उदयपुर। राजस्थान राज्य के गृहमंत्री के गढ़ उदयपुर में ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए पार्टी के युवा मोर्चा अध्यक्ष सहित कार्यकारणी और कई मंडल अध्यक्षों ने शहर जिलाध्यक्ष को इस्तीफा सोंप दिया। युवाओं की मांग थी कि हेलमेट चेकिंग के दौरान युवा मोर्चा कार्यकर्ता को थप्पड़ मारने वाले पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर किया जाय।
केंद्र से लेकर नगर निगम तक भाजपा का राज और इस सत्ता में पार्टी के युवा कार्यकर्ता को पुलिस कर्मी हेलमेट चेकिंग के दौरान थप्पड़ मारदे वह भी राजस्थान के गृहमंत्री के गृह जिले में तो कार्यकर्ताओं का आक्रोश स्वाभाविक है। शूक्रवार को देहली गेट पर हेलमेट चेकिंग ट्राफिक पुलिसकर्मी द्वारा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता मुफद्दल अत्तारी को चालान बनाने के बावजूद थप्पड़ मारदी। घटना के बाद युवा मोर्चा अध्यक्ष गजेन्द्र भंडारी और कार्यकारणी सहित कई कार्यकर्ता पार्षद और मंडल अध्य्क्ष अतुल चंडालिया, चंचल अग्रवाल ने आज शनिवार को दोषी पुलिस कर्मी को लाइन हाजिर करने की मांग करते हुए दिन में दो बजे धान मंडी थाने का घेराव किया। लेकिन जब युवा मोर्चा के पदाधिकारियों की बात नहीं मानी गयी और शाम को पांच बजे तक दोषी पुलिस कर्मी के खिलाफ कोई कारवाई नहीं हुई तो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष गजेन्द्र भंडारी सहित शहर की युवा मोर्चा की कार्यकारणी और मंडल अध्यक्षों ने शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट को अपना इस्तीफा सोंप दिया। नाराज़ युवा मोर्चा के शहर अध्यक्ष गजेन्द्र भंडारी ने कहा कि जब एक कार्यकर्ता का मान सम्मान ही नहीं बचा सकते तो पद पर रहने का क्या मतलब है। हमने दोषी पुलिस कर्मी को निलंबित करने नहीं और लाइन हाजिर करने की मांग की थी वह भी कार्यकर्ता को बिना कोई अपराध के थप्पड़ मारने के जुर्म में। यह मांग भी अगर पूरी नहीं करवा सकते और दोषी के खिलाफ कोई कारवाई नहीं होती तो फिर पद पर रहने का कोई ओचित्य नहीं है। मंडल अध्यक्ष अतुल चंडालिया ने कहा कि हम हेलमेट चेकिंग के खिलाफ नहीं है लेकिन चेकिंग के दौरान पुलिस द्वारा जिस तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है वह सही नहीं है। पुलिस की चेकिंग को देख कर लगता है मानो शहर में सिर्फ बदमाश ही घूम रहे है हर आम नागरिक से बदतमीजी और डंडे का रॉब दिखाना सही नहीं है। अतुल चंडालिया ने कहा कि भाजपा या युवा मोर्चा के कार्यकर्ता की ही बात नहीं है एक आम नागरिक भी अगर है और अगर उसको हेलमेट चेकिंग के नाम पर पुलिस मारपीट और गाली गलोच करती है तो यह स्वीकार योग्य नहीं है और इसका हम विरोध करेगें।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से उदयपुर शहर में पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश के बाद सभी थाना अधिकारियों सहित पुलिसकर्मियों ने हेलमेट नहीं पहनने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भारी भरकम चालान तो बनाए जा रहे है, साथ ही कुछ षहरवासियों के साथ मारपीट की घटनाएं भी हो गई। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की माने तो जिस तरह से पुलिस सुबह 8 बजे से लेकर रात्रि 11 बजे तक हेलमेट अभियान को लेकर सतर्क है वैसे ही शहर में हो रहे अपराध को लेकर सतर्क होगी तो अपराध में कमी आएगी लेकिन ऐसा नहीं होने से शहर में लगातार दिनों दिन अपराधों में तेजी आई है।

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