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उदयपुर. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आज विधान सभा में साल 2016-17 का बजट पेश किया । स्मार्ट सिटी में चयन होने वाली उदयपुर सिटी का वैसे तो ख़ास ख़याल रखा गया लेकिन राजसमन्द के लिए भी अपना खजाना खोल दिया। बजट को लेकर जहाँ भाजपाई खुश है और बजट को लोक कल्याणकारी बताया जारहा है । वही विपक्ष कांग्रेसी इस बजट को सिर्फ एक कागजी खेल बताते हुए घोषणाओं का बजट बता रहे है। हालाँकि अगर आम जन भी मुख्य सेवक वसुंधरा राजे से ज्यादा खुश नहीं है।
मुख्य मंत्री ने अपना बजट भाषण शुरू किया और इतने सालों में जहाँ देवास परियोजना के लिए अब तक जितना रुपया नहीं मिला इस बजट में राजसमन्द झील में पानी लाने के लिए १०६४ करोड़ रुपये मंजूर कर दिए। राजमार्ग-79 पर आरओबी का ऐलान किया, फूड एवं क्राफ्ट इंस्टीट्यूट को अब स्टेट लेवल का दर्जा दिया जाएगा। साथ ही राजसमन्द पर और दिलेरी दिखाते हुए राजसमंद में पन्नाधाय के गांव कमेरी, महाराणा राजसिंह पैनोरमा और रूपनारायण मंदिर चारभुजा के लिए भी घोषणा की। बप्पा रावल पेनोरोमा के लिए भी बजट जारी किया। मुख्यमंत्री ने उदयपुर और राजसमंद में वन और वन्यजीवन के संरक्षण के लिए बजट जारी। खान मजदूरों के स्वास्थ्य और सड़क विस्तार के लिए 200 करोड़ रुपए मंजूर किया। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने बजट में उदयपुर में शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में आमजन से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की घोषणा की, जिसमें जैविक खेती को बढ़ावा देेने के लिए मरू प्रदेश क्षेत्रों से जुड़े जिलों में आर्गेनिक फार्म बनेगा। इस योजना में झीलों की नगरी उदयपुर को भी शामिल किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी में नया ट्राइबल टूरिज्म सर्किट विकसित करने की घोषणा की। उदयपुर के 11 और राजसमंद के 1 उच्च माध्यमिक स्कूल में कामर्स, कृषि और साइंस के एक-एक संकाय खुलेंगे। अब उदयपुर मेडिकल कालेज में 100 और छात्रों को पढऩे का मौका मिलेगा। उन्होंने 100 सीटें बढ़ाने की घोषणा की। इसी तरह चिकित्सा क्षेत्र में एमबी हास्पिटल को मोबाइल डेंटर यूनिट देने के साथ तमाम घोषणाएं कीं। आरएनटी मेडिकल काजेल में रेजिडेंट हॉस्टल के विस्तार के लिए 14.50 करोड़ दिए गए। यहां 4 करोड़ की लागत से नयी मशीन लगेगी।

आमजन का कहना :
राज्य के बजट को लेकर आमजन की मिलीजुली प्रतिक्रिया आई हालाँकि अधिकतर जनता बजट से ज्यादा खुश नज़र नहीं दिखी व्यावसायिक महिला शालिनी माथुर का कहना है कि पेयजल की समस्या से निजात दिलाने की कोशिश की गयी है। व्यवसाइयों के लिए भी बजट राहत भरा कहा जा सकता है । अगर बजट की घोषणाओं पर अमल किया जाए तो कहा जा सकता है की राहत भरा है। रुपेश गन्ना, होलसेल व्यवसाई ने बताया कि मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्य तह आम जनता के रोज मर्रा से जुडी बातों का ख़याल रखना चाहिए ऐसा कही बजट में नहीं दिखा। सिर्फ कागजी और हवाई बजट रहा। , शिक्षा विद्द डॉ सुरेखा सोनी ने बजट को राहत भरा बताया उनके अनुसार सिंचाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए सरकार ने अच्छा अनुदान का प्रावधान रखा है । गृहणी पूजा जीतो का कहना है कि महिला दिवस पर बजट पेश किया गया है लेकिन महिलाओं के लिए कोई विशेष योजनाएं नहीं है। ना ही महिलाओं की रसोई का भार कुछ काम होने की संभावना है। गृहणी शुभांगी आरोही भी मुख्य मंत्री से नाराज़ दिखी महिला दिवस और सूना है की आज मुख्य मंत्री का जन्म दिन भी है । ऐसे दिन अगर बजट पेश होता है तो महिलाओं के लिए कोई योजना और अगर ना हो तो ऐसी राहत की घोषणा हो जिसमे महिला वीकास या फिर एक गृहणी को सुन कर राहत हो। बजट में ऐसा कुछ नहीं है।

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