोजन और संचालन करना है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा और जल संरक्षण, नवीकरणीय पहल, पर्यावरण पहल, आर्थिक और सामाजिक...

हिंदुस्तान जिंक द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि एवं तकनीक की पहल...

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हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि एवं तकनीक के साथ ही कृषि प्रसंस्करण की योजना से उन्हें लाभ मिलेगा एवं उनकी आय में वृद्धि होने से विकास होगा। हिन्दुस्तान जिं़क की किसानों को आगे बढ़ने के लिये की गयी पहल अनुकरणीय है। यह बात जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने जावर माइंस क्षेत्र में जावर माता कृषि विकास केन्द्र के शुभारंभ के अवसर पर कही। उन्होंने किसानों को अपने उत्पादों की अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिये प्रसंस्करण युनिट से जुड़ने और छोटी इकाईयों को शुरू करने हेतु सरकारी योजनाओं और ऋण की बारे में विस्तार से जानकारी दी। मीणा ने जावर क्षेत्र में शहद के प्रोसेसिंग युनिट की संभावानाओं के प्रति जागरूक किया। उन्होनें हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा ग्रामीण विकास हेतु संचालित परियोजनाओं, स्वयं सहायता समुहों के माध्यम से महिला सशक्तिरण एवं किसानों के लिये किये जा रहे कार्यो की सराहना की। हिन्दुस्तान जिं़क की समाधान परियोजना के अंतर्गत जावर में इस कृषि विकास केन्द्र से जुडे़ 740 किसान जिनमें से 40 प्रतिशत महिलाएं और जावर माता कृषि विकास केन्द्र के जरिये 37 एफआईजी जुड़े हैं। यह अनूठा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से 5 कृषि विकास केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इससे किसान लाभार्थियों को कृषि सेवा केन्द्र का लाभ मिलेगा। इस केन्द्र से जुडे किसान हिस्सेदारों को उनकी मांग के अनुरूप एफपीओ के माध्यम से फसल के बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि उचित दर पर उपलब्ध होगें। इसी तरह एफपीओ जावर के अतिरिक्त देबारी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही गत दिनों जवार में  किये गए निर्माण कार्य नेवातलाई, सिंघटवाड़ा, अमरपुरा में स्कूलों, जावर माता में रिटेनिंग वाल और टीडी में सीसी रोड के निर्माण कार्य का भी उद्घाटन किया।‘समाधान‘ का उद्देश्य मजबूत समुदाय आधारित संगठनों के माध्यम से समाज की आजीविउका में सुधार के लिए एकीकृत कृषि प्रणालियो ंको बढ़ावा देना है। जावर में ‘समाधान‘ परियोजना 12 गांवों में संचालित है। इस अवसर पर जावर सरपंच प्रकाश मीणा, कृषि उपनिदेशक सुधीर कुमार वर्मा, बागवानी उपनिदेशक डॉ. केएन सिंह, पशुधन उपनिदेशक डॉ. भारद्वाज, बायफ मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक सुरेन्द्र वेडिया, आईबीयू जावर के सीईओ विनोद कुमार, हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर प्रमुख अनुपम निधि, जावर माइंस मजदूर संघ के महामंत्री लालूराम, कार्यकारी अध्यक्ष नागाराम एवं किसान मौजूद थे।

हिंदुस्तान जिंक के दरीबा स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स और जिंक स्मेल्टर देबारी को...

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देश के एकमात्र और विश्व के दूसरे सबसे बड़े एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक, हिंदुस्तान जिंक ने ग्रीनको गोल्ड और ग्रीनको सिल्वर रेटिंग हासिल की है। दरीबा स्मेल्टर कॉम्प्लेक्स को गोल्ड रेटिंग एवं  जिं़क स्मेल्टर देबारी को सिल्वर ग्रीनको अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार जयपुर में सीआईआई सम्मेलन के 5वें संस्करण में राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष सुधांशु पंत द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा को वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। उन्होंने पर्यावरण जागरूकता पर अपना गहन दृष्टिकोण विचार रखे। मिश्रा ने कहा, कि “कोविड -19 महामारी के दौरान तात्कालिकता ने व्यवसायों को निरंतर विकास में उनकी जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया है। हिंदुस्तान जिंक में, उत्पादन से पहले पर्यावरणीय अनुपालन और स्थिरता सूचकांक महत्वपूण थे। राजस्थान में अग्रणी कंपनी के रूप में, हिंदुस्तान जिंक ने 200 मेगावाट अक्षय ऊर्जा की पहल की हैं और लक्ष्य 2050 तक ऊर्जा उत्पादन के लिए कोयले की खपत को खत्म करना है। राजस्थान में देश के लिए भविष्य का ऊर्जा घर बनने की क्षमता है। राज्य सरकार को विश्व स्तर पर जस्ता खनन क्षमता को बढ़ाकर, अक्षय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने और जस्ता बैटरी के रूप में ऊर्जा भंडारण समाधान प्रदान करने के इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने बल देते हुए कहा कि सस्टेनेबिलिटी अब विकल्प नहीं है, पर्यावरण जागरूकता हमें अन्य से अलग पहचान दिलाती है। ” ग्रीनको रेटिंग समग्र दृष्टिकोण का उपयोग कर व्यवसायों की उनकी गतिविधियों की पर्यावरण हेतु किये गये कार्या एवं महत्वपूर्ण पहलुओं पर मूल्यांकन करता है। ग्रीनको रेटिंग प्रणाली का कार्यान्वयन कंपनियों को नेतृत्व और दिशा देता है कि वे किस प्रकार अपने उत्पादों, सेवाओं और प्रक्रियाओं को पारिस्थितिक रूप से अधिक सस्टेनेबल बनाए। कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार और उद्योग को चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है, कैसे 7आर उपकरणों को लागू करके और अत्याधुनिक तकनीकों को लागू करके भविष्य के लिए तैयार हरित पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है। साथ ही साथ शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए ग्रीनको रेटिंग और अन्य सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देना है। ग्रीनको रेटिंग प्रणाली का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, हरित आपूर्ति श्रृंखला जैसे मापदंडों पर उद्योग के प्रदर्शन का आकलन करना है, ताकि आगे सुधार के अवसरों के साथ  हाउ द ग्रीन कंपनी इज़ का आंकलन किया जा सके। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राजस्थान में उद्योगों के लिए एक प्रोत्साहन कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें सहमति शुल्क में 5 से 50 प्रतिशत की कमी, आरएसपीसीबी वेबसाइटों पर कंपनी का उल्लेख, सर्वश्रेष्ठ तीन इकाइयों के लिए वार्षिक मान्यता और एक वर्ष की सहमति लाभ का विस्तार शामिल है।