उदयपुर में रेजीडेन्ट को हॉस्टल खाली करने का आदेश, तीन चिकित्सक बर्खास्त

डूंगरपुर में चिकित्सकों के घर पुलिस ने दबिश

डूंगरपुर मेडिकल ज्युरिस्ट व सागवाडा में दो चिकित्सक गिरफ्तार

उदयपुर, २२ दिसम्बर । राज्य में चल रही चिकित्सकों की हडताल का असर संभाग में स्पष्ट दिखाई देने लगा है। उदयपुर में हडताल के चलते पांच चिकित्सकों को गिरप*तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया। बांसवा$डा एवं डूंगरपुर में भी चिकित्सकों के गिरप*तार होने की जानकारी मिली है जबकि राजसमंद में हडताल तो है लेकिन वैकल्पिक व्यवस्थाओं से कार्य चल रहा है। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के तीन चिकित्सकों को राज्य सरकार के आदेशानुसार बर्खास्त कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में अपनी मांगों को लेकर चल रही हडताल के दूसरे दिन चिकित्सा सेवा पर असर दिखाई देने लगा। जहां दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों के रोगियों को उपचार के लिए ईधर-उधर भटकना प$ड रहा है। इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने ६० से अधिक चिकित्सकों को प्रतिनियुत्ति* पर लगाने के बावजूद जिले भर में चिकित्सालयों में हडताल का असर दिखा। इसी क्रम में आरएनटी मेडिकल कॉलेज रेजीडेन्ट एवं सेवारत चिकित्सकों के हडताल पर चले जाने से गुरूवार को महाराणा भूपाल चिकित्सालय में चिकित्सकों के अभाव में आउटडोर मेें खासी भी$ड रही। मरीजों को घंटो कतार में ख$डा रहना प$डा। ऑपरेशन नहीं हो पाये तथा आईसीयू एवं वार्ड में भर्ती मरीजों की केयर नहीं हो पाई।

ईधर, ह$डताल को लेकर चिकित्सकों द्वारा योजना बनाने की सूचना मिलने पर अम्बामाता थानाधिकारी निरंजन आला मय टीम ने बुधवार मध्य रात्रि बाद ब$डी अन्वेषण भवन के समीप स्थित प*ार्म हाउस पर दबिश देकर सूरजपोल डिस्पेन्सरी में सेवारत डॉ. शंकरलाल पुत्र हरिशचन्द्र बामणिया, सीएचसी भीण्डर में तैनात सिख कॉलोनी सेक्टर ६ निवासी पृथ्वीराज पुत्र सोहनलाल जीनगर, वल्लभनगर निवासी पंकज पुत्र नाथूलाल आमेटा, भूपालपुरा डिस्पेन्सरी पर सेवारत विजय कुमार पुत्र रमेशचन्द्र पुरोहित, बाठेडाकला खेरोदा हॉल सीएचसी मावली में सेवारत भगवतीलाल पुत्र ख्यालीराम को गिरप*तार कर जेल भेज दिया गया। इसी क्रम में महाराणा भूपाल चिकित्सालय में चिकित्सा सेवा प्रभावित रहने से चिकित्सा विभाग के प्रिंसिपल सेकेट्री के आदेशानुसार आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. कौशिक ने १९१ रेजीडेन्ट, ७१ सेवारत चिकित्सकों को टर्मिनेट कर हॉस्टल खाली करने के आदेश दिये। हडताल को लेकर और चिकित्सकों की गिरप*तार होने की संभावना है।

डूंगरपुर संवाददाता के अनुसार पहले ही चिकित्सकों की कमी के कारण डूंगरपुर का सामान्य चिकित्सालय में आने वाले मरीज खासी परेशानी का सामना करते थे। ऐसे में राज्य भर के चिकित्सकों के हडताल पर जाने से डूंगरपुर का सामान्य चिकित्सालय रामभरोसे हो गया। और दो दिनो की हडताल में जहां सामान्य चिकित्सालय में आने वाले रोगियों की संख्या घट गई तो वही दूसरी ओर निजी चिकित्सालयों की पौ-बारह हो गई। इधर राज्य सरकार द्वारा रेस्मा लगाने के कारण भौर से ही शहर कोतवाल गोवर्धनलाल के नेतृत्व में चिकित्सकों के निवास स्थानों पर छापे मारे गये। जिस दौरान पुलिस ने मेडिकल ज्युरिष्ठ गोविन्द गुप्ता को गिरफ्तार किया जब कि डॉ.सुरेश मोदी, डॉ. राजेश सरैया, डॉ.बलदेव मीणा, डॉ. जयेश गांधी, डॉ. शुभ्रा शर्मा, डॉ. सतीश श्रीमाली, डॉ. लीला चौबीसा, आदि के घरों की तलाशी ली गई,लेकिन वे नदारद पाये गये। शहर कोतवाल गोवर्धनलाल ने बताया कि १३ डॉक्टर्स के खिलाफ रेस्मा के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। जब कि गोविन्द गुप्ता को जमानत पर रिहा किया गया। वही दूसरी ओर सागवाडा में सीएससी सरौदा के इंजार्च डॉ.बजरंगप्रसाद अग्रवाल तथा राजा मुर्खजी को रेस्मा के तहत गिरफ्तार किया था।

कार्यवाही के दौरान कोतवाली थाने के द्वितीय अधिकारी दिलीप दान, कांस्टेबल लक्ष्मणसिंह, तेजाराम चौधरी, प्रहलादसिंह, बज्जू देवी, गंगाविशन रमेश कुमार, सोहनलाल, गजेन्द्रसिंह ने चिकित्सकों के निवास स्थानों की तलाशियां ली। इधर चिकित्सकों की हडताल के कारण हालाकि सामान्य चिकित्सालय में मरीजो का टोटा था। लेकिन इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन.एस.भाटी, डॉ. मिनाक्षी जैन, डॉ. क्षितिज राका, डॉ. विनय जैन, डॉ. एन.एस. जोनवाल अपनी सेवाएं दे रहे है। वही दूसरी ओर हडताल के कारण मरीजों का रूख शहर के निजी चिकित्सालयों की ओर हो गया है। और वहां पर भीड उमडने लगी है। जिसके चलते नि:शुल्क दवा योजनाओं के काउन्टर भी सूने पडे हुए है।

यह पहुंचे सेवाएं देने के लिए

राज्य सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था करने के उदेश्य से डूंगरपुर सामान्य चिकित्सालय में आर.एन.टी कॉलेज उदयपुर में इन्टरशिप की सात छात्राओं को डूंगरपुर भेजा। जिन्होने गुरूवार दोपहर में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इसके पश्चात उनके कार्याे का वार्ड अनुरूप बंटवारा कर ड्यूटी पर तैनात किया गया।

डॉक्टर्स एसोसिएशन ने राज्य सरकार दमनात्मक नीति का किया विरोध

इधर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन तथा प्राईवेट डॉक्टर्स एसोसिएशन डूंगरपुर ने एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर राज्य भर में सेवारत चिकित्सको की वाजिब मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर जाने का समर्थन करते हुए राज्य सरकार द्वारा रेस्मा लागू कर चिकित्सकों के घरों की तलाशी लेना व उनकी गिरफ्तारी करने की निंदा की है। उन्होने अपनी मांगों को लेकर सरकार को समाधान की दिशा में पहल करने की मांग की है। साथ ही उन्होने चेतावनी दी है कि सेवारत चिकित्सकों के खिलाफ तानाशाही बंद नहीं की तो निजी चिकित्सक हडताल के समर्थन में उतरेेंगे। और उसके पश्चात राज्य की जनता के साथ होने वाली सभी दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी सरकार की रहेगी।

बांसवा$डा: जिले में हडताल के चलते यद्यपति कोई अव्यवस्था नहीं हुई है वैकल्पिक चिकित्सकों से कार्य चल रहा है। वहीं एमजी चिकित्सालय के चिकित्सक रमेश मेहता एवं हितेष व्यास को गिरप*तार कर लिया है। जिले के तलवाडा व कुशलगढ में सभी चिकित्सक डयूटी पर है। इधर, राजसमंद में हडताल का कोई प्रभाव नहीं है वहां वैकल्पिक व्यवस्थाओं से कार्य यथावत जारी है।

 

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