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उदयपुर। उदयपुर लोकसभा सीट से जहां भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज मैदान में है, वही बुलंद हौंसलों से जीत-हार की फि़क्र से दूर अन्य पार्टियों के छह प्रत्याशी भी मैदान में डटे हुए हैं। जिन्हें चाहे इस बार उनकी जीत नजर नहीं आ रही हो, लेकिन हौंसले इतने बुलंद है कि अभी नहीं तो कोई बात नहीं, लेकिन भविष्य में उनकी पार्टी का परचम जरूर लहराएगा। ऐसे ही जोश से भरे हुए ये प्रत्याशी अपने गिने चुने कार्यकर्ताओं के साथ एकल वाहन में उदयपुर लोकसभा सीट के हर क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।
क्रमददगारञ्ज ने जब इन छह प्रत्याशियों से बात की, तो किसी ने कहा कि हमे भरोसा है हमारी जीत पर, तो किसी ने कहा इस बार भले हार हो, लेकिन एक दिन जरूर आएगा, जब हमारी पार्टी देश को इन दो भ्रष्टाचारी पार्टियों के चंगुल से बचाएगी। किसी ने अपनी तुलना हाथी के सामने चींटी से कर यह बता दिया कि हाथी को परास्त भी एक चींटी ही करती है। इन सभी प्रत्याशियों की दिनचर्या भी वैसी ही है, जैसे भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की होती है। दिनभर अपने एक वाहन में गांव-गांव के दौरे, खुद पर्चें बांटना, तो खुद डोर-टू-डोर जाकर अपने पक्ष में वोट मांगना।
छह प्रत्याशी : उदयपुर लोकसभा सीट से भाजपा के अर्जुन मीणा और कांग्रेस के रघुवीर मीणा के अलावा छह और प्रत्याशी है, जिसमे आप पार्टी के डॉ. वेला राम, सीपीआई (माले) के गौतम मीणा, बीएसपी के लक्ष्मण भील, एसपी के लक्ष्मीलाल गमेती, सीपीआई के मेघराज तावड़ और बहुजन मुक्ति के प्रभुलाल मीणा है।
हाथी को चींटी परास्त करती है : डॉ. वेलाराम
आम आदमी पार्टी (आप) के डॉ. वेलाराम कहते हैं कि मेरा मानना है कि मेरे सामने कांग्रेस और भाजपा जैसे दो हाथी है और में उनके सामने एक चींटी के सामान हूं, लेकिन एक हाथी को चींटी ही परास्त कर सकती है। वेलाराम का कहना है कि मुझे दोनों पार्टी के प्रत्याशियों के सामने सवाल-जवाब के लिए खड़ा कर दो। मैं उन्हें लाजवाब कर दूंगा। पिछले 65 सालों में इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने शहर पर अपना राज जमाया है और शहर को गर्त में धकेल दिया है। क्रआपञ्ज जनता की उम्मीद बन कर उभरी है और मुझे अपनी जीत पर पूरा भरोसा है।
धुंआधार चल रहा है प्रचार : गौतम लाल
सीपीआई (माले) के प्रत्याशी गौतमलाल मीणा का कहना है कि हमारा प्रचार गांव-गांव में धुंआधार चल रहा है। जनता का अच्छा समर्थन भी मिल रहा है। माना कि हम बड़ी पार्टियों की तरह पैसा नहीं बांट सकते, लेकिन हम इनको बड़ी टक्कर देंगे। इनकी जीत इतनी आसान नहीं होगी। 20 लोगों की टीम लगी हुई है, जो प्रचार कार्य में जुटी हुई है। ग्रामीण इलाकों में मुझे अच्छा समर्थन मिल रहा है।
भविष्य हमारा है : गमेती
सपा प्रत्याशी लक्ष्मीलाल गमेती का कहना है कि अभी हमारी जीत संभव नहीं है, लेकिन भविष्य हमारा है। चाहे मैं जीत हासिल नहीं कर सकूं, लेकिन साठ हज़ार से एक लाख तक वोट जरूर लाऊंगा और एक दिन ऐसा आएगा जब मेवाड़ में सपा का प्रत्याशी जीतेगा।
जीत-हार से नहीं पड़ता फर्क : भील
बीएसपी प्रत्याशी लक्ष्मण भील अपनी चुनावी भाग-दौड़ के बीच रूककर बात करते हुए बताते हंै कि जीत-हार से कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी मेहनत में कोई कमी नहीं है। हम जीत के इरादे से ही मैदान में उतरे हैं, हो सकता है इस बार नाकामी मिले, लेकिन यह नाकामी एक दिन कामयाबी में बदलेगी। सुबह से शाम तक हर क्षेत्र का दौरा करते हैं, जहां भी गए सामने आया कि जनता कांग्रेस और भाजपा से त्रस्त है और एक दिन ऐसा आएगा जब जनता हमें चुनेंगी।
हम होंगे कामयाब : तावड़
सीपीआई के प्रत्याशी मेघराज तावड़ के मोबाइल की रिंग टोन ही है क्रक्र हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब एक दिन…ञ्जञ्ज, जब उनसे बात की तो जीत के विश्वास के साथ वे कहते हैं कि चाहे हमारे पास कार्यकर्ता और संसाधन की कमी है, लेकिन देश के लिए लडऩा हमारा फर्ज है। बड़ी राजनैतिक पार्टियों के लिए तो बड़े-बड़े अफसर अपनी नौकरी बजा रहे हैं, लेकिन हम भी हार नहीं मानेंगे। आज नहीं, तो कल कम्युनिस्टों का सूरज उगेगा। हम आज जीतने के लिए नहीं लड़ रहे। हम तो उन आने वाले दिनों की तैयारी कर रहे हैं, जब देश में जनता का राज होगा। मजदूर का राज होगा।
हमारा घोषणा पत्र सबसे बेहतर : प्रभुलाल
बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रत्याशी प्रभुलाल को अपने घोषणा पत्र पर इतना भरोसा है कि यदि कोई एक बार उसको पढ़ ले, तो कभी भी भाजपा कांग्रेस को वोट नहीं दे। यही नहीं उनका दावा है कि हमारी पार्टी का घोषणा पत्र भाजपा और कांग्रेस के घोषणा पत्र से बेहतर हैं। जिस दिन हमारी सरकार आई, उस दिन देश की दशा बदल जाएगी। भ्रष्टाचारियों से देश को मुक्ति मिल जाएगी। प्रभुलाल कहते हैं इस देश का भविष्य है बहुजन शक्ति पार्टी। अभी भी लोग समर्थन दे रहे हंै, माना कि अभी मेरी जीत नहीं होगी, लेकिन हमेशा हार भी नहीं होगी। हमने अपना संदेश घर-घर तक पहुंचाया है। जनता जागेगी एक न एक दिन।

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