8969_32उदयपुर. लोकसभा चुनाव करवाने में 42 दिन तक व्यस्त रहे विभिन्न विभागों के कर्मचारी-अधिकारी तीन दिन की छुट्टियां मनाने के बाद भी सोमवार को निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे। जनता से सीधे जुड़े विभागों में तो हालात यह थे कि आमजन सुबह आठ बजे ही आ गए। कलेक्ट्रेट में कलेक्टर और यूआईटी में सचिव को छोड़कर अन्य विभागों में कोई अधिकारी समय पर नहीं था। बिजली निगम में जिला व संभाग स्तरीय अधिकारी, एक्सईएन, एईएन कार्यालय पर सुबह 10 बजे तक ताले थे। जबकि, दो दिन बारिश के कारण दर्जनों जगह लाइनों में फॉल्ट और दूसरी परेशानियों की कंपलेंट्स दर्ज कराई गई थीं। कार्यालयों में अधीनस्थ कर्मचारी टाइम पर नहीं आए।

कलेक्ट्रेट में जहां कलेक्टर और एडीएम सिटी समय पर पहुंच गए थे, वहीं अन्य शाखाओं के स्टाफ का पता ही नहीं था। स्वीपर, ड्राइवर निर्धारित समय पर अपने काम करते नजर आए।

कलेक्टर, यूआईटी सचिव को छोड़ सब पहुंचे 10 बजे

कलेक्ट्रेट- सुबह 9:29 पर कलेक्टर आशुतोष पेडणेकर भी पहुंच गए। पौने 10 बजे एडीएम-सिटी मोहम्मद यासिन पठान पहुंचे। तब कोष कार्यालय और रसद विभाग में काम से आए लोग स्टाफ का इंतजार कर रहे थे।

कोष कार्यालय- सामाजिक सुरक्षा पेंशन संबंधित समस्याओं वाले पेंशनर्स सुबह 8 बजे ही आ गए थे, लेकिन अधिकारी के नहीं आने पर इंतजार करना पड़ा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने बताया कि समय तो हो गया है, साहब आते ही होंगे।

रसद विभाग- सुबह 10 बजे तक न कोई अधिकारी था और न कर्मचारी। मुख्य द्वार खुला था। अधिकारी और कर्मचारी सुबह दस बजे के बाद ही कार्यालय पहुंचे।

बिजली व जलदाय- इन दोनों विभागों में जिला और संभाग स्तरीय अधिकारी सुबह 10 बजे तक नहीं पहुंचे। बिजली निगम में तो शिकायतकर्ता बार बार चक्कर काट रहे थे, लेकिन कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं था। अधिकारी, दोपहर तक पहुंचे।

परिवहन विभाग- विभाग में आरटीओ व एक डीटीओ अवकाश पर गए हैं। पीछे रहे एक डीटीओ भी समय पर कार्यालय नहीं आए। सुबह 10:20 बजे तक लोग चक्कर काट रहे थे, लेकिन उन्हें संतोषप्रद जवाब देने वाला भी कोई नहीं था।

यूआईटी- यूआईटी सचिव रामनिवास मेहता सही समय पर अपने कार्यालय में थे। जबकि अधिकांश कर्मचारी नहीं पहुंच पाए थे। यूआईटी की अन्य शाखाओं में 9:55 तक कोई नहीं था।

एमबी अस्पताल- आउटडोर में सुबह 8:50 तक डॉक्टर्स नहीं आए थे। जबकि मरीज आउटडोर के निर्धारित समय सुबह 8 बजे से ही इंतजार कर रहे थे। मरीजों ने बताया कि डॉक्टर अपने निर्धारित समय पर नहीं आते हैं। पंद्रह से बीस मिनट देरी से ही आते हैं।

अधिकारी बोले
जलदाय विभाग के एसई डीके गौड़ ने कहा कलेक्ट्रेट में वीसी थी। वहीं, डीटीओ कानसिंह ने कहा किसी काम से कलेक्ट्रेट गया था। रसद अधिकारी हिम्मतसिंह भाटी ने कहा मैं और मेरी टीम अब भी चुनावी ड्यूटी में हैं। बिजली निगम के एसई अविनाश करणपुरिया ने कहा गुलाबबाग पावर हाउस का दौरा करने गया था तो एमबी अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. तरुण गुप्ता ने कहा कि आउटडोर का समय आठ बजे का है, लेकिन कुछ डॉक्टर्स को इस दौरान कक्षाएं भी लेनी होती है।

सभी विभागों के कर्मचारियों अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे निर्धारित समय पर कार्यालय आएं और जाएं। इससे आमजन से जुड़े कार्य समय रहते निबटाए जा सकें। आमजन को इंतजार नहीं करना पड़े।
आशुतोष पेडणेकर, कलेक्टर, उदयपुर

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