महासागर मै पाए जाने वाले नन्हे फाईटोप्लैकटन पथ्वी की जलवायु पर काफी प्रभाव डालते है और उन्हें समझने से प्रथ्वी के भावी विनाश की कुंजी समझ में आ सकती है !कैनेडा की वैज्ञानिक मरिया मैल्ड़ोनाडो यह रिसर्च कर रही है की कुछ शेत्रो में फाईटोप्लैकटन क्यों पनपते हे और विपरीत हालत वाले शेत्रो में वे केसे जीवित रहते हे यह अक कोशिकीय एल्जी हर साल ४५ अरब टन कार्बनडाइओक्साइड सोखती हे ! इसमें से १६ अरब टन समुन्द्र से लेती हे !वे आधी पुथ्वी की ओक्सीजन जरुरत पूरी करती हे ! इन्हें समझना पथ्वी के भावी स्वास्थ्य को समझने व नियंत्रित करने के लिए बेहद आवश्यक हे ! वैज्ञानिको के अनुसार समुन्द्र में लौह मात्रा कम होने से फाईटोप्लैकटन का विकास भी रुक जायेगा और समुन्द्र की कार्बन की कार्बनडाइओक्साइड सोखने की शमता भी कम हो जाएगी !

Previous articleकैमरून के हाथी खतरे में
Next articleप्रेम संग पत्नी भागी
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here