वर्ग, उम्र आदि से परे लोगों ने दिखाया अपना उत्साह

उदयपुर। एक परिधान, एक ध्येय, एक ताल तथा एक-सा उत्साह के साथ हर वर्ग, हर उम्र के व्यक्तियों ने दिल से दौड़ लगाई। स्फुर्तिभरी इस स्पर्धा के प्रतियोगियों में अगर किसी प्रकार की होड़ थी तो वो थी दिल के फौलादी ईरादे बताने की। मौका था फतहसागर की पाल पर जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल तथा वेदांता हिंदुस्तान जिंक के साझे में रविवार सुबह आयोजित च्च्रन फॉर हॉर्टज्ज् मैराथन का।

स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में इस अनूठे कार्यक्रम का इंतजार उदयपुर राइट्स को पूरे साल भर रहता है। बीते पांच वर्षों से इस आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की इसी कड़ी में इस रंगारंग कार्यक्रम का आगाज हुआ।

धमाकेदार रही शुरूआत

जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के सीओओ आनंद झा ने बताया कि बैण्ड बाजों की थाप की थाप के साथ इस दौड़ की शुरूआत काफी धमाकेदार रही। फतहसागर की पाल के देवाली के छोर से जैसे ही कार्यक्रम के अतिथि बी.आर. भाटी, एडीएम-प्रशासन, एच.एस.पठान एडीएम-सिटी, डॉ. देव कोठारी, एमडी जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल आदि अन्य ने जैसे ही प्रतियोगियों को हरी झण्ड़ी दिखाई पूरा हुजूम दौड़ पड़ा। मोती मगरी स्थित मैराथन के मध्य बिंदू से जाकर वापस धावक शुरूआती बिंदू पर जा ने में जूट गए। पूरी रेस में धावकों को जोश दिलाने के लिए बैण्ड बाजे उनका उत्साह वर्धन करते रहे।

किन-किन ने दिखाया अपना दम-खम

आनंद झा ने बताया कि शहरवासियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आयोजित इस मैराथन में शहर वासियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। विभिन्न स्कूलों जिनमें दिल्ली पब्लिक स्कूल, अलोक स्कूल, सेंट्रल स्कूल, रेजिडेंसी स्कूल, पैसेफिक कॉलेज, सीटीएई, कॉलेजस् तथा एन.सी.सी. से आए उत्साही बच्चें तथा युवा, सेना तथा पुलिस के जवान, कई कॉर्पोरेट्स से आए प्रोफेशनल्स, विभिन्न संस्थानों से आएं लोगों ने भाग लिया। यहां तक पेंशनर्स एसोसिएशन के बैनर तले कई प्रौढ़ तथा वृद्ध धावकों ने भी दौड़ में अपना जौहर दिखाया।

एक नए पदक के साथ दौड़

जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. देव कोठारी ने बताया आज का उत्सव इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल, जयपुर के बाद प्रदेश का एकमात्र एन.ए.बी.एच. प्रमाणित चिकित्सालय बन कर यह स्पष्ट कर दिया है कि स्वास्थ्य सेवाएं की उत्कृष्टता का एक पर्याय है।

कौन रहे विजेता

बच्चों का वर्ग महिला वर्ग वयस्क वर्ग आर्मी / एन.सी.सी. सीनियर सीटिजन

१ कृष्णा/निश्चल सक्सेना ममता राज पुरोहित चिरंजीव परमवीर / पवन दिलीप कुमार

२ दिपक सोनी अनुराधा साहीराम सूखा सिंह/पुष्पेंद्र एस.सी. सिंघवी

३ रक्षक अंचल रोशनलाल देव किशन/ मुरलीधर

बैण्ड बाजों द्वारा यह प्रचार आगामी सात दिनों तक किया जाएगा।

क्यों मनाए हम वल्र्ड हॉर्ट डे?

जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के इंटरवेंशनल डी.एम. डॉ. कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमित खंडेलवाल ने बताया कि वल्र्ड हॉर्ट फैडरेशन की ओर से हर साल, सितंबर के अंतिम रविवार को विश्व ह्रदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर विश्व के विभिन्न संगठन, ह्रदय रोगों के प्रति जागरूकता लाने के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते है। इस बार वल्र्ड हॉर्ट डे का थीम ह्रठ्ठद्ग ङ्खशह्म्द्यस्र, ह्रठ्ठद्ग ॥शद्वद्ग, ह्रठ्ठद्ग ॥द्गड्डह्म्ह्ल होगा। साथ ही महिलाओं तथा बच्चों में वैश्विक रूप से बढ़ती हॉर्ट एण्ड वास्कूलर डिजिज़ पर नियंत्रण लगाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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