jp552408-10-2013-02-01-22N

Udaipur नए मतदाताओं को रिझाने के लिए राजनीतिक दल तमाम उपाय कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश की मतदाता सूची देखें तो पता चलता है कि लगभग आधे नए युवा मतदाता इस बार वोट नहीं डाल सकेंगे। क्योंकि मतदाता सूची में इनके नाम ही नहीं है। निर्वाचन विभाग जनसंख्या आंकड़ों के अनुपात में 18-19 वर्ष के नए मतदाताओं के नाम जोड़ने में विफल रहा है।

जनसंख्या आंकड़ों के अनुपात में देखा जाए तो वोटर लिस्ट में 18 से 19 वर्ष के 27 लाख से ज्यादा मतदाता होने चाहिए। लेकिन निर्वाचन विभाग सिर्फ 15 लाख नव युवा मतदाताओं के ही नाम जोड़ सका है। ऎसे में करीब पचास फीसदी नए युवा वोटर मतदान केन्द्रों से दूर रहेंगे।

उम्र के हिसाब से देखा जाए तो जहां नव युवा मतदाताओं का वोटर लिस्ट में रजिस्ट्रेशन जनसंख्या आंकड़ों से कम हुआ है, वहीं 20 से 29 वर्ष के मतदाताओं का आंकड़ा जनसंख्या आंकड़ों से काफी आगे निकल गया है। मतदाता सूची में राज्य के 4 करोड़ 5 लाख मतदाता पंजीकृत हो चुके हैं। विभाग की नाम जोड़ने की प्रक्रिया अभी चल रही है। प्रदेश में 18 से 40 वर्ष के मतदाताओं की संख्या पर गौर करें

यह है प्रदेश का लेखा-जोखा

जनसंख्या हिसाब से होने थे
18 से 19 वर्ष : 27 लाख 2 हजार
20 से 29 वर्ष : 1 करोड़ 13 लाख
30 से 39 वर्ष : 91 लाख 72 हजार
40 से 49 वर्ष : 63 लाख 43 हजार
50 से 59 वर्ष : 39 लाख 34 हजार
… शेष 60 वर्ष से ऊपर

वोटरलिस्ट में दर्ज

15 लाख 57 हजार
01 करोड़ 53 हजार
85 लाख 29 हजार
84 लाख 18 हजार
58 लाख 72 हजार
… शेष 60 वर्ष से ऊपर

926 महिलाएं प्रति हजार मतदाता पर होनी थीं
897 महिलाएं प्रति हजार मतदाता पर दर्ज हो सकीं।

3.42 फीसदी युवा मतदाता होने चाहिए
2.70 फीसदी ही युवा मतदाता के जुड़े नाम

(सभी आंकड़े लगभग में)

यह भी आ रही है समस्या

राज्य निर्वाचन विभाग के पास मतदाता सूची तैयार करने का ऎसा मजबूत सिस्टम नहीं है कि एक से अधिक स्थानों पर नाम जुड़वाने वाले मतदाताओं को तत्काल चिह्नित किया जा सके। ऎसे में गांव से शहर आने वाले हजारों-लाखों लोगों के नाम गांव और शहर दोनों ही जगह मतदाता सूची में दर्ज हैं। इतना ही नहीं, शहर में किराए पर रहने के दौरान लोग एक से दूसरे स्थान या फिर अन्य विधानसभा क्षेत्र में जाने के दौरान पुराने पते से नाम हटवाते नहीं और मतदाता दूसरी जगह नाम जुड़ा लेते हैं। ऎसे में मतदाता सूची में जनसंख्या आंकड़ों के अनुपात में बड़ा अंतर होता जा रहा है।

तो यह आंकड़ा करीब सवा दो करोड़ है। शेष मतदाता इससे ऊपर की आयु वर्ग के हैं। इसी तरह प्रदेश की मतदाता सूची में महिला मतदाताओं की संख्या भी जनसंख्या के अनुपात में कम है।

Previous articleभूमाफियाओं के खिलाफ की शिकायत
Next articleआए दिन छेड़ने वाले मनचले को महिलाओं ने ही पकड़कर धुना

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here