IMG_1432उदयपुर। सौ फीट रोड पर स्थित होटल क्ररॉयल इनञ्ज के सामने भगवान पाश्र्वनाथ की जमीन पर परदे लगाकर किए जा रहे अवैध निर्माण को यूआईटी ने रुकवाया दिया है। इस संबंध में क्रमददगारञ्ज में प्रकाशित समाचारों के बाद यूआईटी यह कदम उठाया है। यूआईटी ने निर्माणकर्ताओं को यहां पर निर्माण करने से दूसरी बार रोका है। इससे पूर्व भी यूआईटी धारा ९१ के तहत बिना अनुमति निर्माण कार्य किए जाने पर नोटिस देकर निर्माण कार्य को रोक चुकी है।
उल्लेखनीय है कि श्री जैन श्वेतांबर महासभा के मंत्री कुलदीप नाहर, मैसर्स नाकोड़ा डवलपर्स के निदेशक महेंद्र पारीख एवं लोकेश कोठारी के बीच एक अनुबंध ५० रुपए के स्टांप पर हुआ, जिसमें उक्त जमीन दुकानें बनाने के लिए मैसर्स नकोड़ा डवलपर्स को मात्र ६२ लाख ५० हजार रुपए में हस्तांतरित कर दी गई, जबकि उक्त मूर्ति के नाम की १७२०० फीट जमीन सौभागपुरा सर्कल से यूनिवरसिटी रोड पर स्थित है, जिसकी कीमत करोडों में है। कानूनन मूर्ति की जमीन का बेचान और हस्तांतरण नहीं किया जा सकता और ना ही उस पर किसी प्रकार का निर्माण करवाया जा सकता है। फिर भी महासभा के पदाधिकारियों ने अपने हितों को साधने के लिए उक्त जमीन का अवैध हस्तांतरण कर दिया, जहां वर्तमान में निर्माण करवाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में पूर्व में समाज के बलवंतसिंह कोठारी ने मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्रियों और अधिकारियों को इसकी शिकायत की थी।

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