मै फतह सागर हूँ | यों तो मेरे जन्म दाता के रूप में महाराणा जय सिंह का नाम आता है जिन्होंने मुझे 16 वि सदी में आकार दिया लेकिन मेरी पहचान महाराणा फतह सिंह के नाम से है जिन्होंने मुझे 18 वीं सदी में नया आकार दिया और मेरे रूप को सवांरा |चारों तरफ अरावली की हरी भरी पहाड़ियों की बिच में स्थान पाकर खुद को बहुत गोरान्वित महसूस करता हु |

आज में खुश हूं अपने शहर वासियों का मेरे लिए इतना प्यार देख कर बयान नहीं कर सकता लेकिन ठंडी हवाओं के साथ मेरी सतह से छलकता पानी मेरी ख़ुशी के आसुओं प्रतिक है |मुझमे समाई अथाह जल राशि मेरे शहर के बाशिंदों को सुकून का अहसास कराती है किनारों को छूती जल तरंगे मेरे कद्रदानों के लिए मेरे अभिवादन का प्रतिक है |

मेने पांच सदी में कितनी ही उतार चदाव देखे ,मेरी लहरों ने मेरे प्यारे शांत शहर को कभी रोमांचित किया तो कभी कम बारिश के चलते मेरे सूखे पेंदे को देख कर मेरे कद्रदानों का दिल भी पसीजा | लेकिन सभी मुझे हर पल सहारा दिया और आज सदियाँ गुजर जाने के बाद भी मै अपनी खुबसूरती के लिए पूरी दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हूं |

और आज फिर अठखेलियाँ करती मेरी लहरों को देख कर मेरे शहर का हर शख्स खुश है मेरे किनारे पर दौड़ते बच्चों की किलकारी उनकी हंसी ठिठोली मेरे दिल को बहुत सुकून से भर देती है | और हाँ में ख़ास कर उन बुजुर्गों का शुक्रगुज़ार हु जिन्होंने बचपन से लेकर आज तक के मेरे सफ़र को देखा है वे आज भी जब मेरे किनारे पर पांव लटका कर पहाड़ियों को छुते आसमान की और देखते है तो मुझे लगता हे कि मेरी उम्र दराजी के लिए दुआ कर रहे है |

परिवर्तन श्रष्टि का नियम है और इन नियमों में में भी शामिल हूं बदलते दौर में मेरे शहर के युवाओं ने मेरा नाम प्यार से FS रख दिया है और में भी ये नाम पाकर बहुत खुश हूं क्यों कि इस नाम में मेरे इन दोस्तों का प्यार और अपनापन छुपा हुआ है | मेरे युवा कद्रदान अपने स्कूल कोलेज के बाद का कुछ समय मेरे साथ ही गुजारते है अपनी अन्तरंग बाते भी मेरे साथ शेयर कर अपने को हल्का महसूस करते है | मेरे किनारे बैठ कर उन्हें सुकून मिले , उनमे उत्साह -ऊर्जा का संचार हो इससे ज्यादा अहो भाग्य मेरे लिए क्या हो सकता है | चाय काफी कि चुस्कियों के साथ गप-शप करते है तो कोल्ड ड्रिंक के घूँट के साथ कुछ नया तूफानी करने कि ठानते है |

एक बात बताना तो भूल ही गया मेरे कद्रदान परदेस जा कर भी मुझे नहीं भूलते परदेस में मेरी ख़ूबसूरती का बयान कर उन्हें मुझतक पहुचने पर मजबूर कर देते है और स्वयं भी जब अपने वतन आते है तो मुझसे आकर जरूर लिपटते है और यही सुख मेरी लम्बी उम्र का राज़ है |

दोस्तों जब तक दुनिया चलेगी मेरे कद्रदानों का प्यार मुझे मिलता रहेगा मेरी खूबसूरती बनी रहे इसके लिए मेरा हाथ जोड़ कर आपसे एक निवेदन है कि मुझे प्रदूषित होने से बचाइये मुझे गन्दगी से दूर रखिये मेरी खूबसूरती बनी रहे उसमे आप मेरी मदद करिए ओ उसको एक जिम्मेदार परिवार का सदस्य होने कि हेसियत से रोकिये |

मुझे पूरी उम्मीद है मेरे शहर के प्यारे निवासी इसी तरह मुझे प्यार-दुलार देते हुए मेरे नैसर्गिक सोंदर्य को बनाये रखेगें |

आपका अपना ही

फतह सागर

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