उदयपुर। शनिवार शाम को आठ बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर काले कोट, काले पेंट तथा काली शर्ट में उतरे भूटान नरेश के साथ ब्ल्यू कलर के टॉप तथा सफेद स्कर्ट में उतरी उनकी पत्नी जेतसुन पेमा आदिवासी कलाकारों के नृत्य को देखा तथा एक मासूम बच्ची ने चावल के दाने के माध्यम से उनका स्वागत करने के तरीके को देखकर अभिभूत हो गए। नव विवाहित भूटान नरेश एवं राजकीय अतिथि जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक अपनी पत्नी जेतसुन पेमा के साथ शनिवार रात्रि को हनीमून मनाने के लिए विशेष रेल से उदयपुर पहुंचे। रेल्वे स्टेशन पर भूटान नरेश का शहर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने मेवाड़ी परम्परा के अनुसार स्वागत किया। पिछले तीन दिनों से अपनी पत्नी के साथ राजस्थान के विभिन्न शहरों में घूमकर राजस्थान की रंगबिरंगी संस्कृति का आनंद उठा रहे भूटान नरेश शनिवार शाम को रेलवे की विशेष ट्रेन से उदयपुर पहुंचे। भूटान नरेश के आगमन के लिए शहर के प्रशासन व रेलवे ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। रात्रि करीब ८ बजे तक रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर एक रेलवे के कर्मचारी जुटे रहे। रेलवे कर्मचारियों ने प्लेटफार्म पर गलीचा बिछाया गया। रेलवे के कर्मचारियोंकी ओर से गलीचे पर गुलाब जल तथा केसर का छिड़काव किया गया।

 

शाम को करीब ७.४५ बजे उदयपुर नगर परिषद सभापति रजनी डांगी भी स्वागत के लिए पहुंच गई। वहीं मौके पर रेलवे के डीआरएम, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक ने हाथों में मालाएं लेकर गाड़ी का इंतजार करने लगे। रात्रि को ठीक आठ बजे भूटान नरेश की विशेष गाड़ी प्लेटफार्म नम्बर एक पर पहुंची। गाड़ी में से पहले तो भूटान के सेना अधिकारी, पुलिस अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी उतरे तथा स्टेशन को अच्छी तरह से जांचा परखा। अच्छी तरह से जांचने के बाद भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक तथा उनकी पत्नी जेतसुन पेमा डिब्बे में से उतरे। काले कोट, काले पेंट तथा काली शर्ट में भूटान नरेश तथा ब्ल्यू कलर के टॉप तथा सफेद स्कर्ट में जेतसुन पेमा काफी खुबसूरत लग रहे थे। जिनका वहां पर मौजूद सभापति रजनी डांगी ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। सभापति ने भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी का स्वागत किया। उनके बाद अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक उदयपुर रेंज, जिला कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक ने उनका स्वागत किया। सभापति ने प्लेटफार्म पर ही भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी से कुछ देर तक बात की। जिसके बाद वे बाहर की ओर रवाना हो गए। इस मौके पर गैलरी से निकलते समय भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी वहां पर मौजूद लोगों का अभिवादन कर रहे थे। बाहर भूटान नरेश के बाहर निकलते ही बाहर आदिवासी कलाकारों ने भूटान नरेश के स्वागत के लिए गुजराती लोक नृत्य प्रस्तुत किया तथा बाहर मौजूद एक गजराज ने भूटान नरेश का स्वागत किया। कुछ देर तक रूककर भूटान नरेश ने गुजराती नृत्य को देखा तथा बाद में गाड़ी में बैठने लगे इसी दौरान एक १० वर्षीय बच्ची मनस्विनी सोगा ने भूटान नरेश को एक कागज तथा चावल का दाना दिया। चावल के दाने पर भूटान नरेश के स्वागत लिखा हुआ था। भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी ने इस बच्ची के साथ फोटो खिचवाएं तथा अपनी कार में बैठ गए। कार में बैठने के बाद भूटान नरेश की पत्नी ने हाथ जोड़कर सभी का आभार प्रकट किया। जिसके बाद भूटान नरेश पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के भारी लवाजमें के साथ होटल की ओर रवाना हो गए। भूटान नरेश के कार्यक्रम को देखते हुए पूर्व में उदयपुर में पोस्टेड़ प्रोटोकॉल आफिसर तारिक खान को विशेष रूप से बुलाया गया था।

 

एनजाय उदयपुर रू- भूटान नरेश के स्वागत के दौरान सभापति ने इन नव विवाहिता दम्पति को उदयपुर में जमकर एन्जाय करने के लिए कहा। सभापति ने बताया कि मात्र कुछ सैकंड की बातचीत के दौरान उन्होंने उदयपुर में एन्जाय करने तथा शहर के सभी पर्यटक स्थलों पर भ्रमण करने के लिए कहा। वहीं भूटान नरेश ने भी उन्हें थैक्यूं कहा।

 

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