ब्लॉक अध्यक्षों ने की थी घोषणा

जिलाध्यक्षों ने इसे नकारा

पीपीसी महासचिव ने कहा जांच करवाएंगे

उदयपुर, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों द्वारा गत दिनों घोषित वार्ड अध्यक्षों की सूचि को जिलाध्यक्षों ने सिरे से खारिज करते हुए इसे अवैध सूचि करार दिया है। इस संबंध में शहर जिलाध्यक्ष को प्रदेश आलाकमान के निर्देशों की प्रतीक्षा है। तो दूसरी ओर देहात जिलाध्यक्षों ने सूचि को निरस्त करते हुए बी ब्लॉक अध्यक्ष को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

उल्लेखनिय है कि दो दिन पूर्व शहर जिला कांग्रेस ब्लॉक ’ए’ अध्यक्ष मुजीब सिद्दिकी एवं ’बी’ब्लॉक अध्यक्ष पूरण मेनारिया ने अपने ब्लॉक में आने वाले शहर के वार्डो के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति देकर समाचार पत्रों को सूचि जारी कर दी थी। इस सूचि पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष उदयलाल आंजना का अनुमोदन था। उक्त सूचि को देहात जिलाध्यक्ष लाल सिंह झाला ने असंवेधानिक बताते हुए ’बी’ब्लॉक अध्यक्ष पूरण मेनारिया को नोटिस जारी किया है।

झाला ने हिरणमगरी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद मेनारिया द्वारा उदयपुर से प्रकाशित समाचार पत्रों में वार्ड अध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा को अवैधानिक तथा कांग्रेस संविधान एवं प्रदेश कांग्रेस के निर्देशों के विपरीत बताते हुए इन वार्ड अध्यक्षों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया। झाला ने इसके साथ ही ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद मेनारिया को प्रदेश कांग्रेस के निर्देशों के विपरीत जिलाध्यक्ष के बिना अनुमोदन की गई वार्ड अध्यक्षों की घोषणा पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने हेतु कारण बताओं नोटिस जारी किया।

झाला के अनुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार वार्ड कांग्रेस,नगर कांग्रेस, ग्राम कांग्रेस के गठन करने से पूर्व विभिन्न स्थानों पर बैठक आयोजित कर सभी वरिष्ठ नेताओं एवं क्षेत्र के कार्यकर्ताओं , जनप्रतिनिधियों की सहमति से कार्यकारिणी एवं अध्यक्षों का सर्वसम्मति से चयन करना था, चयन के पश्चात ब्लॉक अध्यक्ष, विधानसभा समन्वयक के हस्ताक्षर के बाद सूचि को जिला कांग्रेस कमेटी भेजना था। जिला कांग्रेस के अनुमोदन के पश्चात प्रदेश कांग्रेस कमेटी को स्वीकृति हेतु भेजना था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जिलो में नियुक्त प्रभारी के हस्ताक्षर के बाद प्रदेश कांग्रेस की स्वीकृति पर घोषणा करने का अधिकार सिर्फ जिलाध्यक्षों को ही दिया गया है।

इधर शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया का कहना है कि यह नियुत्ति*यां हुई तो असंवेधानिक रूप से है जिनका कोई वजूद नहीं है। जिन्हे वार्ड अध्यक्ष बनाया गया है वे कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य भी नहीं है। दूसरी ओर ब्लॉक अध्यक्ष ऐसी घोषणाओ के लिए अधिकृत नहीं है। ऐसे में ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा जारी सूचि वैधानिक रूप से स्वत: निरस्त योग्य है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष तथा महामंत्री एवं संभाग प्रभारी आर.आर.तिवारी ही कुछ निर्णय लेगें। उन्होंने कहा कि उदयलाल आंजना भी अनुमोदन के लिए अधिकृत नहीं है। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस महामंत्री पुखराज पाराशर ने दूरभाष पर ऐसी नियुत्ति*यों से अनभिज्ञता जताते हुए इसे अवैध करार दिया तथा प्रकरण की जांच कराने की बात कही।

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