aadhaarगैस एजेंसियों में आधार कार्ड अंकित कराने वालों को हो रही है परेशानी
उदयपुर। केंद्र सरकार की तरफ से देश में एलपीजी गैस उपभोक्ताओं को बाज़ार दर पर गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाने के लिए लागू की गई क्रडायरेक्ट सब्सिडी ट्रांसफर स्कीमञ्ज के तहत आधार कार्ड की अनिवार्यता समाप्त करने के बाद भी यह आदेश अब तक प्रभावी नहीं हुआ है। जिन उपभोक्ताओं ने आधार नंबर अपनी गैस एजेंसियों में जमा करवा दिए है, वे खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उनके खाते में सब्सिडी की एक किश्त ही पंहुची है। दूसरी किश्त उनके खाते में कब जमा होगी। इसका जवाब गैस एजेंसियों के पास भी नहीं है।
आधार नंबर गैस एजेंसियों में जमा करवाने वाले उपभोक्ता को अब एक साथ १११२ रुपए देने पड़ रहे हैं। इन ग्राहकों को दो किश्तों में सब्सिडी मिलनी थी। पहली गैस बुकिंग करते समय और दूसरी सिलेंडर की डिलेवरी के बाद। पहली किश्त ४३५ रुपए अग्रिम सब्सिडी के रूप में उपभोक्ता के खाते में जमा हो गई, लेकिन ऐसे कई मामले सामने आए है कि उपभोक्ता को दूसरी किश्त नहीं मिल रही है।
इस वजह से आधार नंबर लिंक्ड कर चुके उपभोक्ताओं को एक सिलेंडर ३९४ रुपए के बजाय ६७७ रुपए की लागत से पड़ रहा है, जबकि उन ग्राहकों को कोई दिक्कत नहीं हो रही, जिन्होंने अपने आधार नंबर गैस एजेंसी में नहीं जमा करवाए हैं।
> मैने अपने आधार नंबर गैस एजेंसी में लिंक्ड करवा दिए। अब मुझे सब्सिडी के रूप में एक बार ४३५ रुपए आए, लेकिन उसके बाद दूसरी किश्त और दूसरे सिलेंडर की सब्सिडी अभी तक खाते में नहीं आई।
-मनीष उपाध्याय, उपभोक्ता अंबामाता
> मेरे अभी तक साल के सात सिलेंडर खर्च हुए है। आखरी दो सिलेंडर की सब्सिडी में से सिर्फ एक सिलेंडर की एक किश्त आई है, बाकी के सिलेंडर के लिए मुझे रुपए देने पड़ रहे हैं। गैस एजेंसी वाले कहते हैं कि हमारे हाथ में कुछ नहीं है। अब सब कुछ सरकार के हाथ में है।
-मोहसिन छीपा, हाथीपोल
> आधार कार्ड वाले उपभोक्ता को सब्सिडी देने का कार्य सर्वर से जुड़ा हुआ है। सरकार यह सीधे उपभोक्ता को देती है। इसमें गैस एजेंसी की कोई भूमिका नहीं है
-मोहम्मद फारूख, मैनेजर,
अरावली गैस एजेंसी

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