राजसमंद के दिवेर थाने की सातपालिया घाटी में हुई पुलिस और तस्करों के बीच फायरिंग, दोनों तरफ से हुए १७ राउंड फायर
-अमेरिकन हॉस्पीटल में आज सुबह दो घंटे चला ऑपरेशन, थानेदार रमेश कविया अब खतरे से बाहर

उदयपुर । दिवेर थाना क्षेत्र की सात पालिया घाटी में बीती रात पुलिस से हुई मुठभेड़ में डोडा-चूरा तस्कर फिल्मी स्टाइल में थानेदार रमेश कविया को गोली मारकर भाग छूटे। पुलिस और तस्करों के बीच करीब १७ राउंड फायर हुए, जिनमें १२ फायर तस्करों की तरफ से ramesh kaviyaकिए गए, जबकि पांच फायर पुलिस ने किए। इनमें से चार फायर घायल होने से पहले थानेदार रमेश कविया ने किए। थानेदार कविया की दायीं आंख के ऊपर गोली लगी, जिसे अमेरिकन हॉस्पीटल में आज सुबह हुए ऑपरेशन में निकाल दिया गया। डॉक्टरों ने कविया की हालत खतरे से बाहर बताई है।
पुलिस के अनुसार बोलेरो जीप से डोडा-चूरा तस्करी कर ले जाए जाने की सूचना पर बीती रात दिवेर थाने के सातपालिया घाटी में थानाधिकारी रमेश कविया मय जाब्ते ने नाकाबंदी की। इस दौरान पुलिस ने सडक़ पर पत्थर डाल दिए, ताकि वाहन को रोका जा सके। इसी बीच रात सवा दो बजे घाटी में एक बोलेरो जीप आती दिखी। तस्करों ने आगे पड़े पत्थर देखकर नाकाबंदी से २५ फीट दूर ही वाहन रोक दिया। इसी बीच रमेश कविया पुलिस जीप को तस्करों की बोलेरे के पीछे ले गए, ताकि तस्कर वहां से भाग न सके । इसी बीच ड्राइवर के पास बैठे तस्कर ने रिवाल्वर से फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में रमेश कविया ने भी फायर किए। तस्करों की तरफ से १२ फायर किए गए, जबकि रमेश कविया ने चार और एक कांस्टेबल ने एक फायर किया। इसी बीच एक गोली पुलिस जीप के कांच को तोड़ते हुए रमेश कविया की दायीं आंख के ऊपर गोली लगी।
पुलिसकर्मी घबराए, तस्कर भागे : थानेदार रमेश कविया के सिर में गोली लगते ही पुलिसकर्मी घबरा गए और जवाबी फायरिंग नहीं कर सके। ऐसे में फायर करते हुए तस्कर पुलिस जीप को टक्कर मारकर वहां से भाग छूटे। पुलिसकर्मी रमेश कविया को राजसमंद अस्पताल लाए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद कविया को उदयपुर के अमेरिकन हॉस्पीटल पहुंचा गया, जहां आज सुबह साढ़े छह बजे से साढ़ आठ बजे तक उनका ऑपरेशन चला। रमेश कविया का ऑपरेशन अमेरिकन हॉस्पीटल के डॉ. नरेंद्रमल, डॉ. रमाकांत सहित छह के मेडिकल स्टॉफ ने किया। डॉ. नरेंद्रमल ने बताया कि गोली आंखे के ऊपर दस सेंटीमीटर का छेद करते हुए सिर में लगी। यहीं गोली अगर आंख के नजदीक लगती, तो उनकी हालत चिंताजनक हो सकती थी।
रेलमगरा में पुलिस जीप को मारी टक्कर : इस मुठभेड़ से पहले चित्तौड़ से तस्कर बोलेरो जीप लेकर राजसमंद में रेलमगरा होकर जा रहे थे। इसी दौरान रेलमगरा में भी नाकाबंदी के दौरान ये तस्कर पुलिस जीप को टक्कर मारते हुए भाग निकले थे। बाद में इन तस्करों की दिवेर के सात पालिया घाटी में पुलिस से मुठभेड़ हो गई।

चित्तौड़ से चली सूचना पर हुई नाकाबंदी : बीती रात चित्तौड़ जिले के राशमी थाने से सूचना चली कि बोलेरो मेें कुछ तस्कर डोडा-चूरा लेकर जा रहे हैं। इस पर पूरे चित्तौड़ जिले में नाकाबंदी कराई गई। बाद में सूचना मिली कि तस्कर भीलवाड़ा होते हुए राजसमंद की तरफ जा रहे हैं। इस पर राजसमंद में भी नाकाबंदी कराई गई। इस सूचना पर दिवेर थानाधिकारी रमेश कविया भी स्टॉफ के साथ सात पालिया घाटी में नाकाबंदी कर रहे थे, तब तस्करों से उनकी मुठभेड़ हुई, जिसमें वे जख्मी हो गए। कविया के साथ नाकाबंदी में एएसआई जगदीशंद्र, हेड कांस्टेबल लाभूराम, कांस्टेबल शिवराज, अनिलकुमार, जगदीश राम, विजेंद्र और मुकेश कुमार शामिल थे। रमेश कविया के अमेरिकन हॉस्पीटल में भर्ती होने के बाद उनके साथ देवगढ़ एसएचओ कृष्णासिंह हैं। कविया के परिजन भी हॉस्पीटल में मौजूद है।

“पुलिस मुठभेड़ में दिवेर थानाधिकारी को गोली लगने के बाद पूरे संभाग में नाकाबंदी करवा दी गई है। संदिग्धों की तलाश की जा रही हैं। ऑपरेशन के बाद थानाधिकारी की हालत में सुधार है। सूचना चित्तौड़ जिले के राशमी थाने से मिली थी। इसके चलते चित्तौड़ जिले के पुराने तस्करों को राउंडअप किया जा रहा है” ।
-आनंद श्रीवास्तव, आईजी, उदयपुर रेंज

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