indexउदयपुर। भविष्य क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के गोरखध्ंाधे के चलते पुलिस ने शुक्रवार को ऑफिस सीज कर दिया। सोसायटी के महाप्रबंधक अंकित जैन की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। कर रहीं है। वहीं दूूसरी ओर आज सवेरे भविष्य क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के १८ कर्मचारियों के थानें में बयान लिए जा रहे है। पुलिस ने बताया कि सोसायटी के महाप्रबंधक को कार्यवाही का पता चलते ही वह उसके कार्यालय से महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ गायब हो गया। सोसायटी के मुख्य अध्यक्ष दामोदर नागदा व उपाध्यक्ष संजय शुक्ला भी भूमिगत है, सोसायटी के उदयपुर कार्यालय में करीब 30 कर्मचारी थे, लेकिन वर्तमान में १८ ही मिले हैं। जिनसे पूछताछ की जा रहीं है।
जांच अधिकारी रतन चावला ने बताया कि अब तक की जांच में रिकार्ड से कोई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस के हाथ नहीं लगी है। सोसायटी के खिलाफ निवेशकों की शिकायतों तथा दर्ज मुकदमे पर ही कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस मामले से जुड़े लोगों से भी पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है को-ऑपरेटिव सोसायटी लॉ के अनुसार अधिनियम 2002 की धारा 67/बी के अंतर्गत प्रावधान है कि सरकार द्वारा यदि किसी सोसायटी को सीज किया जाता है, तो उसकी संपत्ति को नीलाम कर निवेशकों को भुगतान किया जा सकता है। बताया गया है कि दिल्ली की सेंट्रल सोसायटी की टीम मामले की जानकारी के लिए शीघ्र ही उदयपुर आएगी। इस मामले को लेकर सेंट्रल सोसायटी में खासी हलचल है।
सोसायटी के कर्मचारी ने किया आत्महत्या का प्रयास
बुधवार दोपहर कुछ पीडि़त लोग भविष्य क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के बाहर इक_े हुए। रुपए नहीं मिलने के कारण लोगों ने सोसायटी के दुर्गा नर्सरी रोड स्थित कार्यालय के बाहर विरोध किया। वहां एक कर्मचारी मिला, जिसने उसके कई परिचितों से निवेश कराया था और खुद भी निवेश किया था। सोसायटी की धोखाधड़ी का शिकार होने और परिचित निवेशकों का दबाव आने पर उसने बुधवार को कार्यालय में जहर की गोलियां मुंह में डाल लीं। हालांकि वहां मौजूद लोगों ने उसे तत्काल उल्टियां कराईं और उसकी जांन बचाई।

Previous articleडाक टिकिट प्रदर्शनी ‘उदयपैक्स-2014ञ्ज आज से
Next articleमोदी की चाय व केजरीवाल की टोपी ऑन लाइन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here