श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिंदुस्तान जिंक की कायड माइंस को राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कायड माइंस को दो श्रेणियों में देश में धातु की खदानों में सबसे अधिक दुर्घटना-मुक्त और धातु की खानों में प्रति लाख व्यक्तियों की शिफ्ट में सबसे कम क्षति आवृत्ति दर (एलआईएफआर) हेतु यह पुरस्कार मिले। समारोह के दौरान, श्रम एवं रोजगार मंत्री, भारत सरकार भूपेंद्र यादव ने पुरस्कार प्रदान किये। हिन्दुस्तान जिंक की ओर से कायड माइंस के निदेशक के.सी मीणा, ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।

राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार श्रेष्ठ सुरक्षा प्रदर्शन वाले उद्योगो को सम्मानित करता है। राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (एनएसए) की स्थापना दुर्घटना की रोकथाम और सुरक्षा प्रोत्साहन कार्यक्रमों में प्रबंधन और श्रमिकों दोनों के हित को प्रोत्साहित करने और बनाए रखने के लिए, भारत सरकार ने वर्ष 1965 में की। शून्य नुकसान, शून्य अपशिष्ट, और शून्य निर्वहन के संगठनात्मक लक्ष्य के अनुरूप, कायड माइंस ने सुरक्षा प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण नवाचार और पहल की हैं और वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा बचाव और निवारक उपायों को लागू किया है। कायड माइंस भारतीय खान ब्यूरो द्वारा 5 स्टार रेटिंग प्राप्त खदान है। हिंदुस्तान जिंक की कायड माइन को गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली आईएसओ 9001ः 2015, पर्यावरण प्रबंधन आईएसओ 14001ः2015, व्यावसायिक स्वास्थ्य, सुरक्षा प्रबंधन आईएसओ 45001ः2018 और सामाजिक जवाबदेही 8000ः2014 द्वारा प्रमाणित किया गया है।

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