उदयपुर गत दिनों साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए बिजली निगम के एईएन लक्ष्मण लीलानी का बैंक लॉकर शुक्रवार को खोला गया। इसमें 18.33 लाख कैश के साथ चार किलो 75 ग्राम चांदी और सोने के 700 ग्राम वजनी जेवर मिले हैं। पूछताछ में लीलानी ने एसीबी अधिकारियों को बताया कि वह यह रकम बेटे के बिजनेस के लिए इकट्ठी कर रहा था।
एसीबी के एएसपी राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि 11 जनवरी को एईएन के पकड़े जाने के बाद उसका बैंक लॉकर सील कर दिया गया था। शुक्रवार को निरीक्षक हरीशचन्द्र के नेतृत्व में टीम एईएन लीलानी को लेकर टाउन हॉल के सामने स्थित महिला समृद्धि बैंक पहुंची और लॉकर खुलवाया। नकदी, चांदी की पांच सिल्लियों, सोने के अलावा आर्टिफिशयल ज्वेलरी भी मिली। इन सबका बाजार भाव से मूल्यांकन किया जा रहा है।
लॉकर से नकदी और जेवर मिलने के बाद एसीबी मान रही है कि लक्ष्मण लीलानी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बन सकता है। पूछताछ में एईएन ने एसीबी अधिकारियों को बताया कि वह यह राशि इंजीनियरिंग कर रहे बेटे के व्यवसाय के लिए जोड़ रहा था। कुछ समय बाद एईएन बेटे का व्यवसाय शुरू करने की योजना थी।
एक्सईएन और महिला जेईएन निलंबित
ब्यूरो के डीएसपी राजीव जोशी ने बताया कि इस मामले में फरार जेईएन मनोज कुमारी मीणा और एक्सईएन श्रवण कुमार को बिजली निगम ने निलंबित कर दिया है।
यह था मामला
11 जनवरी को एसीबी की टीम ने साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए बिजली निगम के एईएन लक्ष्मण लीलानी को गिरफ्तार किया गया था। इसने यह राशि परिवादी से चौबीस घंटे सप्लाई वाले थ्री फेज बिजली कनेक्शन देने की एवज में मांगी थी। इस मामले में नामजद एक्सईएन श्रवण कुमार बिडिय़ासर और जेईएन मनोज कुमारी मीणा को एसीबी कार्रवाई की भनक लग गई थी तो दोनों फरार हो गए थे।

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