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उदयपुर । उदयपुर के 40 कि.मी. दक्षिण में स्थित जावर की पहाड़ियों में आज से 2500 वर्ष पूर्व जस्ता एवं सीसा धातु का खनन एवं प्रद्रावण किया जाता था। पूरे क्षेत्र में फैले हुए प्राचीन खनन एवं प्रद्रावण अवशेष इस तथ्य के मूक प्रमाण है। आम जन में इसकी महत्ता प्रसारित करने के उद्देश्य से हिन्दुस्तान जिंक ने पहल करते हुये प्राचीन रामानाथ मन्दिर के पूर्व में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन आज 10 अप्रेल 2015 को वेदान्ता रिसोर्सेस पी.एल.सी. के समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोम अल्बनीज द्वारा किया गया। समारोह में हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी एवं उप-मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल उपस्थित थे।
संग्राहलय में प्राचीन खनन एवं प्रद्रावण पद्धति का चित्रों द्वारा प्रदर्शन किया गया। अवलोकन के पश्चात श्री अलबनीज ने इस क्षेत्र को संग्राहलय के रूप विकसित करने की आवश्यकता जताई जिससे आम जन विशेषकर विद्यार्थियों को हमारी विरासत से अवगत कराया जा सके।

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