उदयपुर, के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष राहुल गाँधी राजस्थान में पार्टी का फीड बेक लेने के लिए गुरुवार को जयपुर में पार्टी की राजस्थान में स्थिति का जायजा लेने यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों से तिन अलग अलग चरणों में मिल कर बैठक लेंगे लेकिन वहां जाने वाले युवा कार्य कर्तादुविधा में है कि वहां मोजूद विधायक , संसद और मंत्री कि मोजुदगी भी रहेगी तो इसे में उन्ही के सामने उन्ही कि शिकायत या उनसे होने वाली समस्या राहुल गाँधी के सामने केसे रख पायेगे । समय इतना कम है कि अधकतर युवा कांग्रेसियों का मानना है कि यह बैठक महज ओपचारिकता बन कर ही रह जाएगी लेकिन कुछ पदाधिकारियों का कहना है क चाहे जो भी हो उनके शहर कि जो स्थिति है उसको तो वह बयान करेगें ही ।
पार्टी के मंत्री,विधायक, सांसद, पीसीसी सदस्य, जिलाध्यक्ष,ब्लॉक अध्यक्ष,जिला प्रमुख,जिला परिषद सदस्य, प्रधान,पंचायत समिति सदस्य, नगर पालिकाध्यक्ष, पार्षद, सहवृत पार्षद, पार्टी महामंत्री, उपाध्यक्ष,कोषाध्यक्ष और अग्रिम संगठनों के जिलाध्यक्ष इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
राहुल जी को पास से देखना है :बस कुछ आमन्त्रित पदाधिकारियों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि इन सभी लोगों की मौजूदगी में राहुल जी से असली बात करना नामुमकिन है। हम तो सिर्फ राहुल जी को पास से देखन चाहते है। संगठनात्मक गतिविधियों की रिपोर्ट तो राहुल जी ले लेंगे,लेकिन इन विधायकों, सांसदों और मंत्रियों की मौजूदगी में उन्हीं की शिकायत करना नामुमकिन है, कौन बुरा बनेगा। हम तो सिर्फ राहुल गांधी की शक्ल देखने और फोटो खिंचवाने जा रहे हैं। सभी की मौजूदगी में अपने मन के गुबार राहुल गांधी के सामने व्यक्त नहीं कर सकतेे।
मैं इस बारे में आपको इतना ही कह पाऊंगी कि संगठन के बारे में राहुल जी को बताना है। अगर किसी की शिकायत राहुल जी से करनी है तो डरना नहीं चाहिए। बात तो खुलकर ही करनी पडेगी। शिकायत में या तो सच्चाई होती है या जुठाई होती है। अगर झूठ होगा तो आप खुद ही घबराएंगे वरना घबराने की जरूरत नहीं है। हमें पार्टी के लिए काम करना हैं न कि किसी व्यक्ति के लिए करना है।
-नीलिमा सुखाडिया, जिलाध्यक्ष

यह समस्या पूरे प्रदेश की है। विधायक,सांसद और मंत्री आम कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते हैं। वे अपनी मनमर्जी से काम करते हैं और अधिकारी भी उनके कहने पर चलते है। हम खुलकर राहुल जी से इसकी शिकायत करेंगे अब डरने से काम नहीं चलेगा। सरकार और पार्टी ने इतने अच्छे काम किए है,लेकिन अधिकारियों की वजह से वे कारगर नहीं हो रहे हैं। इसकी शिकायत तो करनी ही पडेगी ना। यह हमारी व्यक्तिगत समस्या नहीं है, जनसमस्या है।
-श्यामलाल चौधरी, उप जिला प्रमुख
सब काम अच्छा हो रहा है। हमारी कोई शिकायत नहीं है। सभी कार्यकर्ता भी काफी खुश है। हां कभी-कभी कुछ परेशानी हो जाती है,लेकिन यह एक परिवार का मामला है बस इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहती।
-मधु मेहता,जिला प्रमुख

राहुल जी से मैं अभी शिकायत के मूड में नहीं हू। ग्रासरूट पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं की भूमिका कैसे सशक्त की जाए उस पर बात करेंगे। यह बात सही है कि कार्यकर्ताओं को काम नहीं हो रहा है। मैं कोशिश करूंगा कि कार्यकर्ताओं को मजबूती दिलाने के लिए राहूल जी से बात करूं।
-त्रिलोक पूर्बिया, पूर्व विधायक।

बात तो सही है कि इन सबके सामने कैसे असली फीड बैक दे पाएंगे। फिर भी हम कोशिश करेंगे की राहुल जी को जमीनी फीड बैक बता पाए। वैसे प्रतिनिधियों से बातचीत में यह निर्णय सामने आया है कि अपनी शिकायत वे लिखित में राहुल जी को दे दें, ताकि किसी के सामने बुरा भी नहीं बनेंगे और राहुल जी दिल्ली जाकर वह पत्र पढ लेंगे।
-लालसिंह झाला, देहात जिलाध्यक्ष

यह तो हमारी चुनाव से पूर्व की बैठक है। हमसे फीड बैक लेने के लिए राहुल जी ने बुलाया है। हमारे तो सभी कार्यकर्ताओं के काम हो रहे हैं। कोई कार्यकर्ता परेशान नहीं है।
-सुखबीर कटारा, गिर्वा प्रधान

मौका मिला तो राहुल जी को जमीनी हकीकत से रूबरू करवाएंगे। संगठन की मजबूती के लिए जो भी सुझाव होगा देंगे, चाहे कोई भी नेता बैठा हो, चाहे कोई भी मना करे, जो वास्तविक स्थिति हैं वह बताएंगे।
-दिनेश श्रीमाली, नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम

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