उदयपुर. शहर के समीप डबोक थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात पुलिस और तस्करों के बीच एनकाउंटर हुआ। जिसमें पुलिस की फायरिंग से एक बदमाश की मौत हो गई जबकि बदमाशों की ओर से की गई फायरिंग में एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल गोली लगने से घायल हो गए। फायरिंग के दौरान दो आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। पुलिस ने घायलों पुलिसकर्मियों को तत्काल एम.बी. चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार करवा निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया है।

घटना के बाद मौके पर पुलिस के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मौका-मुआयना किया। ये लुटेरे ऋषभदेव में एक ट्रक चालक को गोली मारकर लूटपाट के मामले में फरार चल रहे थे। इधर घटना के बाद मृतक के गांव से काफी लोग बुधवार सुबह मोर्चरी पहुंचे।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गत दिनों ऋषभदेव थाना क्षेत्र में हाईवे पर एक स्कार्पियों में सवार पांच बदमाशों ने एक ट्रक रोककर ड्राईवर के साथ मारपीट कर लूटने का प्रयास किया। ड्राईवर के विरोध करने पर आरोपियों ने उसपर फायर कर दिया था, जिससे वो घायल हो गया था। इस मामले में एक आरोपी को रात को ही गिरफ्तार कर लिया था। इधर इस मामले में पुलिस शेष आरोपियों को तलाश कर ही रही थी।

पुलिस ने दी ढाबे पर दबिश

पुलिस को जानकारी मिली कि यह गैंग डबोक थाना क्षेत्र के नांदवेल मुख्य रोड पर स्थित सांवरिया ढाबे पर रूके हुए हैं। इस सूचना पर थानाधिकारी राजेश शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जिस कमरे में ये बदमाश सो रहे थे, उस कमरे का दरवाजा खटखटाया। अंदर से आरोपियों ने पुलिस को देख लिया और कमरे का दरवाजा नहीं खोला। काफी देर तक दरवाजा नहीं खोले जाने पर पुलिस के जवानों ने कमरे का दरवाजा तोडऩा शुरू कर दिया।

यह देख इन आरोपियों ने कमरे के पीछे की ओर बनी सीमेंट की जाली को तोडऩा शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस ने पूरे ढाबे को घेर लिया था। यह देखकर आरोपी कमरे में ही छुपकर बैठ गए। इधर, पुलिस जवानों ने दरवाजा तोड़ जैसे ही अंदर घुसने का प्रयास किया तो अंदर बैठे लुटेरों ने अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। अचानक फायरिंग के शुरू होने से सब इंस्पेक्टर लच्छीराम औ कांस्टेबल महेन्द्र के हाथ में गोली लगी। जिससे दोनों घायल हो गए।

पुलिस ने सुरक्षित जगह देखकर पोजिशन लेकर लुटेरों के बाहर निकलने का इंतजार किया। थोड़ी देर बाद जैसे ही ये लोग कमरे से निकले पुलिस ने इन पर फायरिंग कर दी, एक लुटेरे को गोली लग गई। फायरिंग के दौरान बाकी लोग अंधेरे का फायदा लेकर भाग निकलने में सफल हुए। जब तक पुलिस घायल को लेकर अस्पताल पहुंची, उसकी मौत हो चुकी थी। दो पुलिसवालों की हालत खतरे से बाहर है और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

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