उदयपुर . फर्जी हथियारों के लाइसेंस बनवाने और अवैध हथियार रखने के मामले में एटीस ने चोकाने वाला खुलासा किया. प्रदेश में जिन 150 लोगों के फर्जी लाइसेंस जम्मूकश्मीर से बनवाये गए थे उनकी फ़ाइल जम्मूकश्मीर से ही गायब हो गयी .

एटीस की जांच में जांच में 150 फाइलें गायब होने की बात सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा से 18 लोगों ने सैनिकों के नाम से हथियार लाइसेंस लिए थे, उन लोगों की फाइलें गायब हो गईं। जबकि संबंधित लाेगों के हथियार लाइसेंस कलेक्टर एसएसपी की सहमति के बाद रजिस्टर्ड हो रखे हैं। 9 सुरक्षा एजेंसियों के नाम से लाइसेंस बने हैं। हाल ही में एटीएस के एसपी विकास कुमार के नेतृत्व में एक टीम 10 नवंबर को जम्मू-कश्मीर गई थी।
जिनकेनाम लाइसेंस उनमें से 30% सेना में ही नहीं : एटीएसने जम्मू-कश्मीर से सेना के जवानों के नाम पर बने 5 हजार हथियार लाइसेंस का रिकॉर्ड लिया था। एटीएस ने दिल्ली सेना मुख्यालय से भी जवानों की जानकारी मांगी थी। सेना ने 200 जवानों की जानकारी दी है। इससे पता चला है कि 30 फीसदी हथियार लाइसेंस जिन लोगाें ने लिए है, वे सेना में नहीं है।
रिकॉर्डगायब, कई अफसर भी संदेह के घेरे में
^8दिन तक दिल्ली जम्मू-कश्मीर में टीम रही। जिन लोगों ने जम्मू से हथियार लाइसेंस बनाए थे, बड़ी संख्या में उनका रिकॉर्ड गायब था। अफसरों कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है। -विकास कुमार, एसपी, एटीएस

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