उदयपुर, सामान शिक्षा की अधिकार की बात करने वाली सरकार के राज में शहर बीचोबीच एक ही भवन में दो सरकारी स्कूलें इसी चल रही है । जहाँ बच्चे अपनी जान जोखिम दाल कर पढाई कर रहे है और मिड डे मिल में मिलने वाले खाने के साथ मिटटी भी खाने पर मजबूर है ।

 

शहर के गारियावास में एक ही भवन में दो सरकारी स्कूलों का संचालन हो रहा है। यह भवन पूरी तरह से जर्जर अवस्था में आ चुका है। इस भवन में राजकीय प्राथमिक विद्यालय अमल का कांटा और राजकीय प्राथमिक विद्यालय में षिवाजी नगर संचालन हो रहा है। जर्जर हो चुके इस भवन में बच्चों को अपनी जान जोखिम में डालकर ज्ञान प्राप्त कर करना पड़ रहा है।गारियावास में छगनलाल मेनारिया के मकान को काफी वर्शों पूर्व षिक्षा विभाग ने किराए पर लिया था। इसके बाद से ही इस भवन में एक साथ दो स्कूलों का संचालन षुरू हो गया। क्षेत्रिय पार्शद राजकुमारी मेनारिया ने बताया कि इस विद्यालय में बच्चें मिड डे मिल और रेत दोनों एक साथ खा रहे है। स्कूल की दीवारें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है और स्कूल परिसर में घास उग गई है। 11वें वित आयोग में इस स्कूल को 1 लाख 63 हजार रूपए मिले थे इसके बाद 2 लाख 50 हजार इस तरह से कुल 4 लाख 50 हजार रूपए की राषी पड़ी है। क्षेत्रिय पार्शद मेनारिया ने यूआईटी के अधिकारियों ने जमीन देने की मांग की है और जमीन नहीं दिए जाने पर आंदोलन तक करने की चेतावनी दी है।

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