l_ramzan-1465373543उदयपुर.पाक महीना रमजान जहां सभी के लिए खुशियां और बरकत लेकर आया है, वहीं मुस्लिम नौजवानों में इसका अलग ही क्रेज नजर आ रहा है। घर-मस्जिदों में पढ़ी जाने वाली अल्लाह की किताब को युवा पीढ़ी इंटरनेट व एप में पढ़ रही है।

रमजान से पहले ही लोगों ने अपने मोबाइल पर एेसे एप डाउनलोड कर लिए थे, जिसमें कुरआन पढऩे-सुनने से लेकर पांचों वक्त की नमाज के तरीके विस्तार से बताए गए हैं। इस बदलाव से युवा पीढ़ी धर्म को पहले से अच्छी तरह जान-मझ रही है। कुरआन का हिंदी, अंग्रेजी व उर्दू अनुवाद अब मोबाइल पर भी उपलब्ध है।

रोजा संग तालीम भी

पहला रोजा रखने वाले अनेक युवाओं ने बताया कि इंटरनेट से उनके लिए आसानी हुई है। रमजान में सहरी कब करनी है व इफ्तार कब होगा, सब एक क्लिक से पता चल जाता है। नमाज व इबादत के साथ ही इन युवाओं का तालीम पर भी पूरा ध्यान है।

अब ऐसे भी सीखते हैं दीन के तरीके

किबला कनेक्ट 

इसके जरिए नमाज अदा करने के लिए किस दिशा में खड़ा होना है, जाना जा सकता है। दुनिया में कहीं भी इस एप के जरिए दिशा मालूम की जा सकती है।

तजवीद अल कुरआन

यहां कुरआन की आयतों को दिलकश अंदाज में पेश किया जाता है। इसके जरिए कुरआन की आयतों को बोलने का तरीका सीखा जा सकता है।

किड्स सूरह सीरीज 

इसके जरिए अनेक अभिभावक रमजान के महीने में अपने बच्चों को कुरआन की प्रारंभिक तालीम दे रहे हैं। इसमें समय भी बहुत कम लगता है।

नूरानी कायदा

इसमें 17 चैप्टर हैं, जिनकी मदद से कोई भी कुरआन की भाषा अरबी को सीखकर कुरआन पढ़ सकता है।

स्टेप बाय स्टेप सलात 

पांचों वक्त की नमाज हो या इस्लाम में इबादत का तरीका, यह एप भी युवाओं की खासी मदद कर रहा है।

Previous article18 साल की लड़की ने 5 लोगों को दी नई जिंदगी, मां बोली- बचपन से ऐसी थी
Next articleउदयपुर की प्रीति MRS. UNITED NATIONS-2016 में करेंगी भारत को रिप्रजेंट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here