यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2017 के नतीजों का ऐलान कर दिया है। हैदराबाद के दुरिशेट्टी अनुदीप ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया है, जबकि दूसरे नंबर पर अनु कुमारी और तीसरे नंबर पर सचिन गुप्ता का नाम है। यूपीएससी सिविल सेवा की प्री परीक्षा 18 जून 2017 को हुई थी, वहीं मुख्य परीक्षा 28 अक्टूबर 2017 को आयोजित की गई थी।

परीक्षा देने वाले कैंडिडेट यूपीएससी की वेबसाइट upsc.gov.in पर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। इसके अलावा आप रिजल्ट कोupsconline.nic.in/ पर भी देख सकते हैं। इस बार सिविल सेवा परीक्षा में कुल 990 उम्मीदवार सफल हुए हैं। इसमें 476 कैंडिडेट जनरल कैटिगिरी के हैं, 275 कैंडिडेट ओबीसी, 165 कैंडिडेट एससी और 74 कैंडिडेट एसटी कैटिगिरी के हैं।

सिविल सेवा परीक्षा में टॉप करने वाले अनुदीप मूल रूप से तेलंगाना के जगित्याल जिले के रहने वाले हैं। इनके पिता दुरिशेट्टी मनोहर अडिशनल असिस्टेंट इंजीनियर हैं, जबकि मां दुरिशेट्टी ज्योति हाउस वाइफ हैं। अनुदीप साल 2011 में बिट्स पिलानी से इलेक्ट्रॉनिक्स अौर इंस्ट्रूमेंटेशन में ग्रैजुएट हैं। अनुदीप गूगल में भी काम कर चुके हैं।

2013 की सिविल सेवा परीक्षा में अनुदीप की 790वीं रैंक थी और उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के लिए हुआ था।आईअारएस ट्रेनिंग के दौरान उन्हें बेस्ट ऑफिसर ट्रेनी भी चुना गया था। फुटबॉल का शौक रखने वाले अनुदीप की रुचि अार्टिफिशल इंटेलिजेंस में भी है।

यह देखिये – आईएएस के लिए तैयारी कर रहे हो तो यह किताबें हर टोपर द्वारा suggest की गयी है 

INDIAN POLITY

INDIAN ECONOMY

HISTORY OF MODERN INDIA

ETHICS AND APTITUDE

अनुदीप ने एंथ्रोपोलॉजी विषय के साथ परीक्षा दी थी। दूसरे नंबर पर आने वाली अनु कुमारी हरियाणा की हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में बीएसएसी करने के बाद आईएमटी नागपुर से एमबीए की पढ़ाई की है। टॉप 25 में 17 पुरुष और 8 महिलाएं हैं। चौथा स्थान बिहार के अतुल प्रकाश को मिला है। यह सफलता उन्हें दूसरे प्रयास में मिली। पहले प्रयास में उन्हें 558वां स्थान मिला था और रेलवे सेवा के लिए उन्हें चुना गया था।

इस बार भी इस परीक्षा में इंजिनियरिंग और विज्ञान के छात्रों ने सबसे अधिक सफलता पाई है, जबकि एंथ्रोपोलॉजी विषय भी इस बार सबसे अधिक सफल विषयों में रहा। कुल सफल स्टूडेंट में 29 दिव्यांग हैं। इसमें सौम्या शर्मा ने नौवां स्थान पाया है, जो सुन नहीं सकती हैं।

दूसरे नंबर पर रहने वाली अनु कुमारी मूल रूप से हरियाणा के पानीपत के गांव दिवाना की रहने वाली हैं। यूपीएससी एग्जाम के लिए यह अनु का दूसरा प्रयास था। अनु 9 साल से प्राइवेट जॉब कर रही हैं। इस बीच अनु की शादी हो गई और उनका एक बेटा भी है।

अनु ने बताया कि डेढ़ साल पहले भी वह प्री एग्जाम में बैठ चुकी हैं, लेकिन उनका मकसद सिर्फ एग्जाम पैटर्न को समझना था। इसलिए उन्होंने आगे एग्जाम नहीं दिया। इसके बाद डेढ़ साल तक तैयारी की और 2017 में एग्जाम दिया। तैयारी करने के लिए अनु ने अपने बेटे को डेढ़ साल तक खुद से दूर कर आने माता-पिता के पास भेज दिया था।

Previous articleUPSC में पहली बार 51 मुस्लिम छात्रों ने लहराया परचम
Next articleपुलिस उप अधीक्षक दिव्या मित्तल के खिलाफ पशुचिकित्सकों व उनके परिजनों का विरोध मार्च।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here