उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक के दरीबा परिसर में जम्बों ड्रील आॅपरेटर के छठे बैच का उद्घाटन किया गया जिसमें पुरे राजस्थान से चयनित 120 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम हिन्दुस्तान जिंक के तीन लोकेशन में आईआईएसडी एवं एससीएमएस के संयुक्त तत्वावधान से चलाया जा रहा है जिसमें चयनित आटीआई व डिप्लोमा उत्तिर्ण युवाओं द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दुस्तान जिंक दरीबा काॅम्पलेक्स के साईट प्रेसिडेंट के सी मीणा ने की।
शुभारंभ के अवसर पर के सी मीणा, साईट प्रसीडेन्ट दरीबा ने अपने उद्बोधन में कहा ‘‘सभी प्रशिक्षणार्थी आज से ही अपने भविष्य का आधार रखने जा रहें है। आपसे अनुरोध है कि प्रशिक्षण के दौरान आप अनुशासन एवं सुरक्षा के नियमों का पुरी तरह से पालन करें। आप जीवन में पुरी ईमानदारी, मेहनत एवं लगन से नियमों का पालन करगें तो सफलता आपके कदम चुमेगी ऐसा मेरा विश्वास है, और सफलता के दरवाजे आपके लिए हमेशा खुले रहेंगें।‘‘
अपने उद्बोधन में संजय शर्मा ने कहा कि कुल 2700 युवाओं ने परीक्षा में भाग लिया जिनमें से 120 का लिखित, साक्षात्कार एवं मेडिकल परिक्षण के बाद योग्यतानुसार चयन किया गया, चयन में कटआॅफ 80 प्रतिशत रहा। यह प्रसन्नता का विषय है कि पूर्व के बैच से 136 युवाओं का टेªनिंग के दौरान ही केम्पस प्लेसमेन्ट हो गया जिनका औसत वेतन 25 हजा़र प्रतिमाह रहा। जिन मशीनों का चलाने के लिए विदेश से कुशल व्यक्ति आते है उनकी ट्ेनिंग हम यहीं पर करवा कर राजस्थान के युवाओं को अवसर प्रदान कर रहें है ।
कार्यक्रम के दौरान जम्बो ड्रील आॅपरेटर के रूप में कार्यरत प्रशिक्षणार्थियों ने अपने अनुभव बांटते हुए हिन्दुस्तान जिं़क का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से वह आज कुशल आॅपरेटर हंै। इस अवसर पर नव चयनित प्रशिक्षुओ ने हिन्दुस्तान जिं़क का आभार व्यक्त किया एवं प्रशिक्षण को निष्ठा एवं लगन से पूरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस अवसर पर युवाओं के प्रोस्ताहन के साथ साथ चैथे बेैच के टाॅपर्स थे उन्हें प्रमाण पत्र के साथ साथ नगद राशि से सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्तान जिं़क के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि हिन्दुस्तान जिं़क वर्तमान समय की मांग के अनुसार भारत की संभवतया पहली माइनिंग एकेडमी की स्थापना के साथ देश में खनन क्षमता वर्धन में योगदान दे रहा है। यह निश्चित रूप से खनन क्षेत्र में भारत की क्षमता को बढ़ाने और देश को विकास पथ पर अग्रसर करने की ओर कदम है।
हिन्दुस्तान जिं़क की ओर से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत स्किल काउन्सिल फोर माईनिंग सेक्टर तथा इण्डियन इन्स्टीट्यूट आॅफ स्किल डवलपमेंट के सहयोग से राज्य के युवाओं को खनन क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सरकार से मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र युवाओं को अच्छा रोजगार प्राप्त करने में सहायक एवं अति महत्वपूर्ण होगा।
कार्यक्रम में संजय खटोड़ युनिट हेड राजपुरा दरीबा मांईस, सुनिल दिक्षित काॅमर्शियल हेड, अभय गौतम, हेड सीएसआर, रवि गुप्ता टे्निंग एचआर हेड, दीपक गखरेजा लोकशन एचआर हेड, राजपुरा दरीबा काॅम्पलेक्स एवं एससीएम से दिपक मिश्रा, आईआईएसडी से अंशुक तलवार उपस्थित थे ।
ज्ञातव्य रहे कि प्रषिक्षण के लिए अभ्यार्थी की शैक्षणिक योग्यता हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में दक्षता के साथ किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से इलेक्ट्रीशियन, फीटर, मैकेनिक, डीजल, मोटरड्राईंग एवं मैकेनिक, मैकेनिक मोटर गाडी में आई.टी.आई. अथवा मैकेनिक, आॅटोमोबाईल, माईंनिंग , इलेक्ट्रीकल में डिप्लोमाधारी हो। भारी एवं हल्के वाहन चलाने के लाईसेन्सधारी अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दी गई थी।

प्रशिक्षण की अवधि डेढ़ वर्ष होगी। इस अवधि के पूर्व सफलतापूर्वक प्रषिक्षण करने एवं जांच परीक्षा में उत्तीर्णपरांत अभ्यार्थियों का प्रमाण पत्र के साथ-साथ देश विदेश में किन्ही भी खनन इकाईयों में आवश्यकता होने पर नियोजन हेतु मार्गदर्शन दिया जाएगा।

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