उदयपुर।  स्वाइन फ्लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा ना तो स्वाइन फ्लू के मरीज कम हो रहे है ना ही स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या।  शनिवार को एक ही दिन में स्वाइन फ्लू से चार लोगों की मौत हो गयी जिसमे दो उदयपुर निवासी है और दो जिले के बाहर के। इसके अलावा आज छह नए रोगियों को भर्ती किया गया है। स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या इस वर्ष १९ तक पहुच गयी है जो की पिछले सभी वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है।

स्वाइन फ्लू का कहर पिछले २ माह से संभाग में फैला हुआ है। आज महाराणा भूपाल चिकित्सालय में इलाज के दौरान ४ की मौत हो गयी जिसमे २ उदयपुर निवासी थे  ५० वर्षीय थूर की पाल निवासी बालूराम। २९ वर्ष आयद निवासी विकास। निम्बाहेड़ा का ५८ वर्ष वराध व् मंदसौर  वर्ष अधेड़ की मौत हो गयी। २०१७ में अभी तक स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या १९ हो गयी है। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है। २०१२ में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या २ थी, २०१३ में यह बढ़ कर १० हो गयी थी , २०१४ में २ २०१५ में १६ जबकि २०१६ एक मात्र ऐसा वर्ष रहा जब एक भी स्वाइन फ्लू से मौत नहीं हुई। हालाँकि चिकित्सा विभाग का  २९ वर्षीय विकास की मौत स्वाइन फ्लू से ना हो  इन्फ्लून्जा से हुई है। विशेषज्ञों की राय में इन्फ्लून्जा भी स्वाइन फ्लू  रूप है।
महाराणा भूपाल चिकित्सालय के स्वाइन फ्लू वार्ड में ३५ मरीज भर्ती है।  छह मरीज आज नए भर्ती किये गए है जिनकी जांच आना बाकी है। डिप्टी सीएमएचओ राघवेंद्र रॉय ने कि स्वाइन फ्लू के लिए हर क्षेत्र में चिकित्सा टीम भेहते रहते है।  जहाँ भी प्रभावित एरिया होता है वहां की स्क्रीनिंग करवाई जाती है।  लोगों को खुद भी जागरूक होना जरूरी है, इसके लिए अपने स्वास्थ के लिए पूरी तरह सचेत रहे और स्वेन फ्लू जैसे लक्षण होते ही चिकित्सक को दिखाएं।
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