Screenshot_2015-09-17-16-58-04

उदयपुर । खान सचिवालय में लम्बे समय से चल रहे रिश्वत काण्ड में प्रमुख खान सचिव सहित गिरफ्तार आठ अभियुक्तों को भ्रष्टाचार ब्यूरों ने गुरूवार को भ्रष्टाचार निवारण मामलात की विशेष अदालत में पेश किया जहां सुनवाई के बाद सभी अभियुक्तों को पांच दिन रिमाण्ड पर सौंपने का आदेश दिया। इस दौरान ब्यूरों की उदयपुर टीम ने अभियुक्त  पीआर आमेटा एवं पंकज गहलोत के लॉकरों से सोना व चांदी के आभूषण बरामद किए।
इस प्रकरण के पहले चरण में प्रमुख खान सचिव अशोक सिंघवी सहित छह लोगों को एसीबी की टीम ने बुधवार को रात तक गिरफ्तार  कर लिया था। सातवें अभियुत्त* शेर खान को बुधवार मध्यरात्रि चित्तौडगढ  जिले से हिरासत में लिया गया जबकि रिश्वत राशि को दलात संजय शेठी तक पहुंचाने के आरोपी धीरेन्द्र को भी टीम ने आज धरदबोचा।
राज्य के सबसे बडे रिश्वतकाण्ड ने एसीबी की गिरफ्त के आए प्रमुख खान सचिव अशोक सिंघवी, अति.  निदेशक खान पंकज गहलोत, वरिष्ठ अभियंता पी.आर. आमेटा, दलाल श्याम एस. सिंघवी, संजय शेठी, शेर खान, शेर खान के मुनीम रशीद खान तथा धीरेन्द्र उर्फ़  चिंटु को एसीबी की विशेष अदालत में जज अजित कुमार हिंगड के समक्ष पेश किया। सरकारी वकील और अभियुक्तों के वकीलों की दलीले सुनने के बाद जज ने आठों अभियुक्तों को २१ सितम्बर तक पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया । अदालत की कार्रवाई करीब पौने दो घंटा चली। कार्रवाई ४ बजकर ४५ मिनट पर शुरू हुई जो ६ बजकर ३५ मिनट तक चली।
सरकारी अधिवक्ता राजेश धडके ने एसीबी का पक्ष रखते हुए कहा कि एसीबी के पास मोजूद टेपिंग के आधार पर अभी आरोपियों से काफी पूछताछ करनी बाकी है । गिरफ्तार अधिकारियों और आरोपियों का बडे पैमाने पर खान विभाग में घोटाला होना पाया जा सकता है, इसके लिए पांच दिन की पुलिस अभिरक्षा दी जाए। धडके ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा के दौरान पूछताछ के लिए जयपुर व अन्य शहरों में ले जाया जा सकता है । इधर अभियुक्तों के वकीलों ने भी अपने पक्ष रखे । अशोक सिंघवी के वकील निरंजन गौड व पंकज गहलोत के वकील व कंचन सिंह हिरन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह एसीबी का मामला नहीं और इंकमटेक्स का ममला है सरकारी अधिकारियों के पास से कोई राशि बरामद नहीं हुई है। जो राशि बरामद की गयी वह अन्य निजी व्यत्ति*यों से बरामद हुई है जिसका अधिकारियों का कोई लेना देना नहीं । जज अजित कुमार हिंग$ड ने सभी पक्षों के अधिवक्ताओं को सुनने के बाद आठों अभियुक्तों को पांच दिन का पुलिस रिमांड भेज दिया।
आज सुबह से ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में गहमा गहमी थी सभी अभियुक्तों भीलवाडा और जयपुर से लाकर कोर्ट में पेश करना था । ब्यूरो के बाहर गिरफ्तार अभियुक्तों के परिजनों की भी$ड लगी हुई थी, दिन में करीब १२ बजे पुष्कर आमेटा को लाया गया उसके बाद पंकज गहलोत को जयपुर से एसीबी कार्यालय लाया गया क्योंकि कल गिरफ्तारी के बाद पंकज गहलोत को जयपुर ले जाया गया था। मुख्य खान सचिव अशोक सिंघवी को सीधे एसीबी कोर्ट में ला कर पेश किया गया । शाम को कोर्ट के बाहर जब तक कारवाई चलती रही तब तक बाहर स$डक पर खासी भी$ड जमा रही। पुलिस का जाब्ता भी लगा रहा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र भारद्वाज सहित कई पुलिस अधिकारी और थाना अधिकारी कोर्ट के बाहर व्यवस्था संभालने में लगे हुए थे।
जानकारी के अनुसार जयपुर से आये एसीबी एसपी रंधीर सिंह सभी आरोपियों को लेकर जयपुर जायेगे और वही आगे की पूछताछ की जायेगी। कोर्ट की करवाई खत्म होने के बाद एसपी रंधीर सिंह ने बताया कि अभी इस मामले में और भी कई खुलासे होने है अदालत से पुलिस अभिरक्षा की अवधि मिली है इसमे आगे की कारवाई की जायेगी।
रिश्ववखोरी मामले में आरोपियों की पैरवी कर रहे अधिवत्त*ाओं ने इसे एसीबी की साजिश करार दिया। अधिवत्त*ाओं ने दलील दी कि इस मामले में सीधे रूपये का लेन-देन नहीं हुआ है ऐसे में यह मामला रिश्वत का बनता ही नहीं है।
लोकरों से निकला सोना: उदयपुर एसीबी के सभी अधिकारी इस घुस कांड के किसी ना किसी पेच को सुलझाने में लगे हुए थे । आज सुबह ही एसीबी के एएसपी ब्रजेश सोनी भुपालपुरा थाने पहुंचे और दलाल श्याम एस. सिंघवी और संजय शेठी को पूछताछ के लिये एसीबी कार्यालय लेकर आये थे। शेरखान और धीरेन्द्र से भी पूछताछ की। एसीबी स्पेशल टीम के हनुवंत सिंह ने पंकज के लोकर की तलाशी ली जिसमे २३ तोला सोना मिला और राजीव जोशी ने पुष्कर आमेटा के लोकर की तलाशी ली जिसमे एक किलो सोना और पांच किलो चांदी मिला।

Previous articleअगर यही कांग्रेस शासन में होता!
Next article13 घंटों तक डॉक्टर करते रहे लापरवाही का खेल – स्ट्रेचर पर ही गर्भवती महिला की जान निकल गयी ।
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here