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शहर में कई जगह चल रहा है मिलावट का धंधा
होली पर दस हजार किलो मावा व करीब एक लाख लीटर दूध की खपत
उदयपुर। रंगों का त्योहार होली बस कुछ ही दिन दूर है…। होली का नाम आते ही जुबान पर लजीज पकवानों का टेस्ट आना लाजिमी है। घरों में मिठाइयों की खुशबू से ही पूरा माहौल मिठास से भर जाता है, लेकिन इन मिठाइयों की मिठास ही होली के रंग में भंग डालने का काम कर सकती है। दरअसल सिटी के घरों में पकवानों की तैयारियां शबाब पर होने के साथ मिलावटखोंरों की तैयारी भी पूूरी हैं। मुनाफे के रंग में रंगने के लिए इन्होंने शहर के अंदरूनी मार्केट में सिंथेटिक मावा और दूध की सप्लाई शुरू कर दी है। सूत्रों की माने, तो शहर में होली पर लगभग दस हजार किलो मावा व करीब एक लाख लीटर दूध की खपत की संभावना है। इसके चलते असली मावा और दूध की कमी का फायदा मिलावटखोर उठाएंगे और लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करेंगे।
ऐसे तैयार होता है सिंथेटिक मावा: नकली मावा तैयार करने के लिए पिसे हुए आलू, शकरकंद, आरारोट, बेकिंग पाउडर, ऑयल और असली मावे को मिक्स किया जाता है। जब नकली माल बाजार में लाया जाता है, तो इसे असली मावे में मिक्स करने के बाद देशी घी की केमिकल फ्रेंग्रेंस डालकर पिंडी बना दी जाती है। इन्हें चिकना दिखाने के लिए रिफाइंड ऑयल लगाया जाता है। सफेदी के लिए आरारोट लगाया जाता है।
अंधेरे में हो रहा खेल: शहर के आउटस्कट्र्स से ये धंधा धड़ल्ले से चलाया जा रहा है। उदयपुर में मिलावाटी मावे की दुकान पर रात के अंधेरे से सूरज की पहली किरण से पहले ही सिंथेटिक मावा तैयार कर दिया जाता है और सुबह होते ही शहर के कई दुकानों पर यह मावा बिकने के लिए आ जाता है।
इनमें भी हो सकती है मिलावट: होली के त्योहार पर केवल मावा व धी में ही नहीं, बल्कि नमकीन, ऑयल्स, रंग, बेसन व अन्य कई खाने की वस्तु में भी हो सकती है, जिसके कारण मुख्य रूप से हमें पैकिंग की गई वस्तु का ही प्रयोग किया जाना चाहिए।
घर में ही करें जांच
>> मावा: मावा का टुकड़ा लें, उसमें टिंचर आयोडीन में मिला दे, तो बैंगनी कलर दे, यदि मिलावट की संभावना होती है। यह आयोडीन किसी भी कैमिस्ट की शॉप पर मिल जाएगा।
>> पनीर: पनीर या मावे को हाथ पर रगडऩे के गाद पाउडर की तरह चूरा बन जाए तो इसमें मिलावट की संभावना होती है।
>> दूध: यूरिया व पानी की मिलावट हो सकती है। पानी की मिलावट होगी, तो किसी सीधे सरफेस पर पानी सीधे बह जाएगा। दूध रुक-रुक कर बहेगा। दूध में यूरिया होने पर पांच एमएल में दो बूंद ब्रोमोथाइमोल मिलाए। दस मिनट में दूध का रंग ब्ल्यू हो जाएगा।
>> घी: घी में वनस्पति घी के मिलावट की संभावनाएं रहती है। टेस्ट ट्यूब में हाडड्रोक्लोरिक एसिड मिलाने के पांच मिनट बाद ऊपर की सतह पर वनस्पति घी दिखाई देगा।
यहंा हुई कार्यवाही
शहर के प्रतापनगर पुलिस ने कुछ ही समय पूर्व मुखबिर की सूचना पर मादड़ी क्षेत्र में एक दूध के व्यापारी के घर पर दबिश देकर वहां से लगभग दो सौ किलों नकली घी बराबद किया था। पुलिस ने आरोपी से नकली घी बनाने के सामन के साथ ही कई उपकरण भी बराबद किए।

यह है मिलावटी वस्तु
> प्योर धी में डालडा
> रिफाइंड ऑयल में मोबिल ऑयल
> पनीर में ड्राई मिल्क व रिफाइंड ऑयल
> स्वीट्स में ड्राई मिल्क
> गुलाब जामुन में आरारोट
> सोनपापड़ी व लड्डू में मेटानिल येलो
> मावा में ड्राई मिल्क
> शहद में चीनी
> मिल्क में ड्राई मिल्क
> प्योर मावा में सिंथेटिक मावा
: तीन मार्च से ही शहर में मिलावटखोरी को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है, जो होली के बाद तक चलेगी। किसी भी व्यापारी के पास नकली मावा या मिलावटी सामान मिलेगा, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
-अनिल भारद्वाज, फूड इंस्पेक्टर

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