उदयपुर। ‘यहां होता है गुलाबी शहर के सूती वस्त्रों का व्यापार, उत्तर की ऊंचाइयों से यहां करने आते हैं व्यापार, सैलानी करते हैं विचरण, बूझो तो जो इसका विवरण’ यह एक क्लू है। जिसका जवाब है- तिब्बती बाजार। ऐसे ही क्लू नेत्रहीन बच्चों को दिए गए जिनके जवाब में छुपा था एक स्थान का नाम।

नेत्रहीन बच्चों ने जबरदस्त स्मरण शक्ति का परिचय देते हुए स्थानों की पहचान की और चालक को उस स्थान तक चलने को कहा। मौका था उदयपुर लेकसिटी राउंड टेबल व उदयपुर लेकसिटी लेडीज सर्किल के साझे में रविवार को हुई ट्रेजर हंट प्रतियोगिता का।

क्लू मिलने तथा कार रवाना होने के साथ नेत्रहीन प्रतिभागियों ने चालक दल को बता दिया कि उन्हें कहां पहुंचना है। हालांकि क्लू काफी घुमा फिराकर बनाए गए थे, फिर भी इन नेत्रहीन प्रतिभागियों ने सभी को चौंका दिया। शहर के 37 किलोमीटर के दायरे में ट्रेजर ढूंढने के लिए 13 क्लू दिए गए थे। प्रतियोगिता में 60 कारों ने हिस्सा लिया।

हर कार में चालक दल में महिला और पुरुष थे जबकि एक नेत्रहीन बालक या पुरुष प्रतिभागी मौजूद था। राउंड टेबल के चेयरमैन पंकज दुग्गड़ ने बताया कि ट्रेजर हंट से एकत्रित राशि से बड़गांव स्थित एक विद्यालय में लगभग 20 लाख की लागत से 5-6 कक्षाओं का निर्माण किया जाएगा।

प्रतियोगिता में उदयपुर सहित चित्तौड़ व भीलवाड़ा के 60 नेत्रहीनों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता को राजस्थान सड़क विकास निगम के प्रबंध निदेशक अनिल शर्मा ने झंडी दिखाकर रवाना किया।

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