उदयपुर, चाइल्ड फण्ड इण्डिया के राष्ट्रीय निदेशक दोला महापात्र ने कहा कि चाइल्ड फण्ड इण्ज्ञिया ने देश के १४ राज्यों और एक केन्द्र शासित प्रदेश के ७८ जिलों के पिछडे क्षेत्रों में निर्धन बच्चों के शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और पोषाहार के जरिये जीवन स्तर के सुधार में सराहनीय प्रयास किये है जिसके फलस्वरूप बच्चों में स्कुल छो$डकर मजदुरी करने हेतु अन्य प्रदेशों में पलायन पर भी अंकुश लगा है। अब तक चाइल्ड फण्ड इण्डिया की परियोजना से १५ लाख बच्चे लाभान्वित हुए है।

महापात्र यहां उदयपुर चाइल्ड फण्ड इण्डिया के गोगुन्दा में स्थापित नये क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। इस मौके पर चाइल्ड फण्ड जर्मनी के डॉक्टर वार्नर भी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे। महापात्र ने बताया कि चाइल्ड फण्ड इण्डिया द्वारा गोगुन्दा क्षेत्र में भी मजदुरी के लिये बाहर जाने वाले बच्चों को पलायन से रोकने हेतु विशेष परियोजना मंगलवार से प्रारम्भ की है। उदयपुर जिले के झा$डोल और कोट$डा पंचायत समिति के ७२ गांवों में लम्बे समय से किये जा रहे शैक्षणिक व चिकित्सा स्वास्थ्य, पोषाहार आदि वितरण के कार्यक्रम से क्षेत्र के गरीब बच्चों के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है और उनके परिवार को सम्बल मिला है। इन दोनों क्षेत्रों के १८४ बच्चों को चाइल्ड फण्ड इण्डिया ने मजदूरी हेतु दुसरे प्रदेश में पलायन से रोककर सराहनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि चाइल्ड फण्ड इण्डिया का उद्देश्य वंचित, उपेक्षित व असुरक्षित बच्चों की मदद कर उनकी क्षमताओं को ब$ढाना है जिससे की वह ब$डे होकर जिम्मेदार माता-पिता एवं देश के बेहतर नागरिक बनकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सके।

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