राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह सम्पन्न

उदयपरु, जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के बुधवार को सम्पन्न द्वितीय दीक्षांत समारोह में ४७ विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक तथा पीएचडी करने वाले ६० विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। स्वर्ण पदकों का वितरण कुलाधिपति प्रो. बीएस गर्ग व कुलपति प्रो. दिव्यप्रभा नागर ने किया। इस अवसर पर कुलाधिपति प्रो. गर्ग ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे उन्होंने जो सफलता प्राप्त की है, उसे सीमित नहीं होने दे। इस ज्ञान की गंगा को और अधिक विस्तार करें।

उन्होंने कहा कि मैंने अन्य कई विश्वविद्यालयों का भी आंकडा देखा है, जिस तरह से बालिकाएं उच्च शिक्षा में आगे बढ रही है, यह उदयपुर ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत गौरव का विषय है। वहीं कुलपति प्रो. दिव्यप्रभा नागर ने भी विद्यार्थियों से आव्हान किया वे उच्च शिक्षा के साथ साथ शोध कार्यों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने बताया कि रविंद्रनाथ ठकुर ने अंतरराष्ट्रीय सौहार्द और पूर्वी एवं पश्चिमी संस्कृतियों के समन्वय की दृष्टि से विश्व भारती, शांति निकेतन की स्थापना की। डॉ. जाकिर हुसैन ने मुस्लिमों को राष्ट्रीय जीवन की मुख्य धारा से संबद्घ रखने और शिक्षित करने क ेलिए जामिया मीलिया विवि की स्थापना की, इसी उद्देश्य से जन्नु भाई ने भी राजस्थान विद्यापीठ की स्थापना की।

दुर्रानी और मांगी बाई को विभूषण: दीक्षांत समारोह के दौरान अर्जुन पुरस्कार विजेता सलीम दुर्रानी और मांड गायिका मांगी बाई को भी पुरस्कृत किया गया। दुर्रानी को खेल विभूषण तथा मांगी बाई को संगीत विभूषण कुलाधिपति, कुलपति और कुलप्रमुख ने प्रदान किए। रजिस्ट्रार प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने बताया कि सम्मान स्वरूप दोनों को प्रशस्ति पत्र और प्रतिक चिन्ह प्रदान किए गए। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि पूर्व में भी जब दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ था तब भी खेल और संगीत क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि अर्जित करने वाले पुरस्कृत किया जाता रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत में एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर की परंपरा के बाद कतारबद्घ सीओडी के सदस्य दीक्षांत समारोह की वेशभूषा में परिसर में आए। इस दौरान माहौल अनुशासनपूर्ण रहा। कुलपति प्रो. दिव्यप्रभा नागर ने कुलाधिपति प्रो. बीएस गर्ग से दीक्षांत समारोह की आज्ञा मांगी और कार्यक्रम का संचालन किया। सबसे पहले कुलपति ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, और उपाधियों का वितरण प्रारंभ किया। कार्यक्रम के अगले चरण में स्वर्ण पदक विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। बीएड, एमएड, बीबीएम, बीसीएम, एमसीए, एमबीए, एमएचआरएम, एमएसडब्ल्यू तथा एमआईबी आदि विषयों में टॉपर्स रहे विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।

 

Previous articleपर्वत सिंह राणा बरी ?
Next articleUdaipur News File – 9.02.2012

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here