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उदयपुर । आरटीओ की फ्लाइंग की पिटाई के डर से भागे एक ट्रेलर ड्राइवर की देबारी पुलिया से गिरकर मौत हो गई। यह घटना देबारी माताजी मंदिर के पास हुई। बताया जा रहा है कि वारदात के बाद आरटीओ की फ्लाइंग वहां से भाग गई। आज सुबह रेती एसोसिएशन के पदाधिकारी और परिजनों ने शव को एमबी हॉस्पीटल पहुंचाया। वहां शव रखकर सभी लोग प्रतापनगर थाने पहुंचे, जहां आरटीओ की फ्लाइंग के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की जा रही थी। इसी बीच पोस्टमार्टम करके शव प्रतापनगर थाने पहुंचाया गया। परिजनों का आरोप है कि उनकी बिना मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया गया। रेती एसोसिएशन की पदाधिकारी और मृतक के परिजन प्रतापनगर थाने से शव को लेकर आरटीओ ऑफिस पहुंचे, जहां शव रखकर प्रदर्शन किया गया। बाद में पुलिस की समझाइश के बाद परिजन शव को लेकर चले गए ।
जानकारी के अनुसार कुराबड़ निवासी मनोहरसिंह (४५) पुत्र लालसिंह राजपूत बीती रात साढ़े 11 बजे रेलमगरा से रेती भरा ट्रेलर लेकर उदयपुर की तरफ आ रहा था। इसी बीच देबारी माताजी मंदिर के पास आरटीओ की फ्लाइंग ने ट्रेलर को रोका और मनोहरसिंह को ओवरलोड ट्रेलर की रसीद कटवाने के लिए कहा। पता चला है कि इस बात को लेकर फ्लाइंग कर्मचारियों और मनोहरसिंह के बीच मारपीट हो गई। मनोहरसिंह डरकर वहां से भागा, तो अंधेर में देबारी पुलिया से नीचे गिर पड़ा।
फ्लाइंग के एक कर्मचारी ने पीछे आ रही ट्रक के ड्राइवर जमनालाल को बताया कि ट्रेलर का ड्राइवर पुलिया से नीचे गिर गया है। जमनालाल ने उसकी ट्रक के मालिक ताराशंकर को यह जानकारी दी। इस पर ताराशंकर मौके पर पहुंचा और रेती एसोसिएशन के अध्यक्ष अंतोष चौधरी व संरक्षक प्रेमसिंह को मौके पर बुलाया। इन लोगों ने रात को पुलिया के नीचे ड्राइवर की तलाश की, लेकिन अंधेरे के कारण कुछ दिखाई नहीं दिया। आज सुबह ग्रामीणों ने पुलिया के नीचे लाश को देखी और पुलिस को सूचना दी।
सुबह लाश मिलने के बाद काफी संख्या में रेती एसोसिएशन के पदाधिकारी व ट्रक ड्राइवर मौके पर एकत्र हो गए। मृतक मनोहरसिंह का बेटा राजेंद्र व किशन, भाई पे्रमसिंह और साला डोलसिंह भी वहां पहुंच गए। इन लोगों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर देबारी से गुजर रहे हाइवे और पुलिया के नीचे के रास्तों पर पत्थर व कांटा डालकर जाम लगा दिया। करीब चार घंटे की समझाइश के बाद पुलिस जाम खुलवाने में सफल रही।
मृतक मनोहरसिंह के परिजनों का कहना है कि सुबह उन्होंने शव को एमबी हॉस्पीटल पहुंचाया, जहां से कार्रवाई के लिए वे सभी लोग प्रतापनगर थाने पहुंचे। इसी बीच मनोहर सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद एम्बुलेंस में प्रतापनगर थाने पहुंचाया गया, जहां पर मनोहर सिंह के परिजनों और रेती एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उनकी बिना मौजूदगी में पोस्टमार्टम होने पर नाराजगी जताई।
आरटीओ के बाद प्रदर्शन : प्रतापनगर थाने से सभी लोग मनोहरसिंह की लाश को लेकर आरटीओ के नये ऑफिस पहुंचे, जहां आरटीओ ऑफिस के बाहर लाश रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। यहां इन लोगों ने जमकर नारेबाजी की, लेकिन आरटीओ का कोई अधिकारी बाहर नहीं निकला। इस दौरान प्रतापनगर थानाधिकारी चंद्र पुरोहित और सुखेर थानाधिकारी हरेंद्रसिंह जाब्ते के साथ पहचे और काफी समझाइश के बाद परिजन शव को लेकर गए। मृतक के परिजनों और रेती एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने दस लाख रुपए मुआवजा, मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी दिलाने और फ्लाइंग के सभी कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग की है।
इनका कहना ………..
घटनाक्रम के बाद मैं स्वयं मौके पर जाकर आया। मौके पर लगा जाम खुलवाया। मामले की जांच की जा रही है। अगर आरटीओ की फ्लाइंग होगी तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
-भंवरलाल, आरटीओ

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