Udaipur Post करीब 30 माह से पेंशन नहीं मिलने से नाराज प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है। पहले चरण में सभी ने अपने घरों के बाहर सूचना चस्पा की है-‘मैं कृषि विवि का पेंशनर हूं। बीजेपी वाले वोट के लिए संपर्क नहीं करें। इसी के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में परिवार सहित भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करने का निर्णय किया गया है। | महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पेशनर्स कल्याण समिति के उपाध्यक्ष प्रो. पीसी कंठालिया ने कहा, इस विरोध अभियान में उदयपुर, जोधपुर, जोबनेर और बीकानेर कृषि विवि के पेंशनर्स भी शामिल हैं जबकि कोटा विवि के पेंशनरों का समूह सोमवार को फैसला करेगा।चारों विवि में करीब तीन हजार से अधिक पेंशनर्स हैं जिन्होंने भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करना तय किया गया है। उदयपुर में एमपीयूएटी के करीब 1200 पेंशनरों ने घरों के बाहर भाजपा विरोध की सूचना लगा दी है। प्रो. कंठालिया का कहना है कि उदयपुर में करीब सात माह से तो जोबनेर,जोधपुर और बीकानेर के पेंशनर्स को 30 माह से पेंशन नहीं मिल पाई है।
सरकार से हमें जवाब मिला कि । विश्वविद्यालय स्वायत्त संस्था हैं, इसलिए इस पेंशन का जुगाड़ खुद विवि ही करें। ऐसे में उदयपुर में विवि के सामने सिर्फ अपनी जमीन बेचने के अन्य कोई विकल्प नहीं रहा। लेकिन यूआईटी अब तक जमीन को लेकर बैठी है, न जमीन बिक रही और न हमारी पेंशन मिल रही है। जोबनेर, जोधपुर और बीकानेर में तो स्थितियां
भयंकर हो गई है। कई सेवानिवृत्त | प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर को पेंशन

की पहली किश्त भी हाथ नहीं लगी | और उनका स्वर्गवास हो गया।
परिवार भी देगा साथ । बताया गया कि इस चुनाव में भाजपा । के विरोध में इन 3000 पेंशनर्स के
परिवारजन भी शरीक हैं। इतना | ही नहीं वर्तमान में ऐसे सेवारत कर्मचारी जिनकी सेवानिवृत्ति भी करीब है, वे भी इस अभियान से जुड़ने की तैयारी में है। बता दें, पेंशन के इस अभियान में पूर्व में हुए आंदोलनों | में पेंशनर्स के परिजनों ने भी पूरा
सहयोग किया था।

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