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उदयपुर . पिछले पांच दिनों से हो रही झमाझम बारिश के कारण फतहसागर फिर से ओवर फ्लो होकर गुरूवार को छलक पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ कि इस मौसम में फतहसागर ने शहरवासियों को दो बार छलकने की खुशियां दीं हो।

मदार नहर से आवक तेज होने पर जलसंसाधन विभाग ने गुरुवार सुबह फतहसागर के चारों गेट खोल दिए। इधर सीसारमा नदी से आवक बनी रहने से स्वरूप सागर की रपट से एक बार फिर चादर चलने का क्रम शुरू हो गया है। इधर शहर में गुरुवार को लगातार छठे दिन भी बारिश हुई। शहर में नवरात्र के दिन से शुरू हुआ बारिश का दौर गुरुवार को लगातार छठे दिन भी जारी रहा। शहर में सुबह से ही उमस का असर बना रहा। शाम करीब सवा चार बजे मौसम बदला और बारिश का दौर शुरू हुआ। दूसरी तरफ कैचमेंट में बीती रात तेज बारिश से मदार के दोनों तालाबों पर चादर चलने का क्रम बना हुआ है। फतहसागर का पानी एक बार फिर बंसियों की सीमा लांघते हुए सड़क पर अाना शुरू हो गया है। इधर सीसारमा नदी से आवक बनी रहने से स्वरूप सागर पर एक बार फिर चादर चलने का क्रम शुरू हो गया है। बड़ी तालाब में 2 इंच पानी और आने से इसका जलस्तर बढ़कर साढ़े 24 फीट के करीब पहुंच गया है। जबकि उदयसागर के गेट खुले रखने से वल्लभनगर बांध होते हुए बड़गांव बांध में पानी की आवक बनी रहने से इसके भी ओवरफ्लो होने की उम्मीदें बढ़ती जा रही है। इधर देवास प्रथम बांध का जलस्तर 25 फीट 1 इंच और मादड़ी का जलस्तर 24 फीट 2 इंच हो गया है। जबकि जयसमंद,जाखम बांध,बाघेरी का नाका और वल्लभनगर बांध सहित संभाग के कई जलाशयों के छलकने का क्रम बना हुआ है।

बुधवार रात छोटा मदार और बड़े मदार से फतहसागर में पानी की अच्छी आवक होने से सुबह होते-होते यह अपने पूरे उफान पर छलक उठा।

जैसे ही फतहसागर के इस मौसम में दूसरी बार छलकने की जानकारी शहरवासियों को मिली तो लोगों का जमावड़ा पाल पर लग गया। लोग इस साल दूसरी बार छलकते फतहसागर के साथ सेल्फी लेते नजर आए।

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