उदयपुर, विधानसभा चुनाव कि दौड़े शुरू हो गयी है सभी उम्मीदवार अपने अपने समर्थकों के साथ पुरे शक्ति प्रदर्शन के लिए तैयार है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक उत्तराखंड के पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय उदयपुर देहात और शहर का फीड बेक लेने के लिए आये हुए है, बुधवार को उन्होंने खेरवाडा विधानसभा का फेड बेक लिया ।
पर्यवेक्षक के आते ही उदयपुर शहर और देहात में कांग्रेस कि राजनीति गरमा गयी वही गुट बाजी भी खुल कर सामने आगई । जहाँ देहात में सज्जन कटारा से नाराज़ कार्यकर्ताओं ने किसान भवन में होने वाली बैठक का पुरजोर विरोध किया तो कटारा अपने विरोधियों के तेवर को देखते हुए किसान भवन में ही फीड बेक कि बैठक पर अड गयी आखिर कार देहात का फीड बेक अब देहात कांग्रेस कार्यालय और किसान भवन दोनों जगह लिया गया।
सुबह गोगुन्दा विधान सभा क्षेत्र का फीडबेक लिया जहाँ गोगुन्दा के वर्तमान विधायक मांगीलाल ने अपनी प्रमुख दावेदारी पेश कि उनके साथ देहात जिलाध्यक्ष लाल सिंह झाला और जिला प्रमुख मधुमेहता मोजूद थी।

देहात के लिए दो जगह हुई बैठक
पर्यवेक्षक के सीधे किसान भवन में चले जाने से देहात जिला कांग्रेस कार्यालय में जैम कर विरोध हुआ क्युकी सज्जन कतर के विरोधी किसान भवन जा कर अपनी दावेदारी नहीं करना चाहते थे । देर शाम तक देहात कार्यालय का माहोल गर्माता रहा सभी दावेदार शारदा रोत . देवेन्द्र मीना , टेकचंद गमेती आदि अपने समर्थकों के साथ बैठे रहे उधर पर्यवेक्षक किशोर उपाध्याय का कहना है की ब्लोक अध्यक्ष्क जहाँ बैठक रखेगे वही पर जाना पड़ेगा हम देहात कांग्रेस कार्यालय भी जायेगे । देर शाम को पर्यवेक्षक जब कार्यालय पहुचे तो कार्यकर्ताओं ने और दावेदारों ने खूब जैम कर हंगामा किया ।
कई देहात पदाधिकारियों ने तो यहाँ तक ठान ली की पि सी सी में पर्यवेक्षकों की शिकायत करेगे

शहर में डेड दर्जन से ज्यदा उम्मीद वार
अब अगर हम शहर कि बात करे तो शहर में शुक्रवार को सर्किट हाउस में अपनी दावेदारी रखने वालों में डेड दर्जन से ज्यादा उम्मीद वार है, जिनमे वर्तमान यु आई टी अध्यक्ष रूप कुमार खुराना, शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया, सुरेश श्रीमाली, देहात जिलाध्यक्ष लाल सिंह झाला, दिनेश श्रीमाली, वीरेंद्र वैष्णव, गोपाल शर्मा, पंकज शर्मा, त्रिलोक पुरबिया, के के शर्मा , मधु मेहता , सहित डेड दर्जन दावेदार लाइन में खड़े है। इनमे प्रमुख दावेदारी गोपाल शर्मा, वीरेंद्र वैष्णव , पंकज शर्मा और लाल सिंह झाला कि हो सकती है क्यों कि गोपाल शर्मा का कद गिरजा व्यास के केबिनेट मंत्री बनने के बाद बढ़ गया है। वीरेंद्र वैष्णव सी पी के ख़ास माने जाते है,पंकज शर्मा कि दावेदारी इसलिए मजबूत होती है क्यों कि वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहे चाहे कांग्रेस सत्ता में हो या नहीं हमेशा कांग्रेस के कर्मठ रहे है। इसी के साथ देहात जिला अध्यक्ष लाल सिंह झाला कि दावेदारी मजबूत होती है क्यों के पिछले कुछ समय में झाला ने अपने ऊपर से सी पि गुट का तमगा हटा दिया और कांग्रेस के हर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ बाद चढ़ कर भागीदारी निभाई ।

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