20 गांवों के 4,322 लोगों को मिला निःशुल्क जांच का लाभ
शिविर के अंतिम दिन पडावली व वास में पाए गए 8 एड्स रोगी

AIDSउदयपुर, 16 अक्टूबर का.स.) । पिछले दस दिनों से उदयपुर जिले में नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (नाको) व राजस्थान स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला एड्स नियंत्रण इकाई द्वारा चलाये जारहे चिकित्सा जांच शिविरों में अब तक २७ एच आई वी संक्रमित व्यक्ति पायेगये सबसे अधिक गुरूवार गोगुन्दा में पढ़ावली में हुए जाँच शिविर में पायेगये |
नोडल अधिकारी मनु मोदी ने जाकारी देते हुए बताया कि जिले में शुरू हुए सघन चिकित्सा जांच शिविरों के दसवें दिन आज गोगुन्दा उपखंड के पडावली व वास में सर्वाधिक आठ व्यक्ति एचआईवी संक्रमित पाए गए, इनमें दो महिलाएं और छ: पुरुष हैं। इन्हें मिलाकर दस दिनों से चल रहे शिविरों में अब तक 27 एचआईवी संक्रमित लोगों का पता लगाने में सफलता मिली है, इनमें से 13 महिलाएं और 14 पुरुष हैं। आज एचआईवी संक्रमित लोगों की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए सबके दुबारा टेस्ट किए गए, लेकिन सारी रिपोर्ट्स कन्फर्म निकली। भविष्य के उपचार एवं निःशुल्क दवाओं के लिए इन्हें उदयपुर में एम बी होस्पिटल स्थित एआरटी सेन्टर रेफर कर दिया गया है। डॉ मनु मोदी ने बताया कि जिले के दस उपखण्डों के बीस गांवों में इन शिविरों का आज दसवां दिन था। इन दस दिनों में कुल 4,322 लोगों को उपचार व परामर्श का लाभ मिला है, इनमें से 3,731 लोगों का एचआईवी टेस्ट किया गया, इनमें से 532 लोग यौन रोगों से पीड़ित थे व शेष अन्य बीमारियों से ग्रस्त पाए गए।
आज अभियान के आखरी केम्प में गोगुन्दा क्षेत्र के पडावली व वास में आज कुल 581 रोगियों की निःशुल्क जांच की गई तथा 524 लोगों का एचआईवी टेस्ट किया गया, इनमें से 72 लोग यौन रोगों से पीड़ित थे व शेष अन्य बीमारियों से ग्रस्त पाए गए, जिन्हें उपचार व परामर्श मुहैया कराया गया।
इन शिविरों में डॉक्टरों की टीम डॉ. ओमप्रकाश रायपुरिया, डॉ. शर्मीला रायपुरिया, डॉ. अजित सिंह वाघेला, डॉ. वैभव भटनागर व चल चिकित्सा इकाई ने रोगियों की जांच की। यहां शिक्षा प्रचार समिति के बी.पी. आमेटा और एल. आहारी का पूरा सहयोग रहा और उन्होंने अधिकाधिक रोगियों को शिविर में लाने में मदद की। स्वास्थ्य केन्द्र के नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मचारियों का भी पूरा सहयोग रहा।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राघवेन्द्र राय भी शिविर का जायजा लेने के लिए उपखण्डों पर उपस्थित होते रहे राय ने शिविरों में संक्रमित लोगों की संख्या को देखते हुए चिंता जताई और कहा कि जिस प्रकार यौन रोगों व एचआईवी संक्रमण के मामले सामने आए हैं, उनके मद्धेनजर क्षेत्र में कार्यरत एएनएम के माध्यम से वृहद् स्तर पर पूरा अभियान चलाया जाएगा।
राज्य के डॉ. मनु मोदी ने बताया कि दस दिन के इन शिविरों का सारा प्रबंधन डेप्क्यु के देवेन्द्र पाल, शूरवीरसिंह राणा, अजय गहलोत ने मिलकर संभाला, इनके सहयोग के बिना शिविरों को इतनी सफलता नहीं मिल सकती थी। कई जगह आशाओं, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के प्रचार के बावजूद जब लोग जांच के लिए नहीं आ रहे थे तो यही टीम माईक लेकर अलग-अलग मगरों व फलों में पहुंची और लोगों से समझाईश की, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर जांच के लिए पहुंचे।
नोडल अधिकारी रूपक मोहंती ने बताया कि नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (नाको) व राजस्थान स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला एड्स नियंत्रण इकाई द्वारा हिन्दुस्तान जिंक लि. के वेदांता समूह के सहयोग से शिविर में मीरा संस्थान, मानव सेवा संस्थान, त्रिमूर्ति शिक्षा प्रसार समिति की चल चिकित्सा इकाई व प्रचार में जादूगर एम. लाल का सहयोग रहा। शिविरों में क्षेत्र में कार्यरत काउंसलर्स, एएनएम, आशाओं और आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की विशेष ड्यूटी लगाई गई थी।

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