01उदयपुर )।उदयपुर। सरस डेयरी अध्यक्ष डॉ. गीता पटेल रिश्वत प्रकरण के षडय़ंत्रकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और डॉ. गीता के लिए न्याय की मांग को लेकर आज कलेक्ट्री के बाहर करीब दो हजार से अधिक भाजपाइयों ने सभा करने के बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कलेक्ट्री के बाहर सभा का आयोजन हुआ, जिसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने संबोधित किया।

प्रदर्शन में पूर्व गृहमंत्री नगर विधायक गुलाबचन्द कटारिया ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ. गीता पटेल को पार्टी ने एक जिम्मेदारी दी और उस जिम्मेदारी को किसानों के हित में निवर्हन करते हुए बखूबी निभाया। एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए निरन्तर प्रगति पथ पर बढ़ता हुआ अन्य प्रतिद्वंद्वियों को सहन नहीं हुआ और किस तरह एक कार्यकर्ता का षड्यंत्र के रूप में राजनैतिक शिकार किया गया इस पूरे प्रकरण को देखने के बाद यह सिद्ध हो जाता है। गीता पटेल ने इस डेयरी के माध्यम से आम काश्तकारों का भला करने का प्रयास किया। प्रयास ही नहीं किया अपितु इसमें सफलता तक प्राप्त की।

कटारिया ने पूरे जोर से यह कहा कि जिस-जिस तारिखों एवं समय पर गीता पटेल से मांग सत्यापन बताया गया और जो रिपोर्ट मैने (कटारिया) देखी तो अवाक् रह गया। उनमें से दो तारिखों पर एक में स्वयं मेरे साथ और दूसरे में देहात जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल भाणावत के सानिध्य में सम्पन्न जिला कोर कमेटी की बैठक में उपस्थित थी। हमारी मोबाईल टावर लोकेशन भी यह सिद्ध करती है कि गीता पटेल घर पर उपस्थित नहीं थी। मैने एसीबी के महानिदेशक को स्वयं पत्र लिखकर इसकी निष्पक्ष जांच के लिए आग्रह किया। जब जांच पूरी हुई तो उसमें वही निकला जो हमारी शंका में था। यह दूसरी महिला की आवाज में एक जिम्मेदार महिला को षड्यंत्रपूर्वक फंसाने की सोची समझी साजिश के तहत किया गया एक ड्रामा था।

_DSC0548कटारिया ने आक्रोशित होते हुए कहा कि हर हाल में गीता पटेल को न्याय दिलाया जाएगा उसके लिए जो भी जद्दोजहद करनी पड़ी वह करेंगे। बेईमानों वो चाहे पार्टी का कैसा भी कार्यकर्ता या जिम्मेदार व्यक्ति क्यों ना हो से अंतिम दम तक लड़ेंगे।

इससे पूर्व धरने को सम्बोधित करते हुए डॉ. गीता पटेल ने सम्पूर्ण जानकारी उपस्थित जन समुदाय को देते हुए बताया कि किस तरह से गेहरीलाल डांगी ने संदीप लक्षकार, सुनील सुथार एवं विमला सोनी उर्फ बंटी के साथ मिलकर षड्यंत्र को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि डेयरी अध्यक्ष रहते हुए हर काश्तकार को उसकी मेहनत का प्रतिफल दिलाने हमेशा प्रयासरत थी और हमेशा किसानों के हित में लड़ती रहूंगी पद हो या ना हो। जिस तरह से एक प्रतिष्ठित महिला को अपमानित करने का षड्यंत्र रचा गया उसके दोषियों को ऐसी सजा मिले जिससे भविष्य में इस तरह का कुत्सित अपराध की पुनरावर्ति ना हो।

प्रदेश मंत्री प्रमोद सामर ने धरने का सम्बोधित करते हुए कहा कि इस प्रकरण में प्रशासनिक आधार पर षड्यंत्रकारियों की पुष्टि प्रमाणित हो चुकी है फिर भी अपराधी बुलन्द हौसलों के साथ खुलेआम घुम रहे हैं और निर्दोष डॉ. पटेल को अपराधी के नाते खड़ा कर रखा है।

धरने का सम्बोधित करते हुए काश्तकार धुलजी पटेल ने सभी काश्तकारों की ओर से आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. गीता पटेल ने अपने कार्यों से सम्पूर्ण काश्तकारों का सम्मान बढ़ाया है। ऐसी निर्भिक एवं जुझारू एकमात्र महिला किसान जनप्रतिनिधि के साथ जिस तरह का षड्यंत्र कर फंसाया गया पूरी बिरादरी इसकी खिलाफत करती है एवं गीता पटेल को पूरा समर्थन देती है।

इस अवसर पर शहर जिला अध्यक्ष दिनेश भट्ट एवं देहात जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल भाणावत ने उपरना ओढ़ाकर डॉ. गीता पटेल का सम्मान करते हुए कहा कि यह सम्मान उस नारी को है जिसने इतने षड्यंत्र फंसने के बाद और राजनीतिक संकट का पूरे स्वाभिमान के साथ सामना किया है। इस हेतु पूरा देहात और शहर जिला की ओर से उनको सम्मानित किया गया।

धरने को प्रदेश उपाध्यक्ष भगवती देवी झाला, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पूर्व सांसद महावीर भगोरा, पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया, प्रदेश प्रतिनिधि मांगीलाल जोशी, शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, देहात जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल भाणावत, सभापति रजनी डांगी, सहित सैंकड़ों कार्यकर्तागण एवं किसान उपस्थित थे।

 

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Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

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