l_1-1488650908पूरे साल पढ़ाई करने के बाद भी एग्जाम आते ही डर लगने लगता है कि पास होंगे या नहीं। पास हो भी गए तो अच्छे नंबर आएंगे कि नहीं… और इसी डर को दूर करने के लिए किसी बच्चे के माता-पिता मीठा दही खिलाकर इम्तहान दिलाने के लिए घर से विदा करते हैं तो किसी के शुभ महूर्त और चौघड़िया देखकर।

अच्छे नंबरों की ख्वाहिश में यह टोटके हमारे और आपके घर में ही नहीं होते, बल्कि पूरी दुनिया में इन्हें अजमाया जाता है। हालांकि हमारे यहां बात दही और शक्कर पर ही खत्म हो जाती है, लेकिन दूसरे देशों में तो यह अंडरवियर के रंग, खाने और गाने तक पहुंच जाती है। आइए जानते हैं कि दुनिया भर में सफलता के लिए कैसे-कैसे टोटके अजमाए जाते हैः-

सेब से मिलती है सुरक्षा

परीक्षा के दौरान हांगकांग में सेब बहुत खाया जाता है। इतना ही एग्जाम देने वाले बच्चों के लिए सेब के दर्जनों पकवान बनाए जाते हैं। आइए इस टोटके की वजह बताते हैं। मामला ये है कि चीनी भाषा में सेब को पिंग गुओ कहते हैं। जिसका मतलब होता है  सेफ़्टी यानी सुरक्षा। इसीलिए माना जाता है कि इसे खाने से परीक्षा में सुरक्षित तौर पर पास होंगे।

बिना नहाए देते हैं परीक्षा 

दक्षिण कोरिया में मान्यता है कि अगर अच्छे नंबरों से पास होना है, तो परीक्षा से पहले नहाना नहीं चाहिए और ज्यादा मन करे तो शरीर पानी से पौंछ लें, लेकिन सिर धोना तो बिल्कुल मना है। यहां के लोग मानते हैं कि बाल धोने से दिमाग में सजो कर रखा गया सारा ज्ञान पानी के साथ बहकर बाहर निकल जाएगा और जब दिमाग खाली होगा तो परीक्षा अच्छी कैसे हो सकती है। है ना कमाल का टोटका।

सूअर काटोगे तभी पास होगे

चीन का टोटका तो और भी खतरनाक है। यहां परीक्षा से पहले भूने हुए सूअर को काटने का रिवाज है। इसमें छात्र-छात्राएं सूअर को दो बराबर भाग में काटने की कोशिश करते हैं। जो कामयाब होते हैं, माना जाता है कि वे अपनी परीक्षा पहली ही कोशिश में पास कर लेगा और जो ऐसा नहीं कर पाते, माना जाता है कि उन्हें दोबारा परीक्षा देनी पड़ेगी।

पास होना है तो पहनो लाल अंडरवियर 

लाल रंग का अंडरवियर चीन में पास होने की गारंटी माना जाता है। चीनी लोग लाल रंग को लकी मानते हैं इसलिए छात्र परीक्षा के समय लाल रंग का लाल अंडरवियर जरूर पहनते हैं। हालत ये है कि चीन में जब कोई व्यक्ति सफल होता है तो कहा जाता है, क्या आपने लाल अंडरवियर पहना है ?

अच्छी परीक्षा की जापानी गारंटी

जापान में आमतौर पर यह माना जाता है कि परीक्षा के दिन काटसुडोन यानी डीप फ्राइड पोर्क कटलेट और अंडे वाला गरम चावल खाकर जाएं इससे परीक्षा अच्छी जाती है। आजकल जापान में किटकैट चॉकलेट भी ख़ुद को लकी बताते हुए मार्केटिंग कर रही है। जापानी में किट्टो काट्टो नाम का यह चॉकलेट किट्टो काटसू शब्द से मिलता-जुलता है जिसका मतलब है निश्चित सफलता।

यहां तो एग्जाम के देवता भी हैं

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी जैसे एशिया के बड़े विश्वविद्यालयों में छात्र परीक्षा के दिनों की घबराहट से उबरने के लिए ख़ास देवता की पूजा करते हैं। ये देवता हैं, बेल कर्व गॉड। नेशनल यूनिवर्सिटी ने तो अपने छात्र-छात्राओं के लिए बेल कर्व गॉड की वेबसाइट, फ़ेसबुक और ट्विटर अकाउंट भी बना रखा है ताकि बच्चे ऑनलाइन प्रार्थना कर सकें।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट 

केंद्रीय विद्यालय कोटा के प्रिंसिपल शेखर कहते हैं कि एग्जाम तो तभी अच्छा होगा जब आपने पूरे साल पढ़ाई अच्छे से की हो। जो प्रॉब्लम्स बची रह गई हों उन्हें एग्जाम से पहले शॉर्टआउट कर लिया हो।

वहीं कोटा विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर और यूजीसी की रिसर्च अवार्डी डॉ. अनुकृति शर्मा कहती हैं कि टोटको से मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है। बच्चों और उनके माता-पिता को लगता है कि दही-शक्कर खाने से परीक्षा अच्छी हो जाएगी। इससे बच्चों पर पड़ने वाला परीक्षा का मानसिक दबाव कम हो जाता है और वह बेहतर करने की कोशिश में जुट जाते हैं। हालांकि इसका एक बुरा पहलू यह है कि कुछ अभिभावक और बच्चे मेहनत से ज्यादा भरोसा टोटकों पर करने लगते हैं जिसके चलते उन्हें असफलता झेलनी पड़ती है।

Previous articleमौज-शौक के लिए 14-15 साल के अपचारियों ने चुरा लिए दुपहिया वाहन
Next articleस्वार्थ सिद्ध करने के लिए सोशल मिडिया पर ग्रुप बनाया और उतर गए मुटठी भर लोगों को लेकर पुलिस का विरोध करने।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here