imagesउदयपुर। राखी अब सिर्फ भाई और बहन के पवित्र रिश्ते के बंधन तक सीमित नहीं रहा। बदलते जमाने के अनुरूप प्यार और विश्वास को बढ़ाने वाले इस बंधन का दायरा भी बढ़ाता जा रहा है। आप जिसे भी प्यार करते हैं उसे राखी के इस बंधन में बांध सकते हैं।
अगर आपकी भी ऐसी कोई ख्वाहिश हो, तो मार्केट में हर रिलेशन के लिए राखियां मौजूद हैं।
हर जगह राखी का अपना महत्व
राखी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि नेपाल, मॉरिशस और पाकिस्तान के कुछ इलाकों में भी मनाई जाती हैं। पर बदलते जमाने के अनुसार भारत में ये त्योहार केवल भाई और बहन के रिश्ते तक ही सीमित नहीं रह गया है। इन दिनों कई जगहों पर पिता, भाभी, भतीजे, भांजे को भी राखी बांधी जाती है। खासकर मारवाड़ी कम्यूनिटी में इस प्रथा का प्रचलन ज्यादा है। मारवाड़ी समाज से जुड़े लोग बताते हैं कि हमारे यहां कई रिश्तों में राखियां बांधने का प्रचलन है। उनके अनुसार भाभियों को चूड़ा राखी बांधी जाती है। ये एक तरह की लटकन वाली राखी है, जिसे कंगन में बांधा जाता है। वैसे पंडित प्रकाश कुमार का कहना है कि हर समुदाय में राखी की मान्यता और इतिहास अलग-अलग है। हिंदू समाज में माना जाता है कि राखी की शुरुआत तब हुई थी जब माता लक्ष्मी ने राजा बली को और महाभारत में द्रौपदी ने भगवान कृष्ण को रक्षा सूत्र बांधा था।
बाजार में राखी की गई वैराइटियां
राखी के त्योहार को खास बनाने के लिए इस साल मार्केट में कई तरह की नई राखियों का स्टॉक आया है। अगर इस साल कुछ स्पेशल है, तो वो है हर रिलेशन की राखियों की कई वेराइटीज। मंड़ी के एक व्यापारी ने बताया कि इन दिनों रिलेशन वाली राखियों की डिमांड काफी ज्यादा है। शहर में कई दुकानों पर राखियों का काफी अच्छा स्टॉक उपलब्ध है। इस बार रिश्तों के अनुसार राखियों का जोड़ा भी उपलब्ध है। जिसमें मुख्य रूप से भाई-भाभी राखी, झुड़वा भाइयों के लिए राखी शामिल है।

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